पहली रात की सुहागरात by Sujata Sood in Hindi Novels
"ये चौथी लाश है इस महीने की..."पुराने कुएं के पास खड़े ठाकुर राजवीर की आँखों में डर साफ़ झलक रहा था। गांव वाले इकट्ठा थे...
पहली रात की सुहागरात by Sujata Sood in Hindi Novels
कृष्णा की लाश अभी तक बिस्तर पर ही थी। ठाकुर जमीन पर बैठा, रोता जा रहा था, और बाकी गांववाले कुछ दूर खड़े, सिर्फ कानाफूसी...
पहली रात की सुहागरात by Sujata Sood in Hindi Novels
अदित्य ने पलटकर छत के कोने में झाँका, लेकिन वहाँ कुछ नहीं था।बस दीवार पर हवा से हिलती बेलें, और रात की हल्की ठंडी सरसराह...
पहली रात की सुहागरात by Sujata Sood in Hindi Novels
अदित्य की उंगलियाँ अब भी उस दीवार पर थीं, जो जल रही थी… पर जलकर राख नहीं हो रही थी।उसने जल्दी से हाथ खींच लिया।“ये... क्...