साया by ekshayra in Hindi Novels
अर्जुन रॉय ने अपनी ज़िन्दगी का सबसे बड़ा फ़ैसला लिया था। अपने पुराने शहर को छोड़कर एक नए शहर में शिफ्ट होना, जहाँ न उसे...
साया by ekshayra in Hindi Novels
रात के ठीक 12 बजे थे। अर्जुन की खिड़की से चाँद की हल्की रोशनी उसके कमरे में बिखरी पड़ी थी। सब कुछ शांत था, पर उस शांति म...
साया by ekshayra in Hindi Novels
रात के दो बजे थे। अर्जुन अपने कमरे में लेटा हुआ था, लेकिन नींद उससे कोसों दूर थी। खिड़की से आती चाँदनी अब उसके लिए सुकून...
साया by ekshayra in Hindi Novels
सुबह की पहली किरण खिड़की से झाँकी तो अर्जुन अब भी वैसे ही ज़मीन पर बैठा था—थका, उलझा और उलझनों से टूटा हुआ। पिछली रात उस...