Diware Todti Mohabbat - 5 in Hindi Love Stories by ADITYA RAJ RAI books and stories PDF | दीवारें तोड़ती मोहब्बत - 5

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दीवारें तोड़ती मोहब्बत - 5

भाग 5: गोपनीय मीटिंग और एक रहस्य


अगले दो घंटे तक अनायरा चुपचाप बैठी रही, जबकि वीर लगातार मीटिंग्स और फोन कॉल में व्यस्त रहा। हर मीटिंग उसकी पॉवर, उसके नियंत्रण और विशाल साम्राज्य की कहानी कह रही थी। अनायरा ने फाइलों के ढेर को व्यवस्थित करना शुरू किया और धीरे-धीरे समझ गई कि वीर अव्यवस्थित नहीं था—वह जानबूझकर चीज़ों को बिखेर कर रखता था, ताकि अपने कर्मचारियों का इम्तिहान ले सके।


तभी वीर का फोन बजा। उसने फोन उठाया और दूसरी तरफ किसी से बात करते हुए उसकी आवाज़ एकदम से नरम हो गई। उसकी ठंडी, व्यावसायिक आवाज़ एक पल में एक बड़े भाई या प्यारे दोस्त की आवाज़ में बदल गई।


"हाँ, प्रिया। तुम्हें लेने आ रहा हूँ... नहीं, नहीं, तुम अकेले कहीं नहीं जाओगी। मैं पाँच मिनट में तुम्हें पिक कर लूँगा।"


फोन रखते ही वीर ने अनायरा की ओर देखा। "मुझे एक ज़रूरी मीटिंग के लिए जाना होगा, लेकिन मेरे लौटने से पहले तुम्हें एक काम करना है।"


उसने अपने डेस्क के किनारे रखी एक काली फाइल की ओर इशारा किया, जिस पर बड़े अक्षरों में ‘गोपनीय’ लिखा था। "यह फाइल मेरी अगली बड़ी डील की है। मैं चाहता हूँ कि तुम इसे पढ़ो और चार-पाँच बिंदुओं में इसका सारांश तैयार करो। यह समझने की कोशिश करो कि इसमें क्या मिसिंग है।"


अनायरा अचंभित रह गई। वह उसे अपनी कंपनी की सबसे गोपनीय फाइल क्यों दे रहा था?


"लेकिन... यह गोपनीय है," अनायरा ने हिचकिचाते हुए कहा।


वीर ने अपना कोट पहना। "तुम मेरी असिस्टेंट के तौर पर नियुक्त हो, मिस अनायरा। इसका मतलब है कि तुम मेरी परछाई हो। मैं जो कुछ करता हूँ, वह तुम्हें पता होना चाहिए। बस याद रखना—एक भी शब्द बाहर नहीं जाना चाहिए।"


वह केबिन से बाहर निकलने ही वाला था कि दरवाज़ा खुला और एक खूबसूरत, आत्मविश्वासी महिला अंदर आई। वह वीर की कार्बन कॉपी जैसी थी—वही आत्मविश्वास, वही तीव्र आँखें।


"तुम यहाँ क्यों हो, वीर? मैंने कहा था मैं खुद आ जाऊँगी," महिला ने कहा।


"मुझे पता है, प्रिया," वीर ने मुस्कुराते हुए कहा, "लेकिन मुझे तुम्हें एक जगह छोड़ना है, और मैं रिस्क नहीं ले सकता।"


तभी प्रिया की नज़र अनायरा पर पड़ी, जो चुपचाप अपनी जगह पर बैठी थी। प्रिया की आँखों में एक पल के लिए भ्रम आया, और फिर वह भ्रम धीरे-धीरे एक अजीब सी ईर्ष्या या अविश्वास में बदल गया।


"यह कौन है?" प्रिया ने वीर की ओर मुड़े बिना, अनायरा को घूरते हुए पूछा। उसकी आवाज़ में हल्का-सा तनाव था।


वीर ने लापरवाही से जवाब दिया, "ओह, यह मिस अनायरा हैं। मेरी नई असिस्टेंट।"


प्रिया ने अनायरा के पास आकर धीरे से कहा, "बस याद रखना, मिस अनायरा। मेरे भाई के असिस्टेंट यहाँ टिकते नहीं हैं। वह बहुत मुश्किल इंसान है। और उसकी ज़रूरतें बहुत जटिल हैं।"


उसने अनायरा के चेहरे पर एक चेतावनी भरी नज़र डाली, फिर वीर की ओर मुड़ी। "चलो, वीर। हमें देर हो रही है।"


वीर ने अनायरा की तरफ देखा, उसकी आँखों में एक अजीब-सी चमक थी। "याद रखना, सारांश शाम तक चाहिए। और उस फाइल का एक भी शब्द बाहर नहीं जाना चाहिए।"


वीर और प्रिया के जाने के बाद, अनायरा ने राहत की साँस ली। वह अब जान गई थी कि प्रिया वीर की बहन थी, और निश्चित रूप से वीर की तरह ही तेज़ और आत्मविश्वासी थी। लेकिन प्रिया की आँखों में उसके प्रति वह अविश्वास क्यों था, यह उसके लिए रहस्य था।


अनायरा ने वीर की गोपनीय फाइल उठाई। उसके हाथ काँप रहे थे। अब उसके पास कंपनी के कुछ बड़े रहस्य थे। वह जानती थी कि यह सिर्फ एक टास्क नहीं, बल्कि उसकी क्षमता की परीक्षा थी—उसके आत्मविश्वास की, और शायद वीर के लिए उसके आकर्षण की भी।



आगे क्या? (What Next?)

भाग 6 में: अनायरा वीर की गोपनीय डील में एक बड़ी खामी ढूंढ निकालती है। जब वह वीर को यह बताती है, तो क्या वीर उसे शाबाशी देगा, या अपने अहंकार के कारण उसे खारिज कर देगा? और अनायरा, वीर के कमरे में उसकी एक बहुत ही निजी त

स्वीर पाती है।

आप भाग 6 के लिए तैयार हैं?