Diware Todti Mohabbat - 6 in Hindi Love Stories by ADITYA RAJ RAI books and stories PDF | दीवारें तोड़ती मोहब्बत - 6

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दीवारें तोड़ती मोहब्बत - 6

भाग 6: गोपनीय डील में खामी और एक निजी तस्वीर


वीर और प्रिया के जाने के बाद, अनायरा ने अपनी सीट संभाली। वीर की गोपनीय फाइल उसके सामने थी—'पर्ल टॉवर अधिग्रहण और विकास' (Pearl Tower Acquisition & Development)। उसने मन ही मन प्रिया की चेतावनी दोहराई: “मेरे भाई के असिस्टेंट यहाँ टिकते नहीं हैं…”


अनायरा ने फाइल खोलकर पढ़ना शुरू किया। यह करोड़ों की डील थी, जिसमें कानूनी और वित्तीय दस्तावेज़ इतने जटिल थे कि एक सामान्य व्यक्ति को समझना मुश्किल था। उसने खुद को याद दिलाया कि वह एक बेहतरीन डिज़ाइनर है, और बेहतरीन डिज़ाइनर हर चीज़ में पैटर्न और खामी ढूंढना जानता है।


जैसे-जैसे उसने डील की शर्तें, ज़मीन के पुराने कागज़ात, और पर्यावरण संबंधी रिपोर्ट पढ़ी, उसकी भौंहें सिकुड़ती गईं। सब कुछ परफेक्ट लग रहा था—वीर के मानकों जैसा। लेकिन एक छोटी सी बात खटक रही थी। प्रोजेक्ट की शुरुआती लागत में 'आपातकालीन निकासी प्रणाली' (Emergency Evacuation System) के लिए दिखाई गई राशि ज़मीन के असली मूल्य से कहीं अधिक थी।


अनायरा ने तुरंत इंटरनेट पर उस इलाके के नगरपालिका नियमों की जाँच की। उसके खोजने पर पता चला कि नगर निगम के रिकॉर्ड के अनुसार, उस विशेष ज़मीन पर बेसमेंट पार्किंग या भूमिगत आपातकालीन प्रणाली बनाने की अनुमति ही नहीं थी। यानी जो 'प्रणाली' का खर्च दिखाया गया था, वह वास्तविकता में संभव नहीं था।


यह एक बड़ी अकाउंटिंग खामी थी। इसका मतलब था कि या तो डील में जानबूझकर धांधली की गई थी, या वीर के सलाहकार ने बड़ी चूक की थी। किसी भी स्थिति में, यह वीर कंस्ट्रक्शन को करोड़ों का नुकसान पहुँचा सकती थी।


अनायरा ने अपने निष्कर्षों को चार छोटे, स्पष्ट बिंदुओं में टाइप किया और फाइल बंद कर दी। अब उसे इंतज़ार करना था।


लगभग दो घंटे बाद, केबिन का दरवाज़ा खुला और वीर अंदर आया। वह एक कॉल पर था, और उसकी आवाज़ सख्त और तनावपूर्ण थी। "नहीं, मैं कोई समझौता नहीं करूँगा। या तो डील मेरे हिसाब से होगी, या फिर आप अपना ऑफर वापस ले लें।"


कॉल खत्म करने के बाद, उसने अपना टाई ढीला किया और अनायरा की ओर देखा। "सारांश तैयार है?"


अनायरा ने टेबल पर टाइप किया हुआ नोट और गोपनीय फाइल आगे बढ़ाई। "हाँ, मिस्टर वीर। सारांश तैयार है, लेकिन इससे भी ज़रूरी, मैंने फाइल में एक बड़ी खामी पाई है।"


वीर के चेहरे पर कोई भाव नहीं आया। उसने फाइल उठाई, जैसे वह उसकी बात को गंभीरता से नहीं ले रहा हो। उसने सारांश पढ़ना शुरू किया, और फिर उसकी निगाह चौथे बिंदु पर जाकर रुक गई—जहाँ अनायरा ने 'बेसमेंट/इमरजेंसी सिस्टम की अवैध लागत' के बारे में लिखा था।


वह रुका। अपने होंठ भींचे, बिना कुछ बोले, तुरंत ज़मीन के कागज़ात और पर्यावरण रिपोर्ट निकाली। उसने तेजी से पन्ने पलटे, अनायरा के बताए गए नियमों की जाँच की, और फ़ोन उठाया।


"राजेश को बुलाओ। अभी। कहो, मुझे बेसमेंट पार्किंग के नियम और उस ज़मीन के पुराने नक्शे चाहिए। तुरंत!" उसकी आवाज़ अब पहले से कहीं ज़्यादा तेज़ और सख्त थी।


अनायरा चुपचाप बैठी रही, उसके दिल की धड़कन बढ़ गई थी। उसने महसूस किया कि वह एक खतरनाक क्षेत्र में कदम रख चुकी थी।


वीर ने लगभग दस मिनट तक कागज़ात और नियमों की जाँच की। फिर उसने गहरी साँस ली और अनायरा की ओर देखा। उसकी आँखें आश्चर्य और हल्की-सी झुंझलाहट से भरी थीं।


"तुम सही हो," उसने धीरे से कहा, जैसे किसी बड़ी हार को स्वीकार कर रहा हो। "यह... यह एक बड़ी चूक थी। मेरे सबसे भरोसेमंद कानूनी सलाहकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया। यह डील हमें करोड़ों में डुबो सकती थी।"


अनायरा को उम्मीद थी कि वह उसे शाबाशी देगा। लेकिन वीर सिर्फ उठा और केबिन के बड़े कोने की तरफ गया, जहाँ एक बड़ी बुकशेल्फ थी। उसने एक और फाइल निकाली और पीछे मुड़े बिना कहा, "वेल डन, मिस अनायरा। तुम्हारी आँखें अच्छी हैं। लेकिन यह तुम्हारा काम था। अब अगली फाइल पर ध्यान दो।"


उसने शाबाशी नहीं दी, लेकिन उसकी आवाज़ में एक अजीब-सा सम्मान था, जिसे अनायरा महसूस कर सकती थी।


अनायरा फाइल लेने के लिए उठी। तभी उसकी नज़र बुकशेल्फ के ठीक ऊपर दीवार पर टँगी एक तस्वीर पर पड़ी। यह वीर की तस्वीर थी, लेकिन व्यावसायिक सूट में नहीं। वह एक पुराने, आरामदायक टी-शर्ट और जीन्स में था, एक छोटे, प्यारे डॉग को गले लगाए हुए। वह दिल खोलकर मुस्कुरा रहा था—एक मुस्कान, बिल्कुल उस घमंडी वीर से अलग, जिसे अनायरा जानती थी।


अनायरा उस तस्वीर को देखती रही। “यह मुस्कान उस आदमी की नहीं हो सकती जिसने अभी-अभी कॉफी मग फेंका था,” उसने सोचा।


वीर ने पलटकर देखा। उसने अनायरा को तस्वीर घूरते हुए पकड़ लिया। उसके चेहरे पर हल्का-सा सम्मान था, जो तुरंत असुरक्षा और क्रोध में बदल गया।


"वह क्या देख रही हो?" वीर की आवाज़ एकदम से ठंडी हो गई।


अनायरा झट से तस्वीर से नज़रें हटाई। "कुछ नहीं, मिस्टर वीर। बस... दीवार को देख रही थी।"


वीर ने तेज़ी से तस्वीर को हटा लिया और तुरंत बुकशेल्फ के पीछे छिपा दिया। उसका चेहरा सख्त हो चुका था।


"याद रखो, मिस अनायरा," उसकी आवाज़ में चेतावनी थी। "तुम यहाँ मेरे काम को देखने आई हो, मेरी निजी ज़िंदगी को नहीं। इस ऑफिस में सिर्फ काम की बातें होंगी।"


अनायरा को एहसास हुआ कि उसने गलती से वीर के सबसे संवेदनशील हिस्से को छू लिया था। उसके घमंड के नीचे, एक ऐसा वीर छिपा था जिसे वह दुनिया से छुपाना चाहता था।


"ठीक है, मिस्टर वीर," अनायरा ने कहा, "मैं अब अगली फाइल पर ध्यान दूँगी।"


वीर ने एक पल के लिए उसे घूरा, मानो यह सुनिश्चित करना चाहता हो कि वह उसकी बात समझ गई है। फिर उसने उसे अगली फाइल दी, और खुद कानूनी सलाहकार को फोन करने चला गया।


अनायरा जानती थी—वीर को हराने का रास्ता उसकी पेशेवर कमियों से नहीं, बल्कि उसके निजी जीवन की दीवारों से होकर जाता था। और उस तस्वीर ने उसे उस दीवार में एक छोटी-सी दरार दिखा दी थी।




आगे क्या? (What Next?)

भाग 7 में: अनायरा को एक नया और बहुत ही निजी असिस्टेंट टास्क मिलता है, जिसकी वजह से उसे वीर के घर जाना पड़ता है। वहाँ, उसे प्रिया और वीर के रिश्ते और उस छिपाई हुई तस्वीर के

बारे में कुछ अहम सुराग मिलते हैं।

आप भाग 7 के लिए तैयार हैं?