episode 73
वजह से तैसे करके शशांक को बच्चों को शॉपिंग ले जाने के लिए माना लेती है। जिसकी वजह शशांक आरोही के सामने हार मान लेता है और कार को कपाड़िया मेंशन की तरफ बढ़ा देता है।
ab aage
कपाड़िया मेंशन
आज कपाड़िया मेंशन बड़ा शांत था। सब लोग अपना अपना काम कर रहे थे। झा रुचिता इशिता मोहिनी जी मिलकर सबके लिए नाश्ता बना रहे थे।
तो वही खुशी जी और अरनव की वनराज कश्यप और रमन जी के साथ मिलकर बातें कर रहे थे।
अरनव की कपाड़िया कारपोरेशन के चेयर पर्सन थे वह भले ही ऑफिस न जाते हो लेकिन बिजनेस की सारी जानकारी रखते थे।
तो वही सांची और पालकी अपने कमरे में थे।
जहां शेखर जी अपने पिता तेजी के कमरे में थे तो वही उर्मिला जी अपनी बेटी सिमरन के कमरे में थी।
सब लोग अपना-अपना काम कर रही रहे थे कि उनकी इस शांति भरी सुबह में रोमांच भरने के लिए कार्तिक बड़े स्टाइल से दरवाजे से अंदर चिकते हुए आता है।
"स्वागत नहीं करोगे क्या हमारा ,, वह यह वाक्य बड़े ड्रैमेटिक अंदाज में अपने हाथों को फैलाते हुए बोलता है।
उसकी आवाज सुनकर सभी लोग दरवाजे की तरफ देखते हैं और उसे दरवाजे के पास ऐसे चिल्लाते हुए आते देखकर किसी को ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है क्योंकि वह अक्सर ऐसे ही करता रहता था।
कार्तिक पहले सीधा जाकर खुशी की अरनव की और रमन जी के पर को छूकर कहता है परिपोना करता है।
फिर कश्यप और वनराज से मिलकर सोफे पर पसर कर बैठ जाता है।
उसकी आवाज सुनकर मोहिनी जी उसे कॉफी और पानी लाकर देती है।
वह काफी और पानी लेकर उन्हें थैंक्स करता है। जिस पर मोहिनी जी मुस्कुरा देती है फिर वह वहां से चली जाती है।
और फिर से सभी लोग बातें करने में बिजी थे तो वही कार्तिक कॉफी पीते पीते पूरे घर को टकटक की लगाए निहार रहा था।
कार्तिक की हरकत खुशी जी देख लेती है और मुस्कुरा कर कहती है "इतनी शिद्दत से किसे ढूंढ रहे हो,,
जिसे सुनकर कार्तिक शर्मा जाता है और अपने बालों पर हाथ फेरते हुए कहता है किसी को भी नहीं दादी,,।
उसकी बात सुनकर खुशी की कहतीं है "फिर इतनी देर से पूरे घर को उल्लू की तरह क्यों घूर रहे हो?,,
खुशी जी की सवाल सुनकर कार्तिक को अपना सर दीवार पर फोड़ने का कर रहा था पर वह बात को पलटते हुए कहता है वह मैं यह देख रहा था की दादी आज घर कितना शांत क्यों है? जब भी घर आता हो तब बच्चों की शरारती करने की आवाज आती रहती है ऊपर से बच्चों के ज्ञान में एक नया मेंबर ज्वाइन हो गया वह भी आप शांत है।जिसकी वजह से मैं पूरे घर को देख रहा था।।
वह जैसे तैसे कर कर कहानी बनाकर खुशी जी को बता देता है। जिस पर खुशी जी सब कुछ जानकार भी अनजान बनते हुए उसकी कहानी को सच मानती है।
और उसे कहती है कि जाओ वह सब लोग ऊपर है उन लोगों को उठाओ और नीचे लाओ इतनी देर हो गई है कोई भी नहीं आया है।
उनकी बात सुनकर कार्तिक के चेहरे पर 1080 वोल्ट का चमक आता है और वह एक पल गवार बिना ही ऊपर भागता है।
उसकी यह स्पीड देखकर वहां पर बैठे सभी लोग एक पल के लिए हैरान रह गए फिर एक दूसरे को देखकर हंसने लगे क्योंकि वह सब जानते थे कि अब तक कार्तिक उन सबसे झूठ बोल रहा था वह तो दुर्गा के लिए यहां आया था और उसे दुर्गा नहीं दिख रही थी जिसकी वजह से वह पूरे घर को उल्लू की तरह देख रहा था।
कार्तिक ऊपर जाकर दुर्गा का कमरे को नॉक करता है। पर अंदर से कोई रिस्पांस नहीं आता है। फिर भी वह अपने चेहरे पर हंसी लेकर दरवाजे को बजाने लगता है। लेकिन तभी उसे कोई जवाब नहीं मिलता है।
जिसकी वजह से उसकी हंसी कम होने लगती है और परेशानी चेहरे पर दिखने लगती है। वह एक पल गवार बिना ही दरवाजा खोलता है।
तो वह देखता है कि कमरे में कोई नहीं है जिसकी वजह से वह बालकनी बाथरूम क्लोजेट सब देखता है । फिर भी उसे दुर्गा कहीं नहीं मिलती तो वह घर की उन सारी जगह पर जाता है जहां पर दुर्गा हो सकती थी।
वह तो सांची और पालकी के कमरे में भी ढूंढता है तो उसे वह दोनों एक दूसरे से गले लगा कर सोई हुई दिखती है तो वह धीरे से दरवाजा बंद कर कर वहां से चला जाता है।
दुर्गा की ना मिलने की वजह से उसके चेहरे पर परेशानी बढ़ रही थी। तभी उसके दिमाग में कुछ आता है तो वह शिवाय के कमरे की तरफ जाता है और कमरे को बिन बजाए खोल देता है।
तो वह देखता है कि कमरे में कोई भी नहीं है पूरा कमरा खाली है। ना कमरे में दुर्गा है ना ही बच्चे ना ही शिवाय।
इसे देखकर अब उसकी परेशानी घबराहट में बदल जाती है। वह जल्दी से जाकर पूरे कमरे को अच्छे से देखता है।
वह बैठ के पास खड़े होकर कुछ सोच रहा था तभी उसका ध्यान क्लोजेट पर जाता है तो वह क्लोजेट में जाकर कपबोर्ड को खोलना है तो देखा है कि शिवाय के और बच्चों के सारे कपड़े वही है पर वहां से कुछ फाइल्स और इंपॉर्टेंट चीज गायब थी जिसे देखकर वह कुछ समझ जाता है।
अब कार्तिक को समझ में आ गया कि उसे क्यों सुबह से अजीब सी फीलिंग आ रही थी। आखिर क्यों शिवाय और दुर्गा उसका कॉल नहीं उठा रहे थे ना उसका मैसेज का रिप्लाई दे रहे थे।
अब कार्तिक के चेहरे पर मुस्कान नहीं बल्कि उसकी आंखों में हल्की सी नमी थी, क्योंकि यह सब कुछ उससे पहले भी महसूस किया था। यह जो अभी हुआ है,वह पहले भी उसके साथ हो चुका है।
जितने स्पीड के साथ और नीचे गया था उतने ही धीरे-धीरे से वह नीचे आ रहा था उसकी शक्ल से रौनक गायब हो गई थी।
आज कार्तिक को बहुत बुरा लग रहा था हमेशा क्यों उसके साथ ऐसा होता है। लाइफ में जिन दो लोगों को वह सबसे ज्यादा इंपॉर्टेंट मानता है वह दो लोग उसे क्यों इंपॉर्टेंट नहीं देते हैं।
वह यह सोचकर धीरे-धीरे सीडीओ से नीचे उतर रहा था। आखिर क्यों शिवाय और दुर्गा किसी ने भी उसे कि यहां नहीं बताया कि वह यहां से जा रहे हैं।
उसके दिमाग में ऐसे ही बहुत कुछ आनब शनब चल रहा था।
किचन से आई हुई इशिता जी की नजर जब कार्तिक के मायूस चेहरे पर पड़ती है तो वह उसे सवाल करती है "क्या हुआ बच्चा तुम ऊपर उन सबको उठाने गए थे यू मुंह लटका कर नीचे क्यों आए हो?,,
उसके बात सुनकर कार्तिक अपनी नजरों के ऊपर कर कर देखता है तो इशिता जी और बाकी सब उसके आंखों में नमी देखकर परेशान हो जाते हैं क्योंकि कार्तिकेय कैसा लड़का था जो हर वक्त मस्ती मजाक करता रहता था। उसे रुलाना या गुस्सा दिलाना किसी के लिए भी आसान नहीं होता था।
सभी लोग कार्तिक की तरफ जल्दी-जल्दी आने लगते हैं।
खुशी की कार्तिक से कहती है क्या हुआ बच्चा की आंखों में नमी क्यों है? तुम तो ऊपर उन सबको बुलाने के लिए गए थे ना क्या हुआ वह लोग अभी तक नीचे क्यों नहीं आए?
खुशी जी की बातों में फिक्र थी। जिसे सुनकर कार्तिक उन्हें एक तक देखने लगता है फिर अपनी नजर सब के ऊपर डालता है जो उसे परेशान होकर देख रहे थे।
कार्तिक ने उनकी बातों से अंदाजा लगा लिया था कि घरवालों में किसी को नहीं पता कि शिवाय और दुर्गा यहां से वापस चले गए हैं। अब उसे समझ नहीं आ रहा था कि वह इन सबको यह बात कैसे बताएं।
वह सोच रहा था कि तभी उसकी कानों में रुचिता की आवाज पड़ती है "लगता है मां फिर से दुर्गा ने इसे परेशान किया होगा जिसकी वजह से यह से मुंह लटका कर नीचे आया है।
और शायद देवर जी ने कार्तिक का साथ नहीं दिया होगा जिसकी वजह से यह मूंह लटका कर आ गए होंगे।,,
रुचिता जी की बात सुनकर सभी लोग एक राहत की सांस लेते हैं। पर वनराज अभी भी एक तक कार्तिक को देख रहा था। क्योंकि उसे इतना तो समझ में आ गया कि बात बहुत ज्यादा सीरियस है जो रुचिता बोल रही है वह बिल्कुल भी नहीं होगी।
जिस पर खुशी जी कार्तिक के आंखों की नमी को पोंछते हुए कहती है आने तो दोनों को आज वह दोनों के टांगे ना तोड़ दी तो मैं भी ख़ुशी अर्णव कपाड़िया नहीं।।
खुशी जी की बात सुनकर सब लोग मुस्कुरा देते हैं।
लेकिन तभी उसके खानदान में कार्तिक की एक धीरी मगर भरी आवाज पड़ती है।
"वह दोनों कमरे में नहीं है,,।
उसकी बात सुनकर सभी लोग एक पल के लिए खामोश होते हैं। लेकिन तभी अर्णव जी कहते है।"तो क्या हुआ कमरे में नहीं है तो घर में कहीं इधर-उधर होंगे इतना कहकर वह सर्वेंट को शिवाय और दुर्गा को बुलाने के लिए भेज देते हैं।
वनराज ने अब तक पूरे मामले को समझ चुका था उसे समझ में आ गया था कि कार्तिक क्या कहना चाहता है।
तभी फिर से कार्तिक एक बार पूरी बात को साफ करते हुए कहता है वह लोग कमरे में क्या पूरे घर में भी आपको नहीं मिलेंगे यहां तक की पूरे देश में ढूंढोगे तभी नहीं मिलेंगे क्योंकि वह दोनों वापस जा चुके हैं। एक बार फिर से बिना बताए।
कार्तिक की बात सुनकर वहां पर सन्नाटा छा जाता है।
उन लोगों में से कोई कुछ का पता उससे पहले ही उन सबको बाहर से किसी की चिल्लाने की आवाज आपड़ती है तो वह लोग घर के बाहर चले जाते हैं।
सर्वेंट हाउस
एक लड़की बेड पर खड़े होकर कमरे की चीजों को इधर-उधर फेक रही थी तो वही सामने कुछ बॉडीगार्ड उसे लड़की को पकड़ना चाहते थे क्योंकि वह लड़की पूरे कमरे का तहस नहस कर चुकी थी।
जिसकी आवाज मेंशन के अंदर तक जा रही थी। जिसे सुनकर सारे घर वाले परेशान होकर सर्वेंट हाउस की तरफ बढ़ जाते हैं।
तो वही वह लड़की बेड पर खड़े होकर इधर-उधर देखती हैं ,तभी उसकी नजर फ्रूट बास्केट में जाती है जहां पर एक चाकू रखा हुआ था वह लड़की बॉडीगार्ड को चकमा देकर उसे चाकू के पास जाती है और चाकू को लेकर बॉडीगार्ड की तरफ कर देती है।
जिसे देखकर बॉडीगार्ड जहां थे वहीं खड़े हो जाते हैं क्योंकि अगर वह थोड़ा आगे बढ़ते तो वह लड़की उन पर या खुद पर चाकू चला देती जिसकी वजह से वह लोग आगे नहीं बढ़ रहे थे।
वह लड़की उन लोगों से सवाल करती है तुम लोग कौन हो और क्या कर रहे हो इतना कहकर वह फिर से खुद ही जवाब देती है कहीं तुम लोग किडनैपर तो नहीं हो?
उसे लड़की की बात सुनकर पहले तो बॉडीगार्ड एक दूसरे को देखने लगते हैं जैसे यह कहना चाहते हो कि इस लड़की को किस एंगल से हम लोग किडनैपर दिख रहे हैं।
वह बॉडीगार्ड्स लड़की को कुछ समझा पाते उससे पहले ही वह लड़की अपनी जुबान को चलते हुए कहती है " देखो किडनैपर ब्रो मुझे किडनैप कर कर आप लोगों को कुछ नहीं मिलेगा। एक पैसा भी नहीं। और ऊपर से मेरे पास आपको फिरौती की रकम देने के लिए कोई भी नहीं है ।
अगर आपको किडनैप करना ही था तो किसी और अमीर फैमिली के इंसान को करते मुझ जैसे ही आनात को कर कर आपको क्या फायदा मिलेगा।
मैं हीं अपना खर्चा बड़ी मुश्किल से उठाती हूं यहां तक की मेरी कॉलेज का फीस हॉस्टल की फीस भी स्कॉलरशिप से आती है।
देखिए मुझे किडनैप कर कर आपका कोई फायदा नहीं मिलेगा।
वह लड़की इतना बोलकर एक गहरी सांस लेती है। तो वही बॉडीगार्ड भी एक गहरी सांस लेते हैं क्योंकि उसे लड़की की बिना सर पर की बकबक सुनकर उनके कान भी दर्द हो रहे थे अगर कुछ और देर या लड़की ऐसे ही बकबक करती तो उनके कान से खुन निकलता।
अब तक तो आपने गेस कर लिया होगा कि यह लड़की कौन है।
नहीं तो मैं बता देता हूं यह कोई और नहीं मेघा है जो आज ही होश में आई थी। जैसे ही उसने अपने आप को अंजान जगह पर देखा और ऊपर से अपने आजू-बाजू इतने बॉडीगार्ड को देखा तो उसे लगा कि उसका किडनैप हो गया है।
पहले तो वह पूरे जगह को सही से देखती है तो वह देख की यह बहुत ही ज्यादा खूबसूरत कपड़ा है। जिसका रंग हल्का हरा और सफेद था।
जिसे देखकर तो वह कंफ्यूज हो जाती है कि किडनैपर कब से इतनी अच्छी जगह पर रहने लगे हैं फिर वापस सर को झटक कर वहां से निकलने की या यह कह सकते हैं भगाने की कोशिश करती है पर गार्ड उसे पकड़ ही लेता है।
इसके बाद से वह इतना सब कुछ कर देती है।। ।
तभी वहां पर पूरा कपाड़िया फैमिली आता है तो देखते हैं कि बेग के हाथों में चाकू था और वह उसे चाकू को बॉडीगार्ड की तरफ कर रखा था।
मेघा को होश में देखकर किसी को फर्क नहीं पड़ता है तो वही वनराज का दिल अजीब सी कशमकश था।
मेघा की हरकत देखकर उसे उसके साथ बिताए हर पल उसके दिमाग में एक रिल की तरह चल रहा था।
तो वही रुचिता के कुछ अलग ही सिचुएशन चल रहे थे जहां वह मेघा को होश में देखकर खुश थी तो साथ में घबराई हुई भी थी अब उसे किस बात का डर था वही जाने।
टीजर
इस वक्त पूरे मीटिंग हॉल पर खामोशी छाई हुई थी वहां पर बैठे हुए हर एक इंसान के माथे पर पसीना बह रहा था।
तो वहीं सीओ चेयर पर बैठे हुए सेक्स की उंगलियां टेबल पर किसी डरावनी मूवी की तरह बज रहा था।
उनमें से एक आदमी उठकर सीईओ चेयर पर बैठे हुए इंसान के पैर पकड़ते हुए कहता है सर में जाट पूछ कर नहीं किया है मुझे धमकी मिली थी अगर मैं उनका काम नहीं करूंगा तो वह तेरी फैमिली को नहीं छोड़ेंगे इसलिए मैंने आपको धोखा दिया इतना बोलकर वह आदमी मगर बच के आंसू बहने लगता है।
आप कहानी में आगे क्या होगा कैसे बीतेगी सबकी जिंदगी।
क्या मेघा के आने की वजह से कोई होगा धमाका जाने के लिए पड़ी अगला चैप्टर।
गैस आप लोग कमेंट क्यों नहीं कर रहे हो । आई मीन मेरे पास अच्छे खासे 200 रीडर है और दो से रीडर में से कोई एक रीडर भी मैं कमेंट कर रहा है ना ही रिव्यू दे रहा है।
प्लीज ऐसा मत करो अगर आपको कहानी अच्छी लगी है तो कमेंट और रिव्यू देना नहीं लगी है तो कमेंट करना।
प्लीज प्लीज आईटी'एस ए हम्बल रिक्वेस्ट टू यू ऑल।