chapter 71
पहले हम किरदारों से मिलते हैं फिर कहानी को आगे शुरू करेंगे।
करैक्टर इंट्रोडक्शन।
कपाड़िया
तेज कपाड़िया कपाड़िया खानदान के बुजुर्ग है, उम्र 80 सालके हैं। फिलहाल कोमा में है।
इनकी बीवी उर्मिला कपाड़िया है। कपाड़िया खानदान की बड़ी बहू है।
स्वभाव चालाक है उम्र 72 साल की है।
इन दोनों के दो बच्चे हैं।
सिमरन कपाड़िया तेज और उर्मिला की इकलौती बेटी और कपाड़िया परिवार की पहली बेटी और वह भी कपाड़िया खानदान की पहले वारिस है। उम्र 59। फिलहाल कोमा में है। इनकी कोई औलाद नहीं है।
शेखर कपाड़िया कपाड़िया परिवार के तीसरी वारिस उर्मिला और तेज के दूसरे बेटे है।
उम्र 57 । इनकी पर्सनैलिटी थोड़ी सी अजब है। इनके तीन बच्चे हैं। कश्यप, अद्वितीय, सांची। और तीनों सिंगल है।
उनकी पत्नी का नाम मोहिनी कपाड़िया है उम्र 58। उनके अतीत में बहुत सारे राज छुपे हुए हैं।
अर्णव कपाड़िया। यह तेज जी के छोटे भाई है और कपड़े इंडस्ट्री के अध्यक्ष हैं। उम्र 78। इनकी पर्सनैलिटी नारियल की तरह है अंदर से मुलायम बाहर से कड़क।
खुशी कपाड़िया अरनव जी की जान है और कपाड़िया मेंशन की लेडी बॉस है। उम्र 76 है और वह उर्मिला जी की बड़ी बहन है। इनकी पर्सनैलिटी स्ट्रांग वूमेन की है। यह सीधे लोगों के लिए सीधी है और तेढे लोगों के लिए तेढी है।
खुशी जी और अरनव जी के भी दो बच्चे हैं एक का नाम रमन कपाड़िया है तो दूसरे का नाम अनुज कपाड़िया है।
रमन कपाड़िया कपाड़िया खानदान के दूसरे वारिस है। उम्र 58 ।उनकी पत्नी का नाम इशिता कपाड़िया है। उम्र 57। रमन जी की पर्सनैलिटी मिस्टीरियस है। यह वह इंसान है जिसके अंदर कई सारे राज दफन है। इशिता कपाड़िया इनकी पर्सनैलिटी कोमल शांत स्वभाव की है। इनके दो बच्चे हैं एक का नाम वनराज है दूसरे का नाम पालकी कपाड़िया है।
वनराज करंट सीईओ ऑफ़ कपाड़िया कॉरपोरेशन। कपाड़िया के सेकंड जेनरेशन के पहले वारिस है। यह अपने परिवार के लिए शांत उलझे हुए इंसान है तो वही दूसरों के लिए सख्त और शक्तिशाली इंसान है।
उनकी पत्नी का नाम रुचिता कपाड़िया है। इनका स्वभाव बहुत ही ज्यादा सीधा-साधा है। यह दुनिया में सबसे ज्यादा वनराज से प्यार करती है। इन दोनों का एक बेटा है जिसका नाम कौरव है यह थर्ड जनरेशन का पहले वारिस है कपाड़िया खानदान का।
पालकी कपाड़िया यह सेकंड जनरेशन की पहले बेटी है कपाड़िया खानदान की और अरनव जी के परिवार की जान है। यह बहुत ही ज्यादा सेंसिटिव और इमोशनल लड़की है। फिलहाल वह सिंगल है।
अनुज कपाड़िया सेकंड जेनरेशन के आखिरी वारिस और अरनव और खुशी जी के दूसरे बेटे है। 10 साल पहले किसी साजिश की तहत इनकी और उनकी बीबी प्रिया कपाड़िया की मौत हो गई है। इनका एक बेटा है जिसका नाम शिवाय है। अनुज कपाड़िया अपने जमाने के बेस्ट बिजनेसमैन रह चुके थे और उनकी पत्नी प्रिया कपाड़िया बेस्ट शेफ का किताब गिनीज वर्ल्ड में रिकॉर्ड बना चुकी थी। इन दोनों की खूबी शिवाय में कूट-कूट कर है।
शिवाय कपाड़िया हमारे कहानी के मुख्य किरदारों में से एक शख्स है। उम्र 24 साल की है। यूं तो यह बड़े खड़ूस और कोल्ड पर्सनल की टाइप के इंसान है पर अपने परिवार के लिए दुनिया के सबसे बड़े मासूम और शांत स्वभाव के इंसान है। इनके दो 5 साल के जुड़वा बच्चे हैं एक का नाम संवि है तो दूसरी का नाम आर्य है यह कपाड़िया खानदान के थर्ड जनरेशन के बच्चे हैं।
दुर्गा बड़ी चुलबुली सी लड़की है। इनका रिश्ता कपाड़िया खानदान से एक राज है जो वक्त आने पर आपको पता चल जाएगा।।
यह रही कपाड़िया खानदान की इंट्रोडक्शन।
मल्होत्रा
यश मल्होत्रा उम्र 80 साल के हैं। यह मल्होत्रा खानदान की मुखिया है। इनकी बीवी का नाम जय मल्होत्रा है। जया जी की उम्र 76 की है। उनकी जुबान मिर्ची से भी ज्यादा टिकी है और नजरें चील से भी ज्यादा तेज है।
इनके दो बच्चे हैं एक का नाम मनीष मल्होत्रा है तो दूसरे का नाम सिद्धार्थ मल्होत्रा है।
मनीष मल्होत्रा, मल्होत्रा खानदान के बड़े बेटे है। मल्होत्रा बिजनेस के COO chief operating officer है। उम्र 59 स्वभाव से शांत इंसान है। इनकी बीवी का नाम लक्ष्मी मल्होत्रा है उम्र 54 है।
इन दोनों की दो बेटियां है एक का नाम यशी मल्होत्रा है तो दूसरे का नाम तारा मल्होत्रा है।
यह दोनों बहने होकर भी इनका स्वभाव जमीन आसमान की तरह अलग है। एक चतुर चालाक है तो दूसरी चुलबुली है।
सिद्धार्थ मल्होत्रा उम्र 57 सीईओ ऑफ़ मल्होत्रा इंडस्ट्री। उनकी पत्नी का नाम साधना मल्होत्रा है। कई साल पहले ही उनकी मौत हो चुकी है।
इन दोनों के भी दो बच्चे हैं। तरुण और वीर
तरुण मल्होत्रा स्वभाव से शान समझदार व्यक्ति है। और हमारे मुख्य किरदार उसमें से एक है।
वीर मल्होत्रा मल्होत्रा खानदान की छोटी बेटी है। यह इंटर डॉक्टर है। और इन्हें मन ही मन कश्यप कपाड़िया पर क्रश है।
शर्मा फैमिली
हेड ऑफ़ द फैमिली राम शर्मा उम्र 57 चेयरपर्सन का शर्मा'एस कंपनी। उनकी पत्नी का नाम अंकिता शर्मा है। उम्र 55 साल की है। यह दोनों स्वभाव से बहुत ही ज्यादा शांत और खुशमिजाज के है इनके दो बच्चे हैं। शशांक शर्म। और आरोही शर्मा।
शशांक शर्मा सीईओ ऑफ़ शर्मा'एस कंपनी। फिलहाल सिंगल है। इन्हें अपनी बहन आरोही से कुछ ज्यादा ही प्यार है। आरोही की खुशी के लिए शशांक कुछ भी कर सकते हैं।
आरोही शर्मा शर्मा खानदान की लाडली बेटी है इन्हें डांस करना बहुत ही ज्यादा पसंद है। यह हमारी कहानी की हीरोइन है।
शेखावत फैमिली
नवीन शेखावत। शेखावत अस्पताल और फार्मास्यूटिकल के चेयर पर्सन है। यह अपनी बीवी संजना शेखावत से बहुत प्यार करते हैं। शेखावत खानदान देश का सबसे बड़ा चिकित्सालय को चलते हैं। उनके परिवार में सब लोग डॉक्टर ही है।
इन दोनों का एक बेटा है इसके इर्द-गिर्द इन दोनों की पूरी दुनिया घूमती है कार्तिक शेखावत। शिवाय के बचपन के दोस्त और जल्दी होने वाले जीजाजी है। इनकी पर्सनैलिटी फनी लविंग केयरिंग है। यह कभी भी किसी भी माहौल में जल्द ही गुल मिल जाते हैं।
अन्य किरदार
प्रणय असिस्टेंट का शिवाय कपाड़िया। काम कोल्ड पर्सनालिटी के इंसान है। और यह एक अनाथ भी है।
मेघा वनराज की एक्स गर्लफ्रेंड रुचिता की बेस्ट फ्रेंड है। जो उनकी जिंदगी में कहीं से आई है। उनके आने की वजह से वनराज और रुचिता की जिंदगी में क्या तूफान आएगा यह कहानी में पड़ेंगे।
सक्षम शर्मा । हमारे कहानी के सबसे बड़ेविलन है। और यह आरोही के असली पिता भी है। आरोही की असली मां का नाम श्रेया है वह एक अनाथ लड़की थी जिसका फायदा सक्षम शर्मा ने खूब उठाया है जिसकी डिप्रेशन की वजह से वह आरोही को जानम देते ही चल बसी। श्रेया जी अंकित जी की बेस्ट फ्रेंड थी जिसकी वजह से एमआर एंड एमआरएस शर्मा ने आरोही को गोद ले लिया है। इसके बारे में आरोही को कुछ नहीं पता है।।
यह रही हमारी कहानी की सारी किरदारों की इंट्रोडक्शन। आई होप की आपको चैप्टर कितने दिन न मिलने की वजह से आप कहानी के किरदारों को ना भूले हो।।।
एक तरफ मैगी बन रहा तो दूसरी तरफ आरोही सैंडविच बना रही थी। कुछ देर बाद मैगी और सैंडविच दोनों तैयार रहते हैं तो आरोही एक प्लेट में सैंडविच रखती है और दो कटोरे में मैगी फिर दो गिलास ठंडा दूध यह सब कुछ एक ट्रेन में लेकर अपने कमरे की तरफ जाती है।
अब आगे
तरुण उसके हाथों से ट्रे को लेकर आरोही के कमरे के ,बालकनी की तरफ बढ़ जाता है।
आरोही भी उसके पीछे-पीछे जाती है।
तरुण बालकनी के टेबल पर ट्रे को रखता है। उसके बाद दोनों टेबल के ईद गिर्द बैठ जाते हैं। जहां तरुण ट्रे से मैगी के 🍜 बोल निकाल कर आरोही की तरफ बढ़ा देता है और साथ में सैंडविच का प्लेट और उसका गिलास भी देता है।
तो वही आरोही अपने फोन में म्यूजिक को लो वॉइस में चल देती है। जिस पर दिल दी गल यह गाना चल रहा था।
म्यूजिक..............
उसके बाद वह दोनों खाना शुरू कर देते हैं। इस वक्त बालकनी का पूरा माहौल एक रोमांटिक देख की तरह बन गया था जहां सिर्फ दो लोगों अपने प्यार को महसूस कर रहे थे । कोई दिखावट नहीं ना ही कोई सजावट बस मोहब्बत ही मोहब्बत पूरी फिजा में।
कच्ची डोरियों डोरियों डोरियों से
मैनु तू बांध ले
पक्की यारीयों यारीयों यारीयों में
होंदे ना फासले
ये नाराज़गी कागज़ी सारी तेरी
मेरे सोह्णेया सुन ले मेरी
दिल दियां गल्लां
करांगे नाल नाल बह के
आँख नाले आँख नू मिला के
दिल दियां गल्लां हाय
तरुण पूरे कंसंट्रेशन के साथ मैगी को एंजॉय कर रहा था लेकिन तभी उसका ध्यान आरोही की तरफ जाता है जो मैगी के एक-एक नूडल को बड़े मजे से खा रही थी। वह एक-एक नूडल्स को खाते वक्त अपनी आंखों को बंद कर कर उसे नूडल को सूड सूड कर कर पाउंट बनाते हुए खा रही थी उसके चेहरे पर एक अलग सी चमक थी जिसे देखकर तरुण का दिल जोर-जोर से धड़कने लगा था।
करांगे रोज़ रोज़ बह के
सच्चियाँ मोहब्बतां निभा के
सताये मैनु क्यों
दिखाए मैनु क्यों
ऐवें झूठी मुट्ठी रूस के रूसाके
दिल दियां गल्लां हाय
करांगे नाल नाल बह के
आँख नाले आँख नू मिला के
तेनु लाखां तों छुपा के रखां
अक्खां ते सजा के तू ऐ मेरी वफ़ा
रख अपना बना के
मैं तेरे लइयां तेरे लइयां यारा
ना पाविं कदे दूरियां
तेनु लाखां तों छुपा के रखां
अक्खां ते सजा के तू ऐ मेरी वफ़ा
रख अपना बना के
मैं तेरे लइयां तेरे लइयां यारा
ना पाविं कदे दूरियां
तरुण अपना खाना भूल कर आरोही को एक तक निहाने लगता है। और ऊपर से यह गाना उसके दिल का हाल बयां करने लगता है। तरुण को आरोही के साथ बिताए हुए हर पल की यादें किसी पिक्चर की तरह उसकी आंखों के सामने आ रही थी जिसे देखकर तरुण अनजाने में खोए हुए ही मुस्कुराता है।
जब आरोही को अपने ऊपर तरुण की नजर महसूस होती है तो वह तरुण की तरफ देखती है जो उसे एक तक देखते हुए पलों की तरह मुस्कुरा रहा था उसे ऐसा देखकर आरोही को शर्म आती है और उसके गाल जलने लगते हैं।
जिसे महसूस कर कर वह तरुण को उसके ख्यालों से बाहर लाने के लिए उसकी आंखों के सामने चुटकी बजती है।
जिसकी वजह से तरुण अपने ख्यालों से बाहर आता है और एंबार्रास्मेंट में अपनी आंखों को इधर-उधर करने लगता है क्योंकि उसे भी शर्म आ रही थी।
जिसे देखकर आरोही खिल खिलाकर हंसने लगती है। आरोही को हंसते देखकर तरुण को वह भी हंसी आती है और वह भी हंसने लगता है।
उसके बाद आरोही तरुण के पास जाकर बड़े ही स्टाइल से अपने हाथ को आगे कर देती है और इशारों में उसे डांस के लिए पूछती है जिसे देखकर तरुण भी अपना हाथ उसके हाथों पर रखता है और दोनों टेबल को साइड में रखकर गाने पर एक दूसरे को देखते हुए कपल डांस करते हैं।
तरुण गाने के लिरिक्स को लिप्सिंग करते हुए आरोही की एक हाथ को अपने हाथ में पकड़कर दूसरे हाथ को उसके कमर पर रखकर डांस करता है।
मैं जीना हाँ तेरा
मैं जीना हाँ तेरा
तू जीना है मेरा
दस् लेना की नखरा दिखा के
दिल दियां गल्लां
करांगे नाल नाल बह के
आँख नाले आँख नू मिला के
दिल दियां गल्लां
आरोही के राइट हैंड को पकड़ कर उसे गोल-गोल घूमाता है फिर उसे अपने करीब लाकर उसके बैक को गले लगाते हुए थिरुक्कने ने लगता है। उसकी टुडे आरोही के गले और कंधे के बीच में थी।।
जिसकी वजह से आरोही उसकी ठंडी सांसों को महसूस करती है। वह अपनी आंखों को बंद कर कर उसके हाथों पर अपनी पकड़ को मजबूत कर देती है। आरोही को ऐसा देखकर तरुण आंखों में एक चमक आती है। जिसमें कोई लास्ट नहीं था ,बस शिद्दत से भरी मोहब्बत थी,वह भी बेइंतहा।
रातां कालियाँ कालियाँ कालियाँ ने
मेरे दिल सांवले
मेरे हानियां हानियां हानियां जे
लग्गे तू ना गले
मेरा आसमा मौसमां दी ना सुने
कोई ख़्वाब ना पूरा बुने
दिल दियां गल्लां
करांगे नाल नाल बह के
आँख नाले आँख नू मिला के
पता है मैनु क्यों छुपा के देखे तू
मेरे नाम से नाम मिला के
दिल दियां गल्लां
करांगे नाल नाल बह के
आँख नाले आँख नू मिला के
दिल दियां गल्लां
गाने की म्यूजिक को महसूस कर कर तरुण आरोही को अपनी तरफ मोड़ता है तो आरोही अपने दोनों हाथों को तरुण के गार्डन में लिपट देता है तो वही तरुण अपने दोनों हाथों को उसके कमर पर लपेट देता है। और वह दोनों एक दूसरे के माथे को जोड़कर अपनी आंखें बंद कर कर उसे पाल को बड़े सुकून के साथ महसूस कर रहे थे।
म्यूजिक..........
Source: LyricFind
Songwriters: Irshad Kamil / Shekhar Ravjiani / Vishal Dadlani
कुछ देर बाद दोनों एक दूसरे से अलग होते हैं। उनके चेहरे पर इस वक्त एक मुस्कुराहट थी और आंखों में खुशी।
तभी दोनों को अपनी अपनी मैगी की याद आने लगती है जो अभी तक ठंडा हो चुका था। जिसे सोचकर वह पहले अपने मैगी को खत्म करते हैं फिर सैंडविच खाकर दूध को पी लेते हैं।
आरोही तरुण के साथ बातें कर रही थी तो वही तरुण भी अपने दिल की गला उसे सुना रहा था।
आरोही बात करते-करते तरुण के कंधे पर सर रखकर नींद की आगोश में चली जाती है। वही तरुण को जब आरोही की आवाज सुनाई नहीं देती तो वह अपने सर को नीचे झुका कर देखता है तो आरोही बड़े सुकून के साथ उसकी बाहों को पकड़ कर उसके कंधे पर सोई हुई है।
जिसे देखकर तरुण के चेहरे पर मनमोहन वाली हंसी छा जाती है।
वह धीरे से उठकर आरोही को अपनी बाहों में उठाकर उसके कमरे किया है अंदर जाता है और उसे बेड पर अच्छे से सुला कर उसके ऊपर चादर ओढ़ देता है। फिर उसके आजू-बाजू उसके सारे सॉफ्ट टॉयज रखकर उसके माथे को अपनी आंखें बंद कर कर चूम लेता है।।
उसे शिद्दत से चूम कर सीधा होकर बैठ जाता है और उसके बालों को सहलाते हुए अपनी आंखों में गंभीरता लाते हुए बोला "जान आई प्रॉमिस तुम तक आने वाली हर मुसीबत को मुझसे गुजरना होगा मैं कभी तुमसे तुम्हारी इस मुस्कुराहट को छीनने नहीं दूंगा। और कभी हम दोनों के बीच किसी को आने नहीं दूंगा चाहे वह इंसान जानबूझकर आए या जाने अनजाने में।
इतना कह कर वह बालकनी की तरफ जाता है और वहां रखे हुए ट्रे बाल और गिलास लेकर किचन की तरफ जाता है और उन्हें अच्छे से धोकर रख देता है फिर वापस आकर आरोही को देखा है और वैसे ही बालकनी से चला जाता है।
इस समय सुबह के 4:00 चुके थे।
कश्मीर
सक्षम अद नंगा बिस्तर पर लेटा हुआ था तो उसके बाजू में एक लड़की भी उसी हालत में लेटी हुई थी। सक्षम और उसे लड़की के कपड़े बेड के नीचे पड़े हुए थे।
वह लड़की और सक्षम दोनों बेड पर लेट कर गहरी गहरी सांस ले रहे थे।
सक्षम और उसे लड़की के शरीर पर काटने चमन के निशान थे जिसे देखकर कोई भी समझ सकता था कि उन दोनों के बीच कुछ देर पहले क्या हुआ है।......... कमरे में हल्की लाल रंग का लाइट जल रहा था जो ,उसे माहौल को और भी ज्यादा गर्म कर रहा था।
यू तो सक्षम 57 वर्ष का था पर वह आज भी दिखने में 30 का दिखता था। जिसे देखकर कोई भी सक्षम की असली उम्र का पता नहीं लग सकता था। उसके बुढ़ापे में भी अच्छी खासी बॉडी बनी हुई थी।
वह लड़की सक्षम के सीने पर हाथ फेरते हुए बातें कर रही थी तो वही सक्षम उसे लड़की के दूसरे हाथ को सहला रहा था। वह दोनों एक दूसरे में खोए हुए थे कि तभी के कमरे का दरवाजा खटखटाना लगता है।
जिसे सुनकर सक्षम पहले तो इग्नोर कर देता है। मगर जो इंसान दरवाजा खटखटा रहा था वह दरवाजे को खटखटाना बंद नहीं करता है।
जिसे सुनकर वह लड़की और सक्षम चिढ़ जाते हैं। सक्षम उसे लड़की को अपने आप से अलग कर कर उसे लड़की को दरवाजे खोलने का इशारा करता है जिसे समझ कर वह लड़की अपने पैर पटक कर खुद पर बाथरोब से लपेटकर दरवाजा खोल दे जाती है।
दरवाजे पर सक्षम का बॉडीगार्ड अपने हाथों में उसका फोन लेकर खड़ा था। जिसे देखकर वह लड़की मुंह बनाते हुए दरवाजे को पूरा खोलती है और सक्षम के पास जाकर बैठती है...... जो अब तक खुद को बाथरोब में लपेट कर सोफे पर सिगरेट सुलगाते हुए बड़े स्टाइल से बैठा हुआ था।
वह बॉडीगार्ड पहले सक्षम के पास आकर उसे ग्रीट करता है जिसे देखकर सक्षम कुछ भी रिएक्ट नहीं करता और उसे सीधा इतनी रात को डिस्टर्ब करने की रीजन करता है।
साक्षाम की चिढ़ी हुई शक्ल देकर बॉडीगार्ड पहले से ही डरा हुआ था अब उसका सवाल सुनकर वह हिचकिचा कर अपना फोन उसे दे देता है।
इसके बाद सक्षम फोन को देखकर मुस्कुराता है और बॉडीगार्ड और उसे लड़की को वहां से जाने का इशारा करता है।
बॉडीगार्ड तो उसका इशारा समझ कर एक पल गवार बिना ही नौ दो ग्यारह हो जाता है पर वह लड़की वहां से नहीं जाने का कोशिश करती है पर जो सक्षम कुछ देर पहले उसके साथ बड़ी नर्मी से बर्ताव कर रहा था ।
वह अब अपने बॉडीगार्ड को बुलाकर .......उसे लड़की को खींच कर ले जाने का इशारा कर देता है।
वह बॉडीगार्ड सक्षम का इशारा समझ कर उसे लड़की को घसीटते हुए उसके कमरे से बाहर ले जाता है और उसे लड़की को जमीन पर फेंक देता है।
कमरे में सक्षम उसे दीवार के पास जाता है जहां पर सारे कपाड़िया का तस्वीर लगा हुआ था। वह एक कली पर्दे को दीवार से हटता है तो वहां सामने कपाड़िया की तस्वीर थी जिसे देखकर वह तिरछी मगर घटिया स्माइल करते हुए अपने हाथ को गले पर फिरते हुए बोला "अब टाइम आ गया है अपने ससुराल जाने की इतना कह कर वह किसी बकवास फिल्म के विलेन की तरह हंसने लगता है उसकी हंसी ऐसी थी जिसे देखकर कमजोर दिल वाला इंसान राम राम सत्य हो जाता।
वह इतना, बोलकर उसे फोन पर एक मैसेज टाइप कर देता है"प्लेन शुरू कर दो,, उसे मैसेज में सिर्फ यह चार शब्द ही उसने लिखकर सेंट कर दिया था।
आखिर ऐसा क्या था उसे फोन में जिसे देख कर सक्षम इतना खुश हो गया था।
क्या होगा सुबह जब घर वालों को पता चलेगा शिवाय रात में चोरों की तरह बच्चों के साथ अमेरिका के लिए निकल गया है।
क्या इस बार होगी आरोही तरुण की शादी या होगी फिर से कोई अनहोनी ?
आप कैसे मिलेगी शिवाय और आरोही के रास्ते जाने के लिए बढ़िया अगला चैप्टर।
रीडर मैं आपसे पहले के चैप्टर में कहा था कि जब राज को शिवाय सब कुछ सच-सच बता रहा था तब कोई और भी था जो चुप कर शिवाय की बातें सुन रहा था तो आपको क्या लगता है कि आखिर किसने शिवाय की बातें सुना है। कमेंट में बताना जरूर।
(हिंट: तरुण(फिआंसे) या शशांक शर्मा (भाई)
आज का एपिसोड आपको कैसा लगा यह जरूर बताना और रिव्यू देना मत बोलना और हां स्टिकर देना भी मत भूलना लव यू रीडर 😘😘 बाय-बाय।
तब तक के लिए बाय टेक केयर अब हम भी लेकर अगले चैप्टर में।