Bandhan - 69 in Hindi Fiction Stories by Maya Hanchate books and stories PDF | बंधन (उलझे रिश्तों का) - भाग 69

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बंधन (उलझे रिश्तों का) - भाग 69

करैक्टर इंट्रोडक्शन। 

कपाड़िया 
तेज कपाड़िया कपाड़िया खानदान के बुजुर्ग है, उम्र 80 सालके हैं। फिलहाल कोमा में है। 

इनकी बीवी उर्मिला कपाड़िया है। कपाड़िया खानदान की बड़ी बहू है।
स्वभाव चालाक है उम्र 72 साल की है।

इन दोनों के दो बच्चे हैं। 

सिमरन कपाड़िया तेज और उर्मिला की इकलौती बेटी और कपाड़िया परिवार की पहली बेटी और वह भी कपाड़िया खानदान की पहले वारिस है। उम्र 59। फिलहाल कोमा में है। इनकी कोई औलाद नहीं है। 

शेखर कपाड़िया कपाड़िया परिवार के तीसरी वारिस उर्मिला और तेज के दूसरे बेटे है। 
उम्र 57 । इनकी पर्सनैलिटी थोड़ी सी अजब है। इनके तीन बच्चे हैं। कश्यप, अद्वितीय, सांची। और तीनों सिंगल है। 
उनकी पत्नी का नाम मोहिनी कपाड़िया है उम्र 58। उनके अतीत में बहुत सारे राज छुपे हुए हैं। 

अर्णव कपाड़िया। यह तेज जी के छोटे भाई है और कपड़े इंडस्ट्री के अध्यक्ष हैं। उम्र 78। इनकी पर्सनैलिटी नारियल की तरह है अंदर से मुलायम बाहर से कड़क। 

खुशी कपाड़िया अरनव जी की जान है और कपाड़िया मेंशन की लेडी बॉस है। उम्र 76 है और वह  उर्मिला जी की बड़ी बहन है। इनकी पर्सनैलिटी स्ट्रांग वूमेन की है। यह सीधे लोगों के लिए सीधी है और तेढे लोगों के लिए तेढी है।

खुशी जी और अरनव जी के भी दो बच्चे हैं एक का नाम रमन कपाड़िया है तो दूसरे का नाम अनुज कपाड़िया है। 

रमन कपाड़िया कपाड़िया खानदान के दूसरे वारिस है। उम्र 58 ।उनकी पत्नी का नाम इशिता कपाड़िया है। उम्र 57। रमन जी की पर्सनैलिटी मिस्टीरियस है। यह वह इंसान है जिसके अंदर कई सारे राज दफन है। इशिता कपाड़िया इनकी पर्सनैलिटी कोमल शांत स्वभाव की है। इनके दो बच्चे हैं एक का नाम वनराज है दूसरे का नाम पालकी कपाड़िया है। 

वनराज करंट सीईओ ऑफ़ कपाड़िया कॉरपोरेशन। कपाड़िया के सेकंड जेनरेशन के पहले वारिस है। यह अपने परिवार के लिए शांत उलझे हुए इंसान है तो वही दूसरों के लिए सख्त और शक्तिशाली इंसान है।

उनकी पत्नी का नाम रुचिता कपाड़िया है। इनका स्वभाव बहुत ही ज्यादा सीधा-साधा है। यह दुनिया में सबसे ज्यादा वनराज से प्यार करती है। इन दोनों का एक बेटा है जिसका नाम कौरव है यह थर्ड जनरेशन का पहले वारिस है कपाड़िया खानदान का।

पालकी कपाड़िया यह सेकंड जनरेशन की पहले बेटी है कपाड़िया खानदान की और अरनव जी के परिवार की जान है। यह बहुत ही ज्यादा सेंसिटिव और इमोशनल लड़की है। फिलहाल वह सिंगल है। 

अनुज कपाड़िया सेकंड जेनरेशन के आखिरी वारिस और अरनव और खुशी जी के दूसरे बेटे है। 10 साल पहले किसी साजिश की तहत इनकी और उनकी बीबी प्रिया कपाड़िया की मौत हो गई है। इनका एक बेटा है जिसका नाम शिवाय है। अनुज कपाड़िया अपने जमाने के बेस्ट बिजनेसमैन रह चुके थे और उनकी पत्नी प्रिया कपाड़िया बेस्ट शेफ का किताब गिनीज वर्ल्ड में रिकॉर्ड बना चुकी थी। इन दोनों की खूबी शिवाय में कूट-कूट कर है। 

शिवाय कपाड़िया हमारे कहानी के मुख्य किरदारों में से एक शख्स है। उम्र 24 साल की है। यूं तो यह बड़े खड़ूस और कोल्ड पर्सनल की टाइप के इंसान है पर अपने परिवार के लिए दुनिया के सबसे बड़े मासूम और शांत स्वभाव के इंसान है। इनके दो 5 साल के  जुड़वा बच्चे हैं एक का नाम संवि है तो दूसरी का नाम आर्य है यह कपाड़िया खानदान के थर्ड जनरेशन के बच्चे हैं।

दुर्गा बड़ी चुलबुली सी लड़की है। इनका रिश्ता कपाड़िया खानदान से एक राज है जो वक्त आने पर आपको पता चल जाएगा।।
यह रही कपाड़िया खानदान की इंट्रोडक्शन। 

मल्होत्रा 

यश मल्होत्रा उम्र 80 साल के हैं। यह मल्होत्रा खानदान की मुखिया है। इनकी बीवी का नाम जय मल्होत्रा है। जया जी की उम्र 76 की है। उनकी जुबान मिर्ची से भी ज्यादा टिकी है और नजरें चील से भी ज्यादा तेज है। 
इनके दो बच्चे हैं एक का नाम मनीष मल्होत्रा है तो दूसरे का नाम सिद्धार्थ मल्होत्रा है। 

मनीष मल्होत्रा, मल्होत्रा खानदान के बड़े बेटे है। मल्होत्रा बिजनेस के COO chief operating officer है। उम्र 59 स्वभाव से शांत इंसान है। इनकी बीवी का नाम लक्ष्मी मल्होत्रा है उम्र 54 है। 

इन दोनों की दो बेटियां है एक का नाम यशी मल्होत्रा है तो दूसरे का नाम तारा मल्होत्रा है। 
यह दोनों बहने होकर भी इनका स्वभाव जमीन आसमान की तरह अलग है। एक चतुर चालाक है तो दूसरी चुलबुली है। 

सिद्धार्थ मल्होत्रा उम्र 57 सीईओ ऑफ़ मल्होत्रा इंडस्ट्री। उनकी पत्नी का नाम साधना मल्होत्रा है। कई साल पहले ही उनकी मौत हो चुकी है। 
इन दोनों के भी दो बच्चे हैं। तरुण और वीर

तरुण मल्होत्रा स्वभाव से शान समझदार व्यक्ति है। और हमारे मुख्य किरदार उसमें से एक है। 

वीर मल्होत्रा मल्होत्रा खानदान की छोटी बेटी है। यह इंटर डॉक्टर है। और इन्हें मन ही मन कश्यप कपाड़िया पर क्रश है। 

शर्मा फैमिली 
हेड ऑफ़ द फैमिली राम शर्मा उम्र 57 चेयरपर्सन का शर्मा'एस कंपनी। उनकी पत्नी का नाम अंकिता शर्मा है। उम्र 55 साल की है। यह दोनों स्वभाव से बहुत ही ज्यादा शांत और खुशमिजाज के है इनके दो बच्चे हैं। शशांक शर्म। और आरोही शर्मा। 

शशांक शर्मा सीईओ ऑफ़ शर्मा'एस कंपनी। फिलहाल सिंगल है। इन्हें अपनी बहन आरोही से कुछ ज्यादा ही प्यार है। आरोही की खुशी के लिए शशांक कुछ भी कर सकते हैं। 

आरोही शर्मा शर्मा खानदान की लाडली बेटी है इन्हें डांस करना बहुत ही ज्यादा पसंद है। यह हमारी कहानी की हीरोइन है। 

शेखावत फैमिली 

नवीन शेखावत। शेखावत अस्पताल और फार्मास्यूटिकल के चेयर पर्सन है। यह अपनी बीवी संजना शेखावत से बहुत प्यार करते हैं। शेखावत खानदान देश का सबसे बड़ा चिकित्सालय  को चलते हैं। उनके परिवार में सब लोग डॉक्टर ही है। 

इन दोनों का एक बेटा है इसके इर्द-गिर्द इन दोनों की पूरी दुनिया घूमती है कार्तिक शेखावत। शिवाय के बचपन के दोस्त और जल्दी होने वाले जीजाजी है। इनकी पर्सनैलिटी फनी लविंग केयरिंग है। यह कभी भी किसी भी माहौल में जल्द ही गुल मिल जाते हैं। 

अन्य किरदार 
प्रणय असिस्टेंट का शिवाय कपाड़िया। काम कोल्ड पर्सनालिटी के इंसान है। और यह एक अनाथ भी है। 

मेघा वनराज की एक्स गर्लफ्रेंड रुचिता की बेस्ट फ्रेंड है। जो उनकी जिंदगी में कहीं से आई है। उनके आने की वजह से वनराज और रुचिता की जिंदगी में क्या तूफान आएगा यह कहानी में पड़ेंगे। 

सक्षम शर्मा । हमारे कहानी के सबसे बड़ेविलन है। और यह आरोही के असली पिता भी है। आरोही की असली मां का नाम श्रेया है वह एक अनाथ लड़की थी जिसका फायदा सक्षम शर्मा ने खूब उठाया है जिसकी डिप्रेशन की वजह से वह आरोही को जानम देते ही चल बसी। श्रेया जी अंकित जी की बेस्ट फ्रेंड थी जिसकी वजह से एमआर एंड एमआरएस शर्मा ने आरोही को गोद ले लिया है। इसके बारे में आरोही को कुछ नहीं पता है।।

यह रही हमारी कहानी की सारी किरदारों की इंट्रोडक्शन। आई होप की आपको चैप्टर कितने दिन न मिलने की वजह से आप कहानी के किरदारों को ना भूले हो।

अब कहानी की शार्ट समरी चलीए पढ़ते हैं।

शिवाय कपाड़िया अपने दोनों बच्चों के साथ खुशी से अमेरिका में जिंदगी बिता रहा था लेकिन एक दिन अचानक उसे अपने बड़े भाई की तरफ से कॉल आता है यह कहकर कि उसके बड़े पापा को हार्ट अटैक आया है। 

जिसे सुनकर शिवाय अपने बच्चे और असिस्टेंट प्रणय के साथ इंडिया के लिए तुरंत निकल जाता है। 

जैसे ही वह इंडिया आता है वह पहले अपने बड़े पापा को मिलने के लिए अस्पताल जाता है जहां पूरा परिवार रमन जी के सर्जरी खत्म होने का वेट कर रहे थे। 

तभी पूरे परिवार को पता चलता है कि शिवाय के दो बच्चे हैं जिनका नाम संवि और आर्य है जिसे देखकर सभी को बहुत खुशी होती है। 
रमन कपड़ा की ऑपरेशन सक्सेसफुल हो जाती है और उनको होश भी आ जाता है जिसकी वजह से कपाड़िया खानदान ने एक बड़ी पार्टी रखी थी।
जहां पर वह शिवाय के आने का अनाउंसमेंट कर रहे थे तो दूसरी तरफ रमन जी के ठीक होने की खुशी सेलिब्रेट कर रहे थे। 
तभी अरनव की पार्टी में उनके थर्ड जनरेशन की अनाउंसमेंट करते हैं तो सबको पता चलता है कि वनराज के साथ-साथ शिवाय के भी बच्चे हैं जिसकी वजह से सब के अंदर जिज्ञासा बढ़ती है और वह शिवाय के बच्चे और उसकी शादी के बारे में पूछते हैं तो शिवाय उन्हें साफ-साफ बताता है कि उसने किसी से शादी नहीं की है और आर्य और संवि का जन्म सरोगेसी के थ्रू हुआ है। 

जिसे सुनकर सभी लोग शौक रह जाते हैं लेकिन कोई भी शिवाय या कपाड़िया खानदान से सवाल करने की हिम्मत नहीं करता है। और इसी पार्टी में हमारी हीरोइन और दूसरे लीड की सगाई के अनाउंसमेंट भी होती है जिसकी वजह से शिवाय का दिल फिर से टूटता है।


तो वही शेखर कपाड़िया रमन जी से उनकी खुशियां जीने की प्लान कर रहे थे और मोहिनी जी को फिजिकल और मेंटली टॉर्चर कर रहे थे। 

धीरे-धीरे समय बीतने लगता है और आरोही और बच्चों के बीच एक अलग सा बौंड बनने लगता है। जिसे देखकर शिवाय को बहुत ही ज्यादा बेचैनी होने लगती है। 


जिस दिन आरोही और तरुण की सगाई होने वाली थी उसे दिन एक पहले ही आरोही और तरुण के पिता का एक्सीडेंट हो जाता है। और साथ में सांची का भी एक्सीडेंट हो गया था तो वही संवि बादाम के एलर्जी की वजह से अस्पताल में एडमिट हो गई थी। जिसकी वजह से उन्हें सगाई और शादी की तारीख को आगे बढ़ना पड़ता है। 

इस बीच पालकी प्रणय के साथ कंपटीशन के लिए अमेरिका चली जाती है।

मेघा वनराज की एक्स गर्लफ्रेंड की एंट्री होती है जिसे देखकर रमन और रुचिता हैरान रह जाते हैं और वह दोनों किसी राज के बारे में बात कर रहे थे।

ऐसे ही दिन बीतने लगते हैं। एक दिन वनराज को पता चलता है कि संवि और आर्य की बायोलॉजिकल मां कोई और नहीं आरोही है जिसका पता खुद आरोही को भी नहीं है। 

जब वनराज कोई सच्चाई पता चलती है तो वह पूरी सच्चाई लगवाता है। जैसे-जैसे वनराज को सच्चाई पता चल रही थी वैसे-वैसे उसे सदमा लगता है। 

एक दिन कपाड़िया फैमिली में उनकी खोई हुई बेटी सिमरन कपाड़िया कॉमा के हालात में वापस आती है। जिसे देखकर पूरे खबरिया खानदान तित्र भीतर हो गया था।
किसी भी शिवाय सबको सक्षम का सच बताता है। अरे सिमरन जी के हालात की वजह भी बताता है जिसे सुनकर सभी के मन में सक्षम के लिए और ज्यादा नफरत बढ़ती है और अपनी बेटी की हालत देखकर सबका दिल पासीज जाता है। 

उसके बाद से अरनव और तेज कपाड़िया का पूरा परिवार एक साथ कपाड़िया मेंशन में रहता है। 
जैसे ही वनराज को पूरा सच पता चलता है वह शिवाय से पूछता है कि उसने आरोही के साथ इतना गलत क्योंकिया। 
जिस पर शिवाय उसे कहता है कि आरोही सक्षम की नाजायज बेटी है जिस सक्षम ने उसके पूरे परिवार को भी कर दिया जिस सक्षम ने के मां-बाप को से 10 साल की उम्र में ही छीन लिया। 
जिसका बदला लेने के लिए वह आरोही के साथ इतना घटिया हरकत किया है। 

जैसे-जैसे वनराज शिवाय की बातें सुन रहा था वैसे-वैसे उसे हद से ज्यादा गुस्सा आ रहा था उसका बस चलता तो वह शिवाय को मार मार कर उसकी शरीर से चमड़ी अलग कर देता पर क्या कर पाता बीचारेने   शिवाय को उसने भाई जैसा नहीं बेटे जैसा पाला था। 

वनराज कोई हो भी पता चलता है कि शिवाय के साथ दुर्गा और कार्तिक दे रहे थे। और आरोही बच्चों की मां है यह सच्चाई कार्तिक के माता-पिता दोनों जानते थे। 

जब शिवाय यह सच्चाई वनराज को बता रहा था तब कोई और भी था जो शिवाय के मुंह से सब जानकर हैरान रह गया था। 

इसी बीच राखी का त्यौहार आता है। इतने सालों में जो पूरा कपाड़िया खानदान पहली बार एक साथ सेलिब्रेट करेगी। सांची की हालत ठीक हो गई थी तो वही पालकी भी अमेरिका से वापस आ चुकी थी। 
पूरा परिवार धूमधाम से राखी का त्योहार मानता है। 

कपाड़िया खानदान की खुशियों उनको कोई दूर बैठकर अपनी जलती हुई निगाहों से देख रहा था और अपने आंखों में नफरत लेकर उनसे बदला लेने की शपथ लेत है। यह कोई और नहीं सक्षम का था जिसे अपना एक स्पाई कपाड़िया मेंशन में भेजा हुआ था जो उसे हर पाल की खबर सक्षम तक पहुंचा रहा था।

इसके बाद शिवाय को एक अजीब सा सपना आता है तो जिसमें आरोही दोनों बच्चों को से छीन रही थी जिसे देखकर शिव इतना घबराता है कि वह रातों-रात अमेरिका के लिए चला जाता है। शिवाय ने किसी को भी अपने जाने के बारे में नहीं बताया हुआ था।

तो वही कोई और भी था जो शिवाय का पीछा कर रहा था।
तो वही आरोही अपने कमरे में बड़ी सुकून के साथ सोई हुई थी। तभी उसके बालकनी में कोई कूद कर आता है और आरोही को उसे होते देखकर एक तक निहारने लगता है। 

यह रही अब तक की कहानी। 

आगे क्या होगा पढ़ेंगे हम अगले चैप्टर में।

कैसे रिएक्ट करेंगे सभी लोग जब उन्हें पता चलेगा कि शिवाय ने बिना बताए अमेरिका चला गया है। 
क्या इस बार तरुण और आरोही की शादी सक्सेसफुली हो जाएगी या आएगी फिर से कोई अर्चन। 
क्या करेगा सक्षम कपाड़िया परिवार के साथ। 
आने के लिए बने रहे हमारे साथ। 

bad  जोक ऑफ़ द डे 

लोग कहते हैं कि सबसे ज्यादा दर्द तब होता है जब आपको प्यार में धोखा मिले पर कोई मुझसे पूछे की सबसे ज्यादा दर्द प्यार में धोखा मिलने से नहीं होता है सबसे बड़ा दर्द तब होता है जब आपके पास 2 महीने से मोबाइल मैं बैलेंस ना हो और आपकी मॉम और भाई आपको हॉटस्पॉट ऐसे दे
जैसे  समूंदार से एक बूंद।😁😁😁😁😁

tab tak ki liye bye bye take care 😘. lovely readers 😄 ⭐ 😄 ⭐