House no105 (Unsolved Mystery) - 9 in Hindi Horror Stories by silent Shivani books and stories PDF | House no105 (Unsolved Mystery) - 9

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House no105 (Unsolved Mystery) - 9

मीरा ने घर से जुड़े लोगों से मुलाकात की, और वो अनुराग और अनुराधा के लिए काम करने वाली एक औरत से मिली, उसने धीरे धीरे मीरा को घर के बारे में बताना शुरू किया, और  उस बच्ची नियती की मौत कैसे हुई थी, इस बात का खुलासा किया, कि आखिर उसने क्या देखा था....

अब आगे....

मुझे उपर से सिसकने की आवाजे आ रही थी, मै धीरे धीरे आगे बढी, आवाज अनुराधा की थी, मुझे लगा कि अनुराग साब से हमेशा की तरह कुछ अनबन हुई होगी, क्योंकि हमेशा अनुराग साब अनुराधा को उसकी छोटी छोटी गलतियों पर डांटते और अनुराधा रोज ऐसे ही रोती....

पर शायद मै इस बार गलत थीं, मै जब उपर पहुंची तो मैंने  बेसुध ज़मीन पर पड़ी हुई नियती कों देखा,वो कमरे पर पड़ी हुई थी, जहां अनुराधा अपनी पेंटिंग्स रखती थी, मैंने जब अनुराधा को‌ देखा तो वो रो रही थी, और मुझे देखकर वो डर गई, मैंने उससे पूछा कि नियती को क्या हुआ है,

तब वो जोर जोर से रोने लगी, और बस एक ही बात कह रहीं थीं, मैंने इसे नहीं मारा, तभी मैंने किसी की परछाई नीचे जातीं हुई देखी, शायद उस दिन अनुराधा के साथ कोई और भी था, पर मैंने अनुराधा की हालत देखकर ये पुछना जरुरी नहीं समझा....

मैंने नियती को पास जाकर देखा, पर वो मर चुकी थी, मैंने अनुराधा से फिर पूछा, कि नियती को क्या हुआ था, कैसी मर गई वो???

अनुराधा ने बताना शुरू किया, कि नियती के मां बाप शहर किसी काम से गये हैं, और नियती को उसके पास छोडकर गये थे, तभी वासू वहां आया और मुझे पता था, कि नियती ये बात किसी से कह देगी, इसी डर से मैंने उसे लुकाछिपी खेलने को कहा, कि वो जाकर छिपे और मै तुम्हे ढूंढूंगी, नियती ये कमरे में जाकर छिप ग ई,  वासू के आते  मैंने  कमरे को बाहर से बंद कर दिया,इस कमरे में मच्छरो को भगाने के लिए, धुआं किया था, मुझे याद नहीं रहा, और उस धुंए से दम घुटने की वजह से शायद इसकी मौत हो गई, उसने मुझे आवाज भी लगाई थी, पर मै वासू से बातें कर रही थी, और मैंने उसकी आवाज को अनसुना कर दिया, और ये मर गई...

और इतना कहकर वो और जोर जोर से रोने लगी...
फिर क्या हुआ??? ( मीरा ने पुछा)

उसके बाद सबको नियती की मौत का पता चल गया, उसके बाद पुलिस अनुराधा को पकड़ कर ले ग ई, पर अनुराग वकील था, उसने केस जीत लिया, और कोर्ट ने सिर्फ इसे एक हादसा समझकर अनुराधा को हमेशा के लिए बरी कर दिया....

पर उसके बाद अनुराधा बिल्कुल बदल चुकी थी, वो बिमार रहने लगी, मुझे हमेशा कहती थी, कि नियती मुझे मार डालेगी, वो यही रहती है, 
और अनुराधा की बात सही थी, नियती की आत्मा उस घर में थी, मैंने भी क ई बार उसे महसूस किया, और अनुराग साब ने भी, 

अनुराधा ने मुझे कहा कि नियती मरने के बाद उससे रोज मिलने आती है, और एक ही बात कहती हैं, तुमने मुझे मार डाला मै तुम्हे कभी नहीं छोडूंगी हमेशा तुम्हारे साथ रहूंगी..... 

और शायद यही वजह है कि नियती तुम्हें भी दिखती है, क्यूं कि वो अब भी उसी घर में है......

और अनुराधा उसे क्या हुआ था??? वो कैसे मरी?? उसके बच्चे का क्या हुआ??? ( मीरा ने पुछा)

अनुराधा वासू के लिए पागल थी, वासू को भी यही लगता था, की नियती की मौत की वजह अनुराधा है, उसने अनुराधा को पत्र भी लिखा था कि, वो उसे भुल जाये, पर अनुराधा तो किसी भी तरह अनुराग से पीछा छुड़ाना चाहती थी, उसने किसी तरह वासू को मना लिया.... नियती के मौत के बाद तो वो एक पल भी वहां रहना नहीं चाहती थी, 

जिस दिन वासू हमेशा के लिए अनुराधा को लेने आने वाला था, अनुराधा बहुत दिनों बाद थोड़ी खुश लग रही थी, उसने मुझे बताया था कि वो अब यहां से जाने वाली है, मुझे ये बात बहुत अटपटी लग रही थी, कि आखिर अनुराधा कहा और क्यूं जाने वाली है, मेरे पूछने पर उसने मुझे बताया कि वासू आ रहा है,

पर उस दिन वासू आया ही नहीं, वो सारा दिन उसका इंतजार करतीं रही,
पर करीब पांच बजे अनुराग घर आया, वो बहुत गुस्से में था, उसे कहीं से पता लग चुका था,कि अनुराधा भागने वाली है, मै वहां से चली गई पर मैंने खड़की पर खड़े होकर उनकी बातें सुनी....

अनुराग अनुराधा को एक डायरी दिखा रहा था, वो डायरी अनुराधा की थी, जिसमें वो अपनी जिंदगी के बारे में लिखती थी, शायद वासू के साथ जाने वाली बात भी, उसने लिखी थी, बस वो अनुराग ने पढ़ लिया, वो उपर कमरे  मे गया और गन लेकर आया, घडी के सामने खड़ी अनुराधा के उपर उसने तीन से चार गोलियां चलाई, और खुन से लथपथ अनुराधा जमींन पर गिर गई, कुछ देर बाद उस कमरे में सन्नाटा छा गया....

अनुराधा  मर चुकी थी, थोड़ी देर बाद अनुराग पुलिस के पास गया, और उसने अपना गुनाह खुद कबूल किया.....!!!!

और अनुराधा हमेशा के लिए दुनिया से चली गई, साथ ही उसका आने वाला बच्चा भी, 
और अपने साथ अनुराग के लिए नफरत भी लेकर ग ई.... कुछ दिन बाद अनुराग के मारने की खबर आई.... सुना है, मरने से पहले वो पागल हो चुका था, उसे अनुराधा हर जगह दिखती थी....
और वासू?? वो कहां गया?? ( मीरा ने पुछा)
उसे भी अनुराग ने मार दिया था....

पर वो बच्ची शायद वो अनुराधा की तलाश में हैं, और तुम बिल्कुल अनुराधा की तरह दिखती हो... शायद नियती की तलाश खत्म होने वाली है, मेरी बात मानो तो बेटा तुम यहां से चली जाओ...!!

इतना कहकर वो औरत चुप हुई..

पर अगर अनुराधा मर चुकी थी तो, मेरे पास्ट में जाने का क्या रिजन होगा?? और अनुराधा का बच्चा दुनिया में आया ही नहीं, तो मेरा बच्चा भी दुनिया में नहीं आयेंगा??
नहीं ऐसा नहीं होगा मै ऐसा नहीं होने दूंगी....मै अपने बच्चे को कुछ नहीं होने दूंगी....!!

मुझे कुछ ऐसा करना होगा कि सब कुछ ठीक हो जाये....

To be continue......