गरीब लड़के की मोहब्बत करोड़पति की बेटी से ❤️
दिल्ली की गलियों में एक लड़का रहता था — अमन।
उम्र मुश्किल से 22 साल, पर हालात ने उसे उम्र से पहले बड़ा बना दिया था। उसके पिता का देहांत बचपन में हो गया था, मां बीमार रहती थी और छोटी बहन अभी पढ़ाई कर रही थी। अमन की जिम्मेदारियाँ इतनी थीं कि अपने सपनों को हमेशा पीछे छोड़ देता।
वो चांदनी चौक की एक छोटी सी चाय की दुकान पर काम करता था। सुबह से रात तक लोगों को चाय पिलाना ही उसकी रोज़ी-रोटी थी। अमन की जेब खाली थी, लेकिन दिल हमेशा सपनों और इमानदारी से भरा रहता था।
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पहली मुलाक़ात 🌸
एक दिन सर्दियों की सुबह थी। धुंध छाई हुई थी और अमन दुकान पर चाय बना रहा था। तभी एक चमचमाती काली कार आकर सामने रुकी। कार से उतरी एक लड़की — सफेद ड्रेस, खुले लंबे बाल और आँखों में चमक।
वो थी रिया, दिल्ली के सबसे बड़े बिज़नेसमैन अरुण कपूर की बेटी।
रिया ने दुकान पर आकर कहा,
“भैया, एक चाय देना।”
अमन ने चुपचाप चाय बना कर कप में डाली और उसकी तरफ बढ़ा दी। जैसे ही रिया ने एक घूंट लिया, उसने मुस्कुराकर कहा,
“वाह, बहुत अच्छी बनाई है। सच कहूँ तो ये पाँच सितारा होटलों की कॉफी से भी बेहतर है।”
अमन उस मुस्कान को देखता ही रह गया। पहली बार किसी अमीर लड़की ने उसकी बनाई चाय की इतनी तारीफ़ की थी।
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दोस्ती की शुरुआत ☕
इसके बाद रिया अक्सर उस दुकान पर आने लगी। कभी कॉलेज से लौटते वक्त, कभी दोस्तों के साथ, तो कभी अकेले। धीरे-धीरे दोनों में बातें बढ़ने लगीं।
अमन उसे अपने सपनों के बारे में बताता — कैसे वो एक दिन अपना खुद का बिज़नेस शुरू करना चाहता है।
रिया उसे बताती कि कैसे अमीरी में रहते हुए भी उसके पास सच्चे रिश्ते नहीं हैं। उसके पास सबकुछ है, पर दिल से कोई अपना नहीं है।
दोनों की सोच अलग थी, मगर दिल एक जैसा — सच्चाई और अपनापन।
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मोहब्बत की शुरुआत ❤️
वक्त के साथ दोस्ती ने मोहब्बत का रूप ले लिया।
रिया जब भी हंसती, अमन का दिल धड़क उठता। और अमन जब अपनी मां और बहन के लिए सपनों की बातें करता, तो रिया को उसकी सादगी से मोहब्बत हो जाती।
एक शाम रिया ने अमन से कहा,
“अमन, मुझे लगता है मैं तुम्हारे बिना अधूरी हूँ। तुमसे बात न हो तो दिन खाली-खाली लगता है।”
अमन चौंक गया। उसने धीरे से कहा,
“रिया… मैं तो बस एक गरीब लड़का हूँ। तुम्हारे पापा मुझे कभी मंज़ूर नहीं करेंगे।”
रिया ने उसकी आंखों में देखते हुए कहा,
“प्यार मंज़िल नहीं देखता अमन, बस सफ़र देखता है। मुझे दौलत नहीं चाहिए, मुझे सिर्फ़ तुम्हारा साथ चाहिए।”
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मुसीबतें और जुदाई 💔
जैसा कि अंदाज़ा था, जब रिया के पिता अरुण कपूर को ये बात पता चली तो घर में तूफ़ान मच गया।
उन्होंने रिया से कहा,
“तुम्हें पता है वो कौन है? एक चायवाला! हमारी इज़्ज़त मिट्टी में मिल जाएगी अगर तुम उससे शादी करोगी।”
रिया ने साफ़ जवाब दिया,
“पापा, अमन भले गरीब है लेकिन उसका दिल करोड़पति से भी बड़ा है। मैं उससे ही शादी करूंगी।”
अरुण कपूर गुस्से में अमन को धमकाने गए।
“अगर मेरी बेटी के पास दोबारा दिखे तो अंजाम बहुत बुरा होगा।”
अमन ने सब सुना और चुप हो गया। उसने सोचा —
“मैं रिया से बहुत प्यार करता हूँ, लेकिन अगर मेरी वजह से उसकी जिंदगी मुश्किल हो रही है तो बेहतर है मैं पीछे हट जाऊँ।”
उसने रिया से दूरी बनानी शुरू कर दी। अब वो पहले की तरह बात नहीं करता था।
रिया ने जब ये महसूस किया तो उससे मिलने आई और पूछा,
“अमन, तुम दूर क्यों हो रहे हो?”
अमन की आंखों में आंसू थे। उसने कहा,
“रिया, तुम्हारे लिए मेरी मोहब्बत सच्ची है, लेकिन मैं तुम्हारी खुशियों के बीच दीवार नहीं बनना चाहता।”
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रिया का फैसला 🌹
रिया ने उसकी बात सुनी और गुस्से में बोली,
“अमन, अगर तुम मुझे छोड़ दोगे तो मैं सबकुछ खो दूंगी। प्यार आसान नहीं होता, लेकिन अगर सच्चा हो तो किसी भी मुश्किल से लड़ सकता है। मैं तुम्हारे साथ रहना चाहती हूँ — चाहे गरीबी हो या अमीरी।”
उस दिन रिया ने घर छोड़ दिया और सीधे अमन के पास आ गई।
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नया सफ़र 🚀
अमन ने रिया का हाथ थाम लिया। अब दोनों ने साथ मिलकर जिंदगी की नई शुरुआत की।
अमन ने छोटी-मोटी नौकरी छोड़कर अपने सपनों की तरफ कदम बढ़ाए। उसने एक छोटा सा टी-स्टॉल खोला, जिसमें रिया भी मदद करने लगी।
रिया, जो करोड़पति की बेटी थी, अब अमन के साथ खड़ी होकर ग्राहकों को चाय परोसती। लोग पहले हैरान हुए, लेकिन धीरे-धीरे उनकी दुकान मशहूर हो गई।
समय के साथ अमन की मेहनत और रिया के साथ से उनका बिज़नेस बढ़ता गया।
चाय का स्टॉल कैफ़े में बदला, कैफ़े एक चेन में बदल गया।
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मंज़िल और जीत 🌟
कुछ साल बाद अमन उसी दिल्ली में एक सफल बिज़नेसमैन बन गया। अब उसके पास दौलत भी थी और इज़्ज़त भी।
लेकिन जब उससे पूछा गया कि उसकी सबसे बड़ी दौलत क्या है, तो अमन ने मुस्कुराकर कहा —
“मेरी सबसे बड़ी दौलत वो लड़की है, जिसने मुझे गरीबी में भी अपनाया और अमीरी में भी साथ निभाया।”
रिया गर्व से उसकी ओर देख रही थी। और उनके पिता, जो पहले खिलाफ थे, आज आशीर्वाद देने के लिए खड़े थे।
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सीख ✨
प्यार जात-पात, अमीरी-गरीबी नहीं देखता।
अगर दिल सच्चा हो और साथ निभाने का जज़्बा हो,
तो कोई ताकत दो दिलों को अलग नहीं कर सकती।