सुबह होते ही शिवा की आंखें खुलीं उसके शरीर में अलग ही ऊर्जा महसूस हो रही थी मानो हर अंग में ताकत बह रही हो वह धीरे से उठा और छत पर जाकर कुछ देर तक आंखें बंद कर ध्यान करने लगा सिस्टम की आवाज आई होस्ट ध्यान बढ़ाता है, आत्मबल तुम्हारी नई स्किल अनलॉक हो सकती है अगर तुम पूरी तरह एकाग्र हो जाओ।
शिवा ने आंखें बंद कर ली और मन ही मन अपने लक्ष्य की कल्पना करने लगा वह खुद को स्कूल के सबसे होशियार छात्रों में देख रहा था उसे शिक्षक सम्मान दे रहे थे और दोस्त हैरानी से देख रहे थे तभी सिस्टम ने कहा होस्ट तुम्हारी नई स्किल माइंड मैपिंग एक्टिव हो गई है इससे तुम्हें पढ़ी हुई चीजें कभी नहीं भूलेंगी।
शिवा ने आंखें खोली और मुस्कराया यह शुरुआत थी असली इम्तहान तो अभी बाकी था नीचे आकर उसने जल्दी से नाश्ता किया माँ ने कहा बेटा आज कुछ अलग लग रहा है शिवा ने हँसकर कहा माँ आज से सब कुछ अलग होगा।
स्कूल पहुंचने पर माहौल थोड़ा अलग था आज क्लास में एक नई टीचर आई थीं जिनका नाम था श्रेया मेम वह बहुत सख्त मानी जाती थीं क्लास में घुसते ही उन्होंने कहा आज मैं सबका ओरल टेस्ट लूंगी जिससे पता चलेगा कौन कितने पानी में है।
मोंटी और लोकेश ने एक दूसरे को देखकर हँसी दबाई उन्हें पूरा भरोसा था कि शिवा फिर से शर्मिंदा होगा लेकिन इस बार खेल कुछ और था श्रेया मेम ने पहले शिवा को खड़ा किया और बोली बताओ न्यूटन के तीन नियम क्या हैं।
शिवा ने बिना रुके तीनों नियम एकदम सही और साफ उच्चारण में बता दिए पूरी क्लास हैरान थी यहाँ तक कि जिया भी कुछ पल के लिए चौंक गई मोंटी ने धीरे से कहा यह तो रट कर आया होगा लेकिन लोकेश को शक होने लगा था उसने कहा कुछ तो गड़बड़ है।
इसके बाद जब मेम ने और सवाल पूछे तो शिवा ने सबका जवाब सही और तेजी से दिया टीचर ने उसकी तारीफ की और कहा तुम्हारे अंदर गजब का बदलाव आया है शिवा मुस्कराया लेकिन कुछ नहीं बोला।
ब्रेक में राहुल और हिमांशु उसके पास आए और बोले यार तू तो आज छा गया पहले हम सोचते थे तू ही सबसे पीछे रहेगा पर अब लग रहा है तुझसे आगे निकलना मुश्किल होगा शिवा ने कहा मेहनत और विश्वास सब कुछ बदल सकता है।
स्कूल के बाद जब सभी बाहर जा रहे थे तभी सिस्टम की आवाज आई होस्ट अलर्ट रहो सामने एक चुनौती आ रही है तभी सामने से एक लंबा चौड़ा लड़का आया जिसने शिवा को रोका और कहा सुना है तू बहुत स्मार्ट बन गया है।
वह लड़का स्कूल के दूसरे सेक्शन से था नाम था विक्रम जो अपने झगड़ों और रौब के लिए जाना जाता था विक्रम ने कहा मेरी बहन को तंग किया था ना अब बताता हूँ तू कितने पानी में है शिवा ने कहा मैंने किसी को कुछ नहीं कहा सिस्टम ने कहा होस्ट अगर तुम्हें खुद को साबित करना है तो यह पहला फिजिकल टास्क है।
शिवा ने कहा मैं लड़ाई नहीं करना चाहता लेकिन अगर जबरदस्ती करोगे तो खुद ही पछताओगे विक्रम ने उसकी तरफ हाथ बढ़ाया लेकिन उसी समय शिवा की बॉडी खुद एक्टिव हो गई सिस्टम ने उसकी फिजिकल रिफ्लेक्स स्किल एक्टिव कर दी।
शिवा ने एकदम से विक्रम का हाथ पकड़ कर उसे धक्का दे दिया जिससे वह पीछे गिर पड़ा सभी बच्चे हैरान थे शिवा ने कहा किसी को बिना वजह परेशान मत करो यह स्कूल है अखाड़ा नहीं विक्रम चुपचाप उठकर चला गया।
शाम को शिवा अपने दोस्तों के साथ घर आया सभी बहुत उत्साहित थे सिया ने दौड़कर उसका स्वागत किया और बोली भैया आज तो आप हीरो बन गए शिवा ने मुस्कराकर उसके सिर पर हाथ फेरा और कहा हीरो बनने से पहले इंसान बनना जरूरी है।
रात को जब सब सो गए तब सिस्टम फिर एक्टिव हुआ होस्ट तुम्हारे सभी बेसिक टेस्ट पूरे हो चुके हैं अब तुम्हें एडवांस ट्रेनिंग के लिए तैयार रहना होगा आने वाले समय में तुम्हें मानसिक और शारीरिक दोनों तरह से मजबूत होना होगा क्योंकि तुम्हारे सामने सिर्फ पढ़ाई ही नहीं बल्कि ऐसी ताकतें भी आएंगी जो तुम्हें नुकसान पहुँचाना चाहेंगी।
शिवा ने कहा मैं हर परीक्षा के लिए तैयार हूं लेकिन क्या मैं इन सब से अपने दोस्तों और परिवार को भी सुरक्षित रख पाऊंगा सिस्टम ने कहा जब तक तुम सही रास्ते पर हो तुम्हारी रक्षा होगी लेकिन अगर तुमने रास्ता भटकाया तो सिस्टम निष्क्रिय हो जाएगा।
शिवा ने मन ही मन प्रण लिया कि वह किसी भी हाल में अपने उद्देश्य से नहीं भटकेगा वह अब सिर्फ खुद को नहीं बल्कि दूसरों को भी प्रेरणा देने वाला बनना चाहता था।
अगले दिन सुबह से ही शिवा ने एक नया रूटीन बनाना शुरू किया जल्दी उठना पढ़ाई ध्यान एक्सरसाइज और अपने दोस्तों की मदद करना उसकी आदत बन चुकी थी वह अब पहले जैसा शिवा नहीं रहा था।
अब वह हर उस छात्र का मार्गदर्शन करता जिसे पढ़ाई में परेशानी होती थी जिया ने उससे कहा तुम अब सच में बदल गए हो और मैं जानती हूँ यह बदलाव सिर्फ पढ़ाई का नहीं है तुम्हारे भीतर कुछ बड़ा है।
शिवा ने कहा जिया हर इंसान के अंदर कुछ खास होता है बस उसे खुद पर विश्वास नहीं होता मुझे वह विश्वास अब मिल चुका है और मैं इसे कभी खोना नहीं चाहता।
सिस्टम ने धीरे से कहा होस्ट यही शुरुआत है अब तुम्हारी शक्ति का असली इम्तहान शुरू होने वाला है।
अगले दिन सुबह होते ही शिवा अपने बिस्तर से उठा उसकी आंखों में आत्मविश्वास और चेहरे पर संतुलित मुस्कान थी उसे अपने अंदर बहती ऊर्जा का फिर से अहसास हो रहा था और वह जानता था कि यह ऊर्जा सिर्फ एक शुरुआत थी वह तैयार था अपने अगले इम्तहान के लिए और सिस्टम भी उसकी तैयारी में जुट चुका था।
घर से स्कूल तक के सफर में वह अपने रूटीन को दोहरा रहा था मन ही मन कल हुई बातों को सोचते हुए वह यह महसूस कर रहा था कि अब वह सामान्य लड़कों जैसा नहीं रहा वह अब वह शिवा था जिसे सिस्टम ने चुना था और जिसे अब अपना हर कदम सावधानी से रखना था।
स्कूल पहुंचते ही उसे मोंटी और लोकेश का सामना करना पड़ा दोनों अब भी उसकी तरक्की से जलते थे मोंटी ने कहा क्या बात है शिवा अब तू क्लास का हीरो बन रहा है लेकिन याद रख ऊपर चढ़ने वालों को नीचे गिराने में ज्यादा वक्त नहीं लगता शिवा ने उनकी तरफ देखा और शांति से कहा मैं चढ़ नहीं रहा बस खुद को सुधार रहा हूँ अगर तुम चाहो तो तुम भी खुद को सुधार सकते हो।
क्लास में आज विज्ञान की टीचर ने कुछ कठिन प्रश्न दिए और कहा जो छात्र इनका उत्तर देगा उसे इनाम मिलेगा सभी छात्र सोच में पड़ गए लेकिन शिवा ने हाथ उठाया और सारे सवालों के जवाब बिना रुके दिए पूरी क्लास उसकी तरफ देख रही थी और अब कोई हँसी नहीं उड़ा रहा था सबकी नजरों में सम्मान था।
टीचर ने कहा शिवा बहुत अच्छा अब तुम बाकी छात्रों की मदद भी कर सकते हो तभी पीछे से जिया बोली मैं पहले ही कहती थी शिवा को मौका दो और देखो उसने क्या कमाल कर दिया।
ब्रेक में शिवा और उसके दोस्त प्रवीण राकेश हिमांशु आयुष और राहुल एक साथ बैठे थे सबने शिवा की तारीफ की राकेश ने कहा भाई तू तो अब असली मास्टर बन गया है क्या खाता है बता हम भी खाएं शिवा मुस्कराया और बोला मेहनत और भरोसा यही मेरा खाना है।
स्कूल की घंटी बजी और सभी छात्र बाहर निकलने लगे शिवा जैसे ही बाहर आया उसके पास एक अजीब सा संदेश आया यह सिस्टम की ओर से था होस्ट आज तुम्हें एक विशेष टास्क दिया जाएगा इस टास्क में तुम्हें बिना किसी की मदद के अपने भीतर की सच्चाई और साहस को पहचानना होगा।
शिवा ने पूछा यह टास्क क्या है सिस्टम ने कहा एक शिक्षक हैं जो हमेशा तुमसे कड़वाहट से बात करते हैं आज उनका पर्स चोरी हो जाएगा और कोई नहीं जान पाएगा लेकिन तुम्हें यह साबित करना होगा कि तुमने यह नहीं किया और असली चोर को पकड़ना होगा।
शिवा चौंक गया क्या यह टेस्ट है मेरे ईमानदारी का सिस्टम बोला हां यह पहला नैतिक इम्तहान है।
थोड़ी देर बाद स्कूल में अफरातफरी मच गई गणित के टीचर श्री शर्मा का पर्स गायब हो गया वह गुस्से में थे और सीधे शिवा पर शक जता रहे थे उन्होंने कहा कुछ दिन पहले यह लड़का परेशान करता था और अब पढ़ाई में अचानक तेज हो गया है जरूर इसके पीछे कुछ गड़बड़ है।
शिवा को बहुत बुरा लगा लेकिन उसने अपनी आवाज में आत्मविश्वास रखते हुए कहा सर मैं नहीं जानता आपका पर्स कहां है लेकिन मैं उसे ढूंढूंगा।
सिस्टम ने तुरंत एक नई स्किल एक्टिव की जिसे नाम दिया गया ट्रेस स्किल शिवा ने इस स्किल का उपयोग करते हुए ध्यान से स्कूल के बाहर जाने वाले सभी रास्तों को देखा उसने एक जगह जूते के निशान देखे जो गीली मिट्टी में साफ थे।
वह निशान उसे स्कूल के पीछे बने पुराने कमरे तक ले गए जहां स्कूल के कुछ पुराने सामान रखे जाते थे वहां जाकर शिवा ने देखा कि विक्रम वहां छिपा हुआ है और उसके हाथ में वही पर्स था।
शिवा ने कहा विक्रम तुम ऐसा क्यों कर रहे हो विक्रम बोला मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता मैं बस तुझे नीचे गिराना चाहता था जिससे लोग तुझसे डरें और मुझे हीरो समझें शिवा ने कहा हीरो डर से नहीं सम्मान से बनते हैं।
शिवा पर्स लेकर वापस आया और सबके सामने टीचर को लौटाया टीचर शर्मिंदा थे उन्होंने कहा शिवा मैं माफी चाहता हूं मैंने तुम पर झूठा आरोप लगाया।
शिवा ने कहा सर कोई बात नहीं मुझे खुद को साबित करने का मौका मिला इसके लिए धन्यवाद।
अब पूरी क्लास की नजरें शिवा पर थीं उसकी सच्चाई बहादुरी और शांति ने सबका दिल जीत लिया था।
शाम को घर लौटते वक्त सिया उसके पास आई और बोली भैया मम्मी कहती हैं आप पहले जैसे नहीं रहे अब आप सुपरहीरो बन गए हैं शिवा ने सिया को गोद में उठाते हुए कहा सिया अगर मैं सच में हीरो बन गया हूँ तो मेरा पहला काम होगा तुम्हें खुश देखना।
रात में जब सब सो रहे थे सिस्टम फिर से एक्टिव हुआ होस्ट तुम्हारा नैतिक टास्क पूरा हुआ तुम्हारी सच्चाई और आत्मबल की स्किल अब उच्च स्तर पर पहुंच चुकी है अब तुम अगली स्किल के लिए तैयार हो जाओ।
शिवा ने पूछा अगली स्किल क्या है सिस्टम ने कहा अगली स्किल तुम्हें समय पर नियंत्रण देने वाली होगी जिससे तुम मुश्किल परिस्थितियों में खुद को ज्यादा बेहतर तरीके से संभाल सकोगे लेकिन यह स्किल तभी एक्टिव होगी जब तुम अपनी एक कमजोर भावना पर विजय प्राप्त करोगे।
शिवा ने कहा कौन सी भावना सिस्टम बोला भय डर तुम्हारे अंदर छिपा हुआ डर ही तुम्हारी शक्ति को रोकता है जब तुम डर को मात दोगे तब तुम्हारा सिस्टम पूरी तरह जागेगा।
शिवा चुप हो गया उसने खुद से कहा मैं डर से नहीं डरूंगा चाहे हालात कैसे भी हों मुझे खुद पर और अपने सिस्टम पर भरोसा है।
उसने आंखें बंद की और ध्यान की मुद्रा में बैठ गया उसे अपने अंदर का वह डर दिखा जो बार बार उसे याद दिलाता था कि वह गरीब है कमजोर है अकेला है लेकिन उसने उन सभी भावनाओं को पीछे छोड़ने का निर्णय लिया।
उसका मन शांत हुआ और सिस्टम की आवाज आई होस्ट तुमने अपने डर को स्वीकार किया यह तुम्हारा सबसे बड़ा साहसिक कदम था अब अगली शक्ति टाइम कंट्रोल स्किल एक्टिव हो गई है।
शिवा मुस्कराया वह जानता था यह सिर्फ शुरुआत है आगे रास्ता कठिन है लेकिन अब वह शिवा नहीं रहा था वह था द अल्टीमेट सिस्टम का होस्ट।