Obession of my Girl - 4 in Hindi Love Stories by Noor books and stories PDF | Obession of my Girl - 4

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Obession of my Girl - 4

अब तक अपने पढ़ा ......

वहीं दूसरी तरफ ,

एक मर्सिडीज जो रात के सन्नाटे को चीरते हुए काफी तेज रफ्तार में चली जा रही थी । पीछे लगभग 15 से 20 गाड़ियां और भी थी। सब एक ही दिशा में जैसे कोई तूफान आने वाला हो । कुछ ही देर मै गाड़ी एक बड़े से पैलेस के सामने आकर रूकती है । दरवाज़ा खुलता है ।

एक लड़की जो मैरून कलार का लहंगा पहने , हाथों में खनकती चूड़ियां । आंखों मैं आग ओर दिल मै तूफान । वो बिना एक पल गवाए तेज कदमों से आगे की ओर बढ़ती है ।

अब आगे ,

उसके पीछे लगभग 50 से 100 बॉडीगार्ड थे। वह सामने की ओर चली जा रही थी आगे से कुछ बॉडीगार्ड जो सिंघानिया मेंशन के थे । वह उन्हें रोकने की कोशिश कर रहे थे । उन्हें क्या पता था कि उनके सामने कौन खड़ा है उस लड़की ने अपने एक बॉडीगार्ड को इशारा किया  , उसके एक इशारे पे लगभग कुछ देर में जितने भी बॉडीगार्ड से सारे खून से लथपथ जमीन पर पड़े थे । 

वह लड़की चलाते हुए आगे की और आती है जहां एक बड़ा सा गेट था जो अंदर से बंद था फिर वह कुछ सोचती है , फिर अपने एक पैर से जोर से ढका देती है । 

"धाराम ", की आवाज से गेट एक झटके से खुलता है । जहां दरवाजा खुलने की आवाज से सारे लोगों का ध्यान उस ओर चला जाता है । सामने एक खूबसूरत लड़की 5 फूट 5 इंच जो सारे लोगों का ध्यान अपने तरफ़ आकृषित कर रही थी। पर वह उन लोगों को इग्नोर कर सामने की ओर चले जा रही थी । 

सामने बैठे ताबिश जो ये सब देख रहे थे । वो अपने जगह से उठते है।  अब तक वो लड़की भी ताबिश के सामने आ चुकी थी। ताबिश जिसे लड़कियों की खूबसूरती  अट्रैक्ट नहीं करती थी । वो लड़की जो अपने बॉडीगार्ड  को इशारा करती है ।

सारे बॉडीगार्ड हॉल मै मौजूद सारे लोग के सर पर बंदूक तान देते है । ताबिश जो बिल्कुल रिलैक्स मूड में उसकी ओर देखते हुए बोलते है । तो तुम मुझे अपने इन छोटे मोटे चूजों से डराओगी । मैं ताबिश सिंघानिया हूं यहां पर किसी की इतनी हिम्मत नहीं कि मेरे सामने आकर खड़ा हो सके । ताबिश जिन्हें ये सब से कोई फर्क नहीं पढ़ रहा था ।

वह लड़की थोड़ा सारकास्टिक मुस्कुराते हुए ओह हो mr सिंघानिया आप गलत समझ रहे हैं आपको क्या लगा मैं ऐसे ही आ जाऊंगी तो चलिए आपको बता देती हूं । यह जो आपका बड़ा सा मेंशन है इसे मेरे बॉडीगार्ड से चारों तरफ से घेर लिया है । इस घर में जितने भी लोग हैं जितने भी मेहमान हैं जितने भी नौकर है सारे मेरे कब्जे में है । 

आपने तो अभी तक पूछा भी नहीं कि मैं यहां क्यों आई हूं । ताबिश थोड़ा स्माइल करते हुए - काफी स्मार्ट हो तुम ओर ओर तुम इतनी भी खास नहीं हो कि ताबिश सिंघानिया तुमसे पूछे  ।

वह लड़की थोड़ा उसके करीब आते हुए -I like it बस मुझे आपका यही एटीट्यूड पसंद है । कोई नहीं मैं ही बता देती हूं । 

मैं नूर खुराना हूं , आप जानते होंगे राजीव खुराना की बेटी चलिए यह भी बता देती हूं मैं यहां क्यों आई हूं - आपसे शादी करने , और यह क्या यहां तो आपकी शादी किसी और से हो रही है और यह मैं कैसे होने दे सकती हु । ताबिश मुस्कुराते हुए - मजाक अच्छा था , वैसे पैसे कितने चाहिए , वैसे तुम्हारा बाप अभी भी उतना ही गिरा हुआ है पैसे के लिए अपनी बेटी का इस्तमाल कर रहा है , फिर अपने अस्टिटेंट को देखते हुए बोलते है- इसे जीतने पैसे चाहिए दे दो और दफा करो । 

अस्सिटेंट लाचारी से सर नीचे करते हुए - सर अगर मैं यहां से हिला तो ये मुझे मार देंगे । ताबिश थोड़े गुस्से में - अगर तुम नहीं गए मै तुम्हें जरूर ऊपर पहुंचा दूंगा । 

नूर आगे की ओर आते हुए - क्या mr सिंघानिया जब आप मुझे मिल रहे है तब मुझे पैसे की क्या ही जरूरत है । वैसे भी मुझे यह भी पता है आप इतनी आसानी से मानेंगे तो नहीं तो आपके लिए एक सरप्राइस है , एक बार पीछे मुड़कर देख लीजिए । 


ताबिश जो उसकी बातों उतना न सोचते हुए पीछे मुड़ते है । जहां उनके दादा और दादी सा दोनों के सर पर बंदूक रखा हुआ था । नूर उनके  सामने आते हुए कैसा लगा मेरा सरप्राइज फिर जोर जोर से हसने लगती है। मुझे पता आपको बाकी लोगों के मारने जीने से कोई फर्क नहीं पड़ता पर यह दोनों में तो आपकी जान बसती है। 


ये सब देख ताबिश का चेहरा गुस्से से लाल हो जाता है वह गुस्से में उसकी और बढ़ते हुए हाउ डेयर यू हिम्मत कैसे हुई तुम्हारी तुम किसके सामने खड़ी होकर बोल रही हो इसका अंजाम तुम नहीं जानती क्या होगा ।

नूर थोड़ा रिलैक्स टोन में देखिए ये सब के लिए वक्त नहीं है हम बाद में लड़ाई कर लेंगे । फिलहाल अभी मुझसे शादी या आप ख़ुद समझदार हैं चॉइस इस योर्स । ताबिश जो अपने गुस्से में कहता है - में तुमसे शादी नहीं करूंगा ।

नूर- ठीक है फिर वो अपने बॉडीगार्ड को इशारा करती है shoot them.....ताबिश ये सब देख अपने गुस्से का घुट पी कर रह जाते है । वह हार मानते हुए शादी के लिए हामी भर देते हैं । ना चाहते हुए भी उनके पास और कोई रास्ता नहीं था ।


पूरी दुनिया जो उनसे डरता था आज वह किसी और के सामने झुक गया था ।
नूर मुस्कुराते हुए चलिए मिस्टर सिंघानिया वैसे मुहूर्त निकल जाएगा , फ़िर वहीं पंडित जी की तरफ देखते हुए और तुम पंडित हमारा मुंह क्या देख रहे हो । अगर हमारी शादी वक्त पर नहीं हुए तो तुम्हारा आज आखिरी दिन होगा । 


वही मोनिका ये सब देख वह गुस्से में चिल्लाते हुए कहती है देखो तुम मोनिका कपूर से पंगा ले रही हो । मै तुम्हें  छोड़ोगी नहीं बोलते हुए खुद को उस बॉडीगार्ड के पकड़ से छुड़ाने की कोशिश कर रही थीं । 

नूर जो उसके बातों को फुल इग्नोर करते हुए अपने एक बॉडीगार्ड को बोलती है इसका मुंह बंद करवा जरा मेरे मूड का सत्यानाश कर रही है । बॉडीगार्ड जो उसके मुंह पर अपने हाथ रख देता है । जिस वजह से मोनिका की आवाज दब जाती है ।

कुछ ही देर बाद , वह दोनों मंडप में बैठे हुए थे । ताबिश जो नूर की तरफ़ देखते हुए अपने मन ये एक दिन की शादी तुम्हारी पूरी उम्र की बर्बादी होगी। एक एक दिन तुम तिल तिल करके मारोगी । 


नूर भी ताबिश की तरफ देखते हुए अपने मन मै - आपको अपनी जिंदगी में कभी खुशियां नहीं मिली है , में आपको वो मोहब्बत ओर वो खुशियां दूंगी जो आप डिजर्व करते है । धीरे-धीरे शादी की सारी विधियां समाप्त होती है। पंडित जी खड़े होते हुए -आज से आप दोनों का रिश्ता एक अटूट बंधन मै बंध चुका है ।