Obession of my Girl - 7 in Hindi Love Stories by Noor books and stories PDF | Obession of my Girl - 7

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Obession of my Girl - 7

अब तक अपने पढ़ा ,

कमरे में घुसते ही उसकी नज़र घड़ी पर गई —
रात के 12 बज चुके थे। वो हल्की सी मुस्कान के साथ दरवाज़े की तरफ़ देखती है और कहती है —"वैसे… मेरे हसबैंड जी हैं कहाँ?"

(उसके लफ़्ज़ों में शरारत थी…
पर आँखों में एक अधूरा इंतज़ार।)

अब आगे , 

तभी दरवाजा एक झटके से खुलता है । नूर जिसकी नजर उस ओर जाती है । ताबिश जो कमरे मै कदम रखते है । काले शेरवानी में, चेहरा थका हुआ लेकिन आंखों में वही पुराना गुस्सा ।वो कमरे में आया, लेकिन नूर की तरफ एक नज़र तक नहीं डाली । जैसे कमरे मै उसके अलावा कोई ओर न हो ।

नूर जिसे काफी डर लग रहा था फिर भी वो हल्का मुस्कुराते हुए पूछती है । 
"आप आ गए.. मैं सोच रही थी शायद आप आगे वो कुछ कहते कि उसकी आवाज उसके मुंह में ही रह जाता है ।

ताबिश हल्की रूड ओर थोड़े ठंडे लहज़े में कहते है - मत सोचो । तुम्हारे हर सोच से मुझे नफ़रत है। और वैसे भी, ये मेरा कमरा है । मुझे आने के लिए किसी की इजाज़त नहीं चाहिए।"

नूर जिसके चेहरे पर उदासी छा जाती है । फिर वो धीमी आवाज में कहती है - शायद आपको नफरत है मुझसे, लेकिन मैं तो आपसे मोहब्बत करती हूँ ताबिश जी । शादी भी बस मैने इसी वजह से की है । 

कुछ देर  कमरे मै खामोशी छा जाती है । ताबिश उसकी ओर देखते है फिर व्यंग सा मुस्कुराते हुए कहते है- इतनी मोहब्बत?
किसी ऐसे आदमी से - जिसे तुम्हारा चेहरा तक बर्दाश्त नहीं होता? ओर मोहब्बत की बात मत करो ये ताबिश सिंघानिया तुम जैसे लड़की से तो कभी मोहब्बत नहीं कर सकता । 

फिर वो नूर के करीब आता है इतना करीब की उसकी सांसे तक सुनाई दे रही थी । फिर अपने होठों को उसके कानो के पास ले जाते हुए कहता है - इस शादी में सिर्फ तुम्हारा नाम है, मेरा नहीं। मेरे लिए ये सिर्फ एक समझौता है । 
जो मैं बहुत जल्द तोड़ दूँगा। समझीं?"

ताबिश जो वहां से हट कर वॉशरूम की ओर जाते हुए बोलते है - रात काफी हो गाई है। सो जाओ । नूर जो एक टक उसे ही देखे जा रही थी । जिसकी आंखों की पलके भीग चुकी थी । पर वो अपने आंसुओं को हाथों से रगड़ कर साफ करते हुए कहती है - मैं इतनी आसानी से हार नहीं मानूंगी अब आपको खुद से मोहब्बत करवा कर रहूंगी । इतना कहकर वो क्लोजेट की ओर चली जाती है ।

अंदर आते ही वो खुद में बड़बड़ाई "उफ़्फ़! ये लहंगा अब और नहीं ।
लगता है ताविश जी के कपड़े चुराने पड़ेंगे ।
नूर जो सामने अलमारी खोलती है सामने लगभग काफी शर्ट्स रखे थे जिसमें से उसे व्हाइट शर्ट पसंद आती है । वो उस व्हाइट शर्ट को निकलती है और अपने चेहरे के पास लाकर ताबिश की खुशबू को महसूस करने लगती है ।

कुछ देर बाद वो बाहर आती है ऊपर शर्ट और नीचे ताबिश का ही पजामा पहने । उसे काफी ढीले हो रहे थे कपड़े पर फिर भी उसमें काफी क्यूट लग रही थी । ताबिश जो अभी तक वॉशरूम मै थे । पानी गिरने की आवाज आ रही थी सैयद वो शावर ले रहे थे ।

नूर जो उनके बेड पर आकर लेट जाती है । कुछ देर मै ताबिश  जो वॉशरूम से बाहर आते है, टॉवेल से अपने बालों को पोछते हुए
वो अब खुद को काफी रिलैक्स महसूस कर रहे थे । लेकिन जैसे ही उसकी नज़र बेड पर जाती है । वो रुक जाते है। ताबिश गुस्से में ये क्या मज़ाक है? नूर आँखे बंद किए बिस्तर पर फैली हुई, उसकी शर्ट मै आराम फरमा रही थी । 


ताबिश गुस्से में उसके पास आते है नूर ये क्या पहना है तुमने? और मेरे बेड पर ? नूर जो अपनी आंखें अभी भी बंद किए हुए थी जैसे वो गहरी नींद मै हो । ताबिश जो उसका ड्रामा समझते हुए नूर ड्रामा मत करो । नूर जो अब अपनी आंखें खोलती है फिर अंजान बनते हुए कहती है आ गए आप ? वेलकम बैक "My Angry husband ".....

ताबिश गुस्से में तुमने मेरे कपड़े क्यों पहने । नूर सीधा सा जवाब देते हुए - देखिए मै अपने कपड़े लेकर नहीं आई तो पहन लिया । जब आप मेरे तो कपड़े भी तो मेरे ही हुए न ।


ताबिश ऊपर से नीचे तक उसे देखते है फिर सर पकड़ लेते है - ओर मेरा बेड , यह क्यों सोई हो तुम । नूर जो बेड से उतर कर चारों तरफ देखती है । ताबिश जो झुंझलाकर कहते है अब ये क्या कर रही हो ? नूर उसकी तरफ देखते हुए आपका नाम ढूंढ रही थी कहा लिखा है अपने कहा न आपका बेड है । 

ताबिश जिसे हल्की हसी आ जाती है पर वो अपनी मुस्कुरात को छुपा लेते है । फिर थोड़ा शक्त टोन मै कहते है - नूर ,ये बचपना बंद करो। उठो, जाओ और मेरे कपड़े वापस रखो । 

नूर जो बेड पर आकर तकिए को जोर से पकड़ लेती है फिर ताबिश की ओर देखते हुए कहती है - नहीं! अब तो मैं यहीं सोऊंगी, और इन्हीं कपड़ों में , कर लीजिए जो करना है । 

ताबिश गुस्से में पीछे मुड़कर बड़बड़ाते है - ये लड़की पूरी आफत है ।  एक दिन मै दिमाग का दही कर दिया ।


फिर नूर के तरफ़ देखते हुए गुस्से में - तुम्हें मज़ाक सूझ रहा है, और मुझे गुस्सा आ रहा है । उठो, और जाओ यहाँ से। नूर अपनी नाक सिकोड़कर - नहीं जाऊंगी ।क्योंकि यही मेरा कमरा है, और आप भी तो मेरे हसबैंड हैं लीगल राइट है मेरा । फिर नूर अपनी आंखें बंद कर लेती है । जैसे उसे कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा हो । 

ताबिश जो तेजी से उसके पास आते है और उसकी कलाई को पकड़ते हुए कहते है - नूर ये ड्रामा बंद करो , ओर मेरे कपड़े उतरो । 
नूर चौंकते हुए उठाती है - अय्य्यो! ताविश जी, ये आप क्या बोल गए , कोई सुन लेगा तो । कपड़े उतरने बोल रहे है । 



आगे जारी है ।