Obession of my Girl - 5 in Hindi Love Stories by Noor books and stories PDF | Obession of my Girl - 5

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Obession of my Girl - 5

अब तक अपने पढ़ा ,

नूर भी ताबिश की तरफ देखते हुए अपने मन मै - आपको अपनी जिंदगी में कभी खुशियां नहीं मिली है , में आपको वो मोहब्बत ओर वो खुशियां दूंगी जो आप डिजर्व करते है । धीरे-धीरे शादी की सारी विधियां समाप्त होती है। पंडित जी खड़े होते हुए -आज से आप दोनों का रिश्ता एक अटूट बंधन मै बंध चुका है । 


अब आगे ,

वही नूर जो अपने सारे बॉडीगार्ड को इशारा करती है सारे बॉडीगार्ड सारे लोगों के सर से बंदूक हटा देते है । पार्टी मै आए लगभग कुछ लोग काफी डर चुके थे। ऐसे मीडिया जो सारे कवरेज को रिकॉर्ड कर रही थी कुछ मीडिया के लोग आकर ताबिश से सवाल भी पूछ रहे थे कुछ उनकी फोटोस ले रहे थे । 


अब तक सारे न्यूज चैनल , ट्विटर , इंस्टाग्राम पर न्यूज वायरल हो चुका था । आखिर क्यों न होता ताबिश सिंघानिया जो इंडिया के नंबर वन बिजनेसमैन जो थे । तभी बॉडीगार्ड आकर वो लोग को पकड़ कर बाहर करते है। जहां कुछ ही देर में सारे मेहमान अब तक जा चुके थे । 



अब सिर्फ घर के लोग ही बचे थे ताबिश जो अपने गुस्से को शांत करने के लिए बाहर की ओर चला जाता है । नूर खुद में बोलते हुए इनको भी कितना गुस्सा होता है । अभी अभी शादी हुई है देखो तो कैसा अकेले छोड़कर चले गए । अब ये लोग से कैसे सामना करूंगी । ये लोग ऐसे घुर रहे जैसे आखों से ही खा जायेगे ।



इधर जो मोनिका ओर उसकी मॉम यानी मृदुला जी कोने में खड़ी थे । मृदुला जी गुस्से से ताबिश की दादी यानि कोशल्या जी के पास आते हुए कहती है - अपने तो हमसे वादा किया था ये सब क्या है । अब हमारी बेटी से कौन शादी करेगा । हमें आपसे ऐसी उम्मीद नहीं थी। आप तो अपने वादे से पीछे नहीं हटती तो आज अपने पोते को क्यों नहीं रोका शादी करने से ।


कोशल्या जी शर्मिंदा होते हुए ओर गुस्से से नूर की ओर देखते हुए - हमें माफ कर दीजिए , हमे खुद इसी उम्मीद नहीं थी कि ऐसा होगा । ओर रही बात हमारे वादे की तो आप चिंता मत करे हम ताबिश को समझाएंगे वो कुछ दिन बाद इस लड़की को डिवाइस दे दे । मोनिका ही घर की बहु है और वहीं बनेगी ।


मृदुला जी व्यंग मुस्कुराते हुए - हमे आपके घर मै अब कोई रिश्ता नहीं करना , पहले ही इतने लोगों के सामने हमारी बेइज्जती हो चुकी है । फिर वह मोनिका की तरफ आती है और उसका हाथ पकड़ बाहर की ओर चल जाती है । 

वही कौशल्या जी नफरत से नूर की तरफ देखती है और कहती है - हम आपको इस घर की बहु नहीं मानते । इतना कहकर वो ऊपर अपने कमरे की ओर चली जाती है उनके पीछे प्रणव जी भी चले जाते है जो ताबिश के दादा जी थे ।

वही नूर जिसको दादी की बातों से थोड़ी तकलीफ तो होती है पर वह दिखाती नहीं । उसको अकेला देख माया जी नूर के सामने आते हुए उसके सर पर हाथ रखते हुए । बेटा मां की बातों का बुरा मानिएगा कुछ दिन के बाद वो ठीक हो जायेगी । 


हमें नहीं पता कि अपने ये शादी क्यों की , बस हमे आपसे यहीं उम्मीद होगी कि आप हमारे बेटे का ख्याल रखेंगी उन्हें खुश रखेगी । नूर हल्का हा में सर हिलती है ।


वही शोभा जी जो ताबिश की चाची थी । वो भी नूर के पास आते हुए हम आपकी छोटी सास है । अरब जो नूर के पैर छूते हुए हमसे भी इंट्रोड्यूस करवाइए मॉम । छोड़िए में ही बोल देता हु । हमें भी आशीर्वाद दीजिए भाभी जी हम आपके छोटे देवर । 


रुद्र पीछे से आरव के कंधे पर हाथ रखते हुए हम आपके बड़े देवर । फिर अरवी वो दोनों के बीच आते हुए भाभी अब अपने तो मुझे पहचान ही लिया होगा । तीनों के तीनों की जंगली बंदरों की तरह खड़े थे । 


नूर जो वो लोग को देख कर हसने लगती है । मुझे भी काफी अच्छा लगा अपलोग से मिलकर । मुझे लगा नहीं था कि उनकी फैमिली इतनी प्यारी होगी ।

आरव नूर के पास आते हुए उसके कान में फ़ुफ़ूसता है - भाभी वैसे हम काफी खुश है हम नहीं चाहते थे उस 10 केजी की मेकअप वाली भूतनी से हमारे भाई की शादी हो । ओर वो आगे कुछ कहता की शोभा जी उसका कान पकड़ते हुए फिर शुरू हो गए तुम , तुम्हारी भाभी अभी थक गई होगी , उन्हें आराम करने दो तुम तीनों मिलकर परेशान कर रहे हो । नूर सच में काफी थक चुकी थी । 


फिर रुद्र कुछ बोलता की माया जी डांटते हुए शोभा बिल्कुल सही कह रही है रात भी काफी हो गई है । आप सब आराम करना चाहिए ,  बाते कल कर लेना अपनी भाभी से,  और अरवी बेटा आप अपनी भाभी को ताबिश के कमरे में लेकर जाईए । 


वही कुछ देर में सभी अपने कमरे मै चले गए थे । आरवी भी नूर को कमरे मै छोड़ कर चली जाती है । नूर जो कमरे का दरवाजा खोल अंदर की ओर आती है । कमरा जिसका पूरा थीम ग्रे कलर का था । दीवारों पे कुछ पेंटिंग्स लगी थी जो काफी भयानक थीं। सामने एक बड़ा सा किंग साइज बेड था । जहां दीवार पे ताबिश की बड़ी सी फोटो लगी थी । नूर जिसका ध्यान उस फोटो की ओर जाता है । नूर काफी ध्यान से उस फोटो को देख रही थीं । 

फ्लैशबैक,
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