Bandhan - 47 in Hindi Fiction Stories by Maya Hanchate books and stories PDF | बंधन (उलझे रिश्तों का) - भाग 47

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बंधन (उलझे रिश्तों का) - भाग 47

47
कपाड़िया मेंशन रात के 10:00 बजे 
 
रुचिता जैसे ही किचन से वनराज के लिए पानी लाती है तो वह दरवाजे की तरफ देखकर दंग रह जाती है उसके हाथों से पानी का गिलास नीचे छूट जाता है आंखों में से आंसू बेहिसाब बहने लगते हैं।
रुचिता के गिलास नीचे गिरने की वजह से सभी लोगों का ध्यान रुचिता की तरफ जाता है जिसे देखकर सभी लोग रुचिता की नजरों की पीछा करते हैं तो उनकी चेहरे पर भी गंभीर भाव आ जाते हैं।
इस वक्त वनराज की हालत बहुत खराब थी उसके कपड़े भीगे हुए थे उसके शरीर पर हल्के हल्के जख्म दिखाई दे रहे थे, पर सबके हैरान होने की वजह वनराज की हालत नहीं थी बल्कि उसके गोद में बेहोश पड़ी लड़की थी।
उसे लड़की के कपड़े जगह-जगह से फट चुके थे उसके कपड़े पर धूल मिट्टी साफ-साफ देखी जा सकती थी यहां तक की उसके चेहरे पर भी धूल मिट्टी थी। उसे लड़की की वेशभूषा भिखारी से भी ज्यादा बत्तर थी। पर उसे लड़की का चेहरा किसी को नहीं दिखता क्योंकि एक तो उसका चेहरा बालों से ढका हुआ था तो दूसरा उसका चेहरा वनराज के सीने की तरफ था। 
वनराज को किसी लड़की को ऐसे लाते देखकर सभी लोग परेशान होकर वनराज की तरफ जाते हैं और उसे सवाल करते हैं कि यह लड़की कौन है? इसकी हालत ऐसी कैसी हो गई? तुम्हें कैसे मिली यह बेहोश कैसे हुई?
एक के बाद एक सभी घर वाले सवाल पूछने लगते हैं। 
तभी वनराज बोला..." मैं आप लोगों के सवालों का जवाब दूंगा, पर इससे पहले इसे गेस्ट रूम में ले जाता हूं इतना कह कर वह शिवाय की तरफ देखता है और बोलता है छोटे दुर्गा को इसका चेकअप करने के लिए बुलाओ,,।
उसकी बात सुनकर शिवाय दुर्गा को कॉल लगाकर यहां की सिचुएशन बताता है जिसे सुनकर दुर्गा उसे जल्दी आने के लिए बोल देती है ‌।

वनराज के पीछे सभी लोग गेस्ट रूम में जाते हैं तभी जैसे ही वनराज उसे लड़की को बेड पर लिटा कर उठ रहा था तो सभी  लोग लड़की का चेहरा देखकर सदमे में ही चले जाते हैं।
कभी वह लोग हैरानी से वनराज को देखते फिर उसे लड़की को उसके बाद वह लोग रुचिता को देखते हैं जो अपने आंखों से लगातार आंसू बहा रही थी। 
तो चलिए जानते हैं इस लड़की के बारे में इस लड़की की उम्र 30 है, गोल गोरा चेहरा ,घुंघराले बाल , सीधी लंबी नाक पतले हॉट। इस लड़की का नाम मेगा है। यह यह वनराज की एक्स गर्लफ्रेंड, रुचिता की बेस्ट फ्रेंड थी।

मेघा को अपने घर में देखकर रमन जी वनराज से तीक है लेहाज़  में पूछते हैं... यह लड़की यहां क्या कर रही है तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई इस लड़की को हमारे घर लाने की।
उनकी बात सुनकर वनराज बोला पापा मैं जान बूझ कर इसे अपने घर नहीं लाया है वह तो मजबूरी थी इसलिए लाना पड़ा वनराज ने नरम लहजा में अपनी बात घर वालों के सामने रखी।
उसकी बात सुनकर खुशी की बोली ऐसी कैसी मजबूरी थी तुम्हारी जो इस लड़की को घर लाना पड़ा तुम नहीं जानते इस लड़की ने तुम्हारे साथ क्या किया था? (खुशी जी की बातों में नफरत साफ-साफ देखी जा सकती थी) 
जानता हूं दादी इसने मेरे साथ क्या किया है! पर इंसानियत के नाते, में उसे यहां लाया हूं।
तो अर्नव जी उसे पूरी बात बोलने के लिए बोलते हैं। जिसकी वजह से वनराज अपनी अतीत में चला जाता है, कुछ देर पहले। 
वनराज ऑफिस से घर आ रहा था इस वक्त जोरदार बारिश हो रही थी जिसकी वजह से कार को थोड़ा तेज चाला रहा था क्योंकि उसे घर जाने कि जल्दी थी लेकिन तभी उसके कार के सामने कोई आकर टकराता है जिसकी वजह से वह अचानक से कार के ब्रेक लगाता है और जल्दी से कार से बाहर आता है। तब देखा है कि उसके कर से एक लड़की टकराई हुई थी उसे लड़की का चेहरा वनराज को नहीं दिखाई दे रहा था एक तो बारिश ऊपर से वह लड़की पीठ के बाल गिरी थी। 
जैसे ही वह उसे लड़की को उठाने के लिए नीचे झुक कर उसे अपनी तरफ करता है तो तो उसका चेहरा देखकर हैरान परेशान रह जाता है। वनराज के दिल में इस वक्त बहुत सारी मीक्स इमोशंस चल रही थी। उसे समझ में ही नहीं आ रहा था कि वह जिसे देख रहा है वह कोई डरावना सपना है या हकीकत।
यह उसका पहला प्यार और एक्स गर्लफ्रेंड मेघा थी वनराज इतने सदमे में था कि वह वैसे ही बारिश में भीगते हुए बस मेगा को ही देखे जा रहा था तब तक जब तक कोई आकर उसे टोका नहीं।
 
Boss यह हमार माल है। इसे हमरे हवाले करो और यह से कलटी मारो यह सब एक लोकल छापरी गुंडा बोल रहा था। इस वक्त उसे आदमी के आंखों में हवास साफ-साफ देखी जा सकती थी। 

तो दूसरा आदमी बोला कब से यह लड़की हमें भागा रही है , अब जाकर मिली है हमें - तुम जो कोई भी हो यहां से निकालो ,यह हमारा शिकार है।
तब जाकर वनराज का ध्यान उसे लड़की से हटकर उन लोगों पर आता है तो वह देखता है कि सामने तीन से चार गुंडे खड़े थे। 
वनराज उन गुंडो को अच्छे से समझता है उन्हें यहां से निकल जाने की चेतावनी देता है पर कहते हैं ना लातों के भूत बातों से नहीं मानते हैं, बिचारों गुंडो की किस्मत खराब थी जो उनका पाला वनराज से पड़ा।
वनराज का तो चुटकी बजाने जितना आसान था उन तीनों को उनकी नानी याद दिलाने के लिए। जिसकी वजह से वनराज के शरीर पर भी हल्की-फुलकी चोट लगती है।
उसके बाद वह मेगा को उठाने की कोशिश करता है पर मेगा उठती ही नहीं है, वनराज को समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या करें क्योंकि वन राजू से इस तरह अकेला नहीं छोड़ सकता था एक तो उसका पहला प्यार था तो दूसरी वह एक लड़की थी जिसकी हालत बहुत ही ज्यादा खराब लग रही थी।
 वह कुछ सोच कर उसे अपने गोद में उठाकर कार में लिटा देता है उसके बाद वह मेंशन के लिए निकल जाता है।

प्रेजेंट टाइम 
उसकी बात सुनकर सभी को मेघा के लिए बुरा लगता है । पर उन्हें मेघा को यहां देखकर जरा सी भी खुशी नहीं होती है। 
लेकिन क्या करते अगर मेघा की जगह कोई और भी होता तो वनराज ऐसा ही करता वनराज क्या इस घर के सभी लोग ऐसा ही करते जिसकी वजह से उनके पास वनराज से पूछने के लिए कोई सवाल नहीं रहता है। तभी अरनव जी बोले तुमने जो किया वह सही किया पर इसका मतलब यह नहीं है कि इस लड़की को यहां रहने की कोई इजाजत नहीं है जैसे ही इसे होश आता है इसे यहां से भेज दो इतना बोलकर वह वहां से बाहर जाते हैं। उनके पीछे-पीछे खुशी जी और रमन भी चले जाते हैं। इशिता जी  रुचिता के पास थी। क्योंकि रुचिता ने रो रो कर अपनी हालत बुरी कर ली थी एक तरफ तो उसका पति उसका गृहस्ती उसका पहला और आखिरी प्यार वनराज था तो दूसरी तरफ बहन जैसी दोस्त, जो अब उसकी x सौतन भी थी ॥॥॥
तभी वहां दुर्गा आती है, सभी के चेहरे को ऐसे लटके देखकर उसे कुछ समझ नहीं आता पर वह गेस्ट रूम में जाती है तो वह सामने लेटी हुई मेघा को देखकर एक पल के लिए हैरान रह जाती है फिर भी वह मेगा का चेकअप करती है।
है क्योंकि उसका पहले काम पेशेंट को चेक करना ही होता है। 
उसके बाद वह वनराज से बोली भाई ज्यादा कुछ नहीं हुआ डर के मारे बेहोश हो गई है कल तक होश आ जाएगा। 
इतना बोलकर वह वहां से चली जाती है। 
बाकी सब तो पहले से ही चले गए थे। 
शिवाय के रूप में शिवाय दोनों बच्चों को सुलाने के लिए ला रहा था क्योंकि बहुत देर हो चुकी थी सोने के लिए, पर बच्चों की आंखों में नींद ही नहीं होती है, तो शिवाय उन्हें कहानी सुनने लगता है। 
सभी संवि बीच में ही शिवाय को रखते हुए शिवाय से पूछती है... Dad सबके पास mama है ,पर हमारे पास क्यों नहीं है ?
क्या मेगा के आने की वजह से रुचिता की जिंदगी में आने वाला है तूफान।

आखिर क्या देगा शिवाय बच्चों के सवालों का जवाब जानने के लिए परी अगला चैप्टर।