रीकैप
पिछले चैप्टर में हमें पढ़ते हैं कि शिवाय वनराज कार्तिक और दुर्गा चुप कर घर से निकल जाते हैं जहां शिवाय और कार्तिक एक ट्रक का पीछा करते हुए जाते हैं तो दुर्गा और वनराज लड़कियों को बचाने के लिए उसे खंडार में जाते हैं।
अब आगे
शिवाय और कार्तिक एक-एक कर कर वहां सारे गुंडो को पीट रहे थे ।जहां शिवाय गुंडो को अपने फाइटिंग स्किल से पीट रहा था ,तो कार्तिक हाथों में छोटी-छोटी सुई से फाइट कर रहा था ।
इस वक्त दोनों ऐसे फाइट कर रहे थे जैसे वहां कोई हॉलीवुड की एक्शन मूवी बन रही हो एक-एक कर कर सारे गुंडे इधर-उधर गिर रहे थे।
ट्रक ड्राइवर अपने आदमियों को इस तरह से दो नकाबपोश से मार खाते देखकर घबरा गया था वह जल्दी से ट्रक के अंदर जाता है और अपने हाथ में एक गण लता है और उसे गन को कार्तिक पर चला देता है।
इससे पहले गन की गोली करती को लग पाती शिवाय बीच में आ जाता है जिसकी वजह से गन की गोली शिवाय की बाजू को छूकर चला जाता है।
इस वक्त शिवाय के बाजू से लगातार खून बह रहा था कार्तिक को समझ नहीं आया तो वह क्या करें पर उसके कानों में शिवाय की आवाज पड़ती है मेरी चिंता मत करो हमें पहले लड़कियों को बचाना है ,इतना बोल करो शिवाय फिर से फाइट करने लगता है शिवाय को देखकर कार्तिक भी फाइट करता है।
कुछ ही देर में सारे गुंडे जमीन पर खून से लटपट गिरे हुए हैं।
सारे गुंडे नीचे गिरने के बाद शिवाय अपने हाथ को रुमाल से घाव लगे जगह बांध देता है और उसे ट्रक ड्राइवर के पास जाता है।
इस वक्त वह ट्रक ड्राइवर बहुत ही ज्यादा डर के मारे कांप रहा था ,जिसकी वजह से वह अपनी कांपती हुई हाथों से ग़ण को शिवाय की तरफ कर देता है और उसे लड़खड़ा थे हूए धमकी देता है देखो देखो अगर तुम म....म...मर.. मेरे करीब आओगे तो मैं तुम्हें मार डालूंगा।
शिवाय ट्रक ड्राइवर के बाद पर ध्यान नहीं देता और ऐसे ही आगे बढ़ता है तो ट्रक ड्राइवर फिर से एक बार बोलता है देखो अगर तुम मुझे कुछ करोगे तो कोई फायदा नहीं होगा क्योंकि हमारा लीडर बहुत ही ज्यादा खतरनाक है व.... व... वह तुम लोगों को नहीं छोड़ेंगे। वह ट्रक ड्राइवर आगे कुछ बोल पाता है उससे पहले ही शिवाय उसके पास पहुंचता है और उसके ग़ण को उसके हाथ से पलक झपक कर ही छिनता है और उसे जोरदार चांटा मारता है जिसकी वजह से उसे ट्रक ड्राइवर को अपने आंखों के सामने चांद और तारे दिखाई देते हैं😵😵💫🥴💫🌀
तभी कुछ और नकाबपोश वहां आते हैं और ट्रक में से मासूम सी लड़कियों को निकलते हैं। कार्तिक इस वक्त उन लड़कियों की हालत देखकर उन लड़कियो पर उसे तरह सारा था ,क्योंकि उन लड़कियो में बहुत सारी नाबालिक और बेसहारा लड़कियां है ।उन लड़कियों ने अपनी हालत रो-रो कर बरी कर दी थी ऊपर से उन लड़कियों के कपड़े जगह-जगह फटे हुए थे और उनके शरीर पर चोट साफ-साफ दिखाई दे रही है। इस वक्त कोई भी उन लड़कियों को देखा तो बेदर्दी से उन स्मगलर्स को मार डालता।
लड़कियो की हालत देखकर शिवाय को भी बहुत ही गुस्सा आ रहा था पर वह कुछ भी नहीं कर सकता था जितना वह कर पाया वह लड़कियों को नर्क में जाने में बचा लिया है इसी बात से खुद को स्वांतना दे सकता था। बाकी के नकाबपोश उन लड़कियों को सुरक्षित से वहां से निकलकर अपने लाए हुए गाड़ी में बेटा देते हैं जहां पर डॉक्टर लड़कियों का चेकअप कर रहे थे और उन्हें खाने पीने को दे रहे हैं। इस वक्त बहुत सारी लड़कियों की हालत तो इतनी खराब थी कि वह ठीक से अपनी आंखें तक नहीं खोल पा रही थी क्योंकि उन बेचारी लड़कियों को नशे की इंजेक्शन लगाई गई है।
शिवाय अपने सामने खड़े हुए सारे नकाबपोश को ऑर्डर देता है कि इन गुंडो को अच्छे से ठिकाने लगा दो और उसे ड्राइवर को हेल इन थे हेवन में लेकर अच्छे से टॉर्चर करें इतना बोलकर वह वहां से बुलेट पर बैठकर निकल जाता है। उसके पीछे-पीछे कार्तिक भी चला जाता है।
दूसरी तरफ
वनराज और दुर्गा भी उन बाकी लड़कियों को बचा लेते हैं और उन्हें भी हेल इन द हेवन में भेज देते हैं।
लड़कियों को भेजने के बाद वनराज और दुर्गा वहां से जा ही रहे थे कि उन्हें एक आवाज आता है जिसे सुनकर वह दोनों आवाज की तरफ बढ़ जाते हैं जैसे-जैसे वह दोनों उसे आवाज की तरफ जा रहे थे वैसे-वैसे उन्हें वह आवाज साफ-साफ सुनाई दे रही है।
दुर्गा वनराज से बोलती है भाई यह किसी लड़की की कराहने की आवाज लगती है। वनराज पाल के झटका कर दुर्गा को सहमति देता है।
वह दोनों कुछ आगे बढ़ते हैं तो देखते हैं कि खंडहर के एक्साइड सीडीओ के नीचे एक लड़की बेहोशी क्या हालत में हेल्प मी सेव मी बोल रही है।
इस वक्त उसे लड़की की आवाज बहुत ही धीमे थी पर उसे खंडहर में उसे लड़की की आवाज धीमे में होने की बावजूद भी गूंज रही थी ।
दुर्गा उसे लड़की के पास जल्दी जाती है और उसे पलटने की कोशिश करती है क्योंकि इस वक्त वह लड़की उल्टा पड़ी हुई थी और उसके चेहरे पर उसके बाल बहुत बिखरे हुए हैं।
तभी वहां एक नकाबपोश आता है जिसके हाथ में पानी है वह पानी लेकर दुर्गा उसे लड़की को ठीक से उठाती है ,तो उसे लड़की का चेहरा देखकर एक पल के लिए दुर्गा शौक रह जाती है क्योंकि उसे वह लड़की कुछ जानी पहचानी लग रही थी पर फिर भी वह उसे लड़की को अच्छे से पानी पिलाती है और उसे होश में लाने की कोशिश करती है।
तभी दुर्गा उसे अपने साथी नकाबपोश से बोलती है 23 इस लड़की को उठाकर लेकर जाओ और इसका ट्रीटमेंट करवाओ।
नकाबपोश 23 बी अपना सर हमें हिलकर वहां से उसे लड़की को अपनी गोद में उठाकर चला जाता है।
इस वक्त वनराज ने एक बार भी उसे लड़की पर ध्यान नहीं दिया था वह तो बस बाकी सब लड़कियों को निकालने में और शिवाय और कार्तिक की टेंशन लेने में बिजी हैं।
दुर्गा वनराज के पास जाकर भाई अभी हमें घर जाना होगा देर हो रहा है और आपको पता है ना सुबह पालकी का फ्लाइट भी है तो हमें अभी घर जाना होगा।
उसके बाद वह दोनों घर के लिए निकल जाते हैं।
शिवाय अभी घर के लिए निकल जाता है और कार्तिक अपने घर के लिए।
कपाड़िया मेंशन में
तीन बुलेट बाइक आकर रूकती है और उन बुलेट बाइक से शिवाय दुर्गा और वनराज उतरते हैं और एक दूसरे की तरफ एक नजर डालते हैं और चुपचाप से घर के अंदर चले जाते हैं।
इस बात से अनजान की उन तीनों की हरकत पर कोई नजर रख रहा है।
(अब यह कौन है हम इस बात को सस्पेंस रखते हैं।)
इस वक्त रात के 3:00 बज रहे हैं वनराज अपने कमरे में जाता है तो देखता है कि रुचिता बेड पर बड़े सुकून से सोई हुई है वह भी अपने कपड़े चेंज कर कर खुद को फ्रेश कर कर रुचिता के बाजू आकर रुचिता को कसकर अपनी बाहों में लेकर सो जाता है , क्योंकि उसे सुबह जल्दी भी उठना है।
शिवाय अपने कमरे में आता है खुद को फ्रेश करने के लिए वॉशरूम में जाता है और फ्रेश होकर चेंजिंग रूम में जाकर कपड़े बदलते हैं उसके बाद वह पालकी के रूम में जाकर आर्य और सन्नवि को अपने गोद में धीरे से उठाकर अपने कमरे में लेकर आता है और बेड पर उन्हें लेट देता है और खुद भी उनके बाजू सो जाता है।
दुर्गा तो बिना कपड़े चेंज करें कि सो जाती है क्योंकि इस वक्त वह बहुत ही थक चुकी है।।
इस वक्त सभी लोग सुकून से सो रहे थे ।इस बात से अनजान की जल्दी उनकी जिंदगी में एक तूफान आने वाला है।
जल्दी सब की जिंदगी हो पर ग्रहण लगने वाला था।
चलिए देखते हैं कि इनका सवेरा इन के लिए क्या नया पड़ाव लाता है।
कहानी में आगे क्या होगा जानने के लिए पढ़िए अगला चैप्टर ।
प्लीज रिव्यू योर कमेंट कर देना आपके रिव्यू और कमेंट का वेट कर रही हूं।