📖 Part 12: “फैसलों की उड़ान”
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🌃 रात की वो चिट्ठी…
रात के उस सन्नाटे में,
रहान की दी हुई चिट्ठी बार-बार नायरा के हाथ में थी —
हर शब्द में उसके प्यार की गर्माहट थी।
लेकिन सुबह जो दस्तक आई — वो एक नया सफर मांग रही थी।
इंटरनेशनल ब्रांच से ऑफिशियल मेल:
> “We are proud to offer you the Lead Strategy Manager position in our Singapore division. A bold woman like you deserves a global platform. Kindly confirm within 3 days.”
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🕯️ मन के दो रस्ते…
नायरा अपनी बालकनी में बैठी थी।
कभी रहान के चेहरे की वो सुकून भरी मुस्कान याद आती…
कभी खुद की ज़िंदगी में वो वक्त जब उसने खुद से वादा किया था:
> “अब मैं सिर्फ किसी की नहीं बनूंगी… पहले खुद की बनूंगी।”
और अब?
अब सब कुछ उसकी मुट्ठी में था —
प्यार… करियर… और ज़िंदगी की वो उड़ान
जिसे वो हमेशा डर कर टालती आई थी।
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💬 रहान से बात — दिल की बात
"रहान… अगर मैं चली गई, तो?"
"तो?" उसने मुस्कुराते हुए पूछा।
"तो तुम… रुकोगे?"
"नहीं," वो बोला, "मैं चलूंगा। लेकिन तुम्हारे पीछे नहीं — तुम्हारे साथ।"
"लेकिन कंपनी की शर्तें…?"
"अगर प्यार के लिए कुछ त्याग नहीं किया, तो वो सिर्फ इगो है, प्यार नहीं।"
नायरा की आंखों में हल्का पानी था —
शायद ये पहली बार था जब कोई उसे रोक नहीं रहा था,
बल्कि उसके साथ उड़ने को तैयार था।
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💼 ऑफिस में आखिरी मीटिंग…
HR से लेकर CEO तक, सब नायरा के लिए खड़े थे।
"आप हमारी कंपनी की ताक़त हैं।
हमने आपकी honesty, bravery और skills देखीं हैं।
पर Singapore की टीम में कोई जगह एक और manager के लिए नहीं है…"
तभी रहान ने कुछ कहा —
“तो मैं रिजाइन कर देता हूँ।”
सन्नाटा छा गया।
"मैं CEO का बेटा ज़रूर हूं, पर सबसे पहले नायरा का साथी हूं।
और अगर मेरी मौजूदगी उसके growth में रुकावट है — तो मैं हटता हूं।"
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🧳 एक नई शुरुआत…
कुछ हफ्तों बाद —
नायरा और रहान, Singapore की गलियों में हाथों में हाथ डाले चल रहे थे।
नई ज़मीन, नया ऑफिस, नई ज़िंदगी…
रात को समुद्र किनारे बैठते हुए नायरा ने कहा:
> "तुम्हें कोई पछतावा नहीं?"
"तुम्हें देखकर पछतावा कैसे हो सकता है?"
"और अगर एक दिन तुम उड़ना चाहो — मुझसे दूर?"
"तब मैं तुम्हें रोकूंगा नहीं — पर तुम्हारे साथ उड़ने की कोशिश ज़रूर करूंगा।"
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💖 Final Confession — A Forever Moment
रहान ने जेब से एक छोटा सा box निकाला —
एक पायल…
"मैं जानता हूं तुम किसी से बंधना नहीं चाहती।
इसलिए रिंग नहीं…
बस ये पायल — जो सिर्फ आवाज़ देगी, बंदिश नहीं बनाएगी।"
नायरा मुस्कुराई —
"और जब मैं चलूंगी…?"
"तो मैं जानूंगा — तुम मेरे साथ हो।"
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🎬 And Now... Ahaana’s Last Message
Instagram पर एक पुरानी ID से एक पोस्ट आया:
📸 “उनसे जो डरते नहीं थे… वो बन गए किस्सा।
और जो चुप थे… बन गए मिसाल।”
📝 – Ahaana
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🌌 "Sadaa Ya Saath?" — अब सवाल नहीं रहा… एक जवाब बन गया
नायरा ने अपने ब्लॉग पर लिखा:
> “कभी किसी ने मुझसे पूछा था —
‘साथ चुनोगी या उड़ान?’
तब मैं नहीं जानती थी कि सच्चा साथ वही होता है जो उड़ान बनने दे…
और सच्चा प्यार वही जो परों को काटे नहीं — उड़ने में यकीन रखे।”
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📣 Readers के लिए आख़िरी सवाल:
> 💬 क्या आपको नायरा और रहान की ये कहानी "सादा" लगी या "सदा के लिए साथ" जैसी?
❤️ क्या कभी किसी ने आपको उड़ने दिया?
🕊️ क्या आप भी ऐसे प्यार में यकीन रखते हैं?
👇 कमेंट करके बताएं — और अगली कहानी के लिए जुड़ें InkImagination के साथ!
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Thankyou🥰🥰...
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