📖 Part 4: “तुम्हारा हिस्सा बनने का हक़ है क्या मुझे?”
बारिश थम चुकी थी, लेकिन छत की रेलिंग पर रखी पानी की बूंदें अब भी चमक रही थीं। उन बूंदों की तरह ही, नायरा की आंखों में अनगिनत सवाल थे — रहान के अतीत से, उसके जज़्बातों से, और शायद खुद से भी।
रहान अब सामने खड़ा था, खामोश, शांत... लेकिन उसकी आंखें बहुत कुछ कह रही थीं।
“जो तुमने आज बताया... वो बहुत भारी था,” नायरा की आवाज़ भीग चुकी थी।
“मुझे नहीं पता था कि किसी को अपनी गलती के साथ जीने में इतना वक्त लग जाता है,” रहान ने धीमे से कहा।
कुछ देर तक सिर्फ खामोशी रही। लेकिन फिर रहान ने जो कहा, वो नायरा के अंदर तक उतर गया।
> “तुम्हारा हिस्सा बनने का हक़ है क्या मुझे?”
उसका ये सवाल सवाल नहीं था, वो अपनी worth तलाश रहा था — शायद पहली बार।
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🌧️ एक पुरानी दस्तक
अगले दिन ऑफिस में हलचल थी। एक नया क्लाइंट मीटिंग के लिए आ रहा था — Arya Innovations से।
नायरा अपने सिस्टम में डूबी थी जब दरवाज़ा खुला और एक लड़की अंदर आई — काली साड़ी में, कांफिडेंट और बहुत ही खूबसूरत।
“Hi, I’m Ahaana,” उसने कहा। लेकिन नायरा की नजरें उस वक्त रहान की तरफ थीं — उसके चेहरे पर सन्नाटा था।
वो लड़की सीधी रहान की तरफ बढ़ी, और बोली — “Hi, रहान… इतने सालों बाद।”
सन्नाटा टूट चुका था।
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🕯️ गुज़रा हुआ कल
ब्रेक टाइम में नायरा ने रहान से पूछा — “वो कौन थी?”
रहान ने कहा — “Ahaana… मेरी मंगेतर थी। शादी से दो हफ्ते पहले वो मुझे छोड़कर चली गई थी... और फिर मैंने कभी उससे बात नहीं की। आज तक।”
नायरा ने कुछ नहीं कहा। वो बस रहान को देखती रही — जैसे कोई टूटी हुई ईमारत को चुपचाप देखता है।
> दिल की दीवारें टूटती हैं, आवाज़ नहीं करती।
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🎭 दिखावा या सच?
क्लाइंट मीटिंग में Ahaana ने जानबूझकर नायरा से ज्यादा रहान से बात की। बार-बार उसके पुराने प्रोजेक्ट्स की तारीफ की, और अंत में बोली — “हमारी कंपनी के लिए हम चाहेंगे कि सिर्फ रहान हमारे साथ काम करे।”
Meeting खत्म होने के बाद, नायरा ने रहान से पूछा — “तुम जाओगे उनके साथ?”
रहान ने उसकी आंखों में देखते हुए कहा — “मैं नहीं जानता…”
“तो फिर सोच लो,” नायरा का गला भर आया था, लेकिन वो दिखाना नहीं चाहती थी।
“क्योंकि मैं अब तुम्हारे बिना काम करने की एक्टिंग नहीं कर सकती।”
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💔 टूटी उम्मीद
उस रात रहान ने कोई कॉल नहीं किया। कोई मैसेज नहीं आया।
अगले दिन, ऑफिस में एक मेल आया —
> Subject: Project Realignment Confirmation — Mr. Rehaan Sheikh
नायरा ने कंप्यूटर स्क्रीन को देर तक देखा। दिल जैसे सुन्न हो गया था।
“क्या मैं सिर्फ एक प्रोजेक्ट का हिस्सा थी?” उसने खुद से पूछा।
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📞 अचानक एक कॉल
रात 11:38 बजे, नायरा के फोन पर एक कॉल आया।
Rehaan Calling…
उसने कुछ पल सोचा, फिर कॉल उठा लिया।
“छत पर आओ,” रहान ने कहा।
“अब?” वो चौंकी।
“हाँ, अभी।”
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🏙️ Rooftop पर एक बार फिर…
वो छत पर पहुंची तो रहान वहां पहले से खड़ा था। उसकी आंखों में वो लड़ाई चल रही थी — दिल और दिमाग की।
“मैं नहीं गया उस कंपनी में,” रहान ने कहा।
“क्यों?” नायरा की आंखों में सवाल थे।
> “क्योंकि मैंने पहली बार खुद से पूछा — जो मुझे अब मिला है, क्या मैं उसे फिर खोना चाहता हूँ?”
वो एक कदम और बढ़ा।
“तुमने जो कहा था… ‘मैं तुम्हारे बिना काम नहीं कर सकती’, तुमने झूठ नहीं कहा।”
“और मैंने भी एक झूठ बंद कर दिया — मैं अब और नहीं छिपाऊँगा…”
वो धीरे से आगे बढ़ा, और बोला —
> “मैं अब सिर्फ एक प्रोजेक्ट का पार्टनर नहीं रहना चाहता…”
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🧡 लेकिन... कहानी अभी बाकी है!
नायरा की आंखें भर आई थीं। लेकिन वो कुछ नहीं कह सकी।
क्या रहान सच में बदल रहा है?
क्या Ahaana की एंट्री अब भी कोई तूफान लाएगी?
और नायरा... क्या वो दिल से ये सब स्वीकार करने को तैयार है?
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💬 कमेंट में बताओ — अगर तुम नायरा की जगह होते, तो क्या तुम रहान पर फिर से भरोसा करते?
क्या पुराने रिश्ते का डर नए प्यार की शुरुआत रोक सकता है?
📖 Part 5 जल्द आ रहा है… और अब कहानी एक final emotional wave की ओर बढ़ रही है...
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Thankyou🥰🥰...
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