illicit relation in Hindi Moral Stories by Vishal Saini books and stories PDF | अवैध संबंध

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अवैध संबंध

मनुष्य का जीवन एक अमूल्य उपहार है, जो केवल भोग और वासना के लिए नहीं, बल्कि धर्म से जीने और अपने आत्मिक विकास के लिए मिला है। परन्तु आज के समय में जब नैतिकता और मर्यादा का पतन हो रहा है, तब एक ऐसा विषय अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाता है, जिस पर चर्चा करना नितांत आवश्यक है, वह है "Illicit Sex" या "अनैतिक यौन संबंध"

Illicit Sex क्या होता है:

Illicit Sex वह यौन संबंध होता है जो समाज और धर्म की दृष्टि में स्वीकार्य नहीं होता। यह वह संबंध है जो विवाह से बाहर परायी स्त्री/पुरुष (girlfriend/boyfriend) के साथ बिना वैध धार्मिक-सामाजिक बंधन के स्थापित किया जाता है। यह संबंध केवल शरीर तक सीमित नहीं होता है बल्कि किसी स्त्री या पुरुष के साथ मानसिक काम भाव रखना भी इसी श्रेणी में आता है।

Illicit संबंध एक महापाप है और इसका फल व्यक्ति को केवल इस जन्म में नहीं, बल्कि आने वाले जन्मों में भी भुगतना पड़ता है।

अब समय ऐसा आ गया है कि अपने आशिकाना रिश्तों को लोग एक ट्रम्प कार्ड समझ बैठे हैं। लोग सोचते हैं कि जब चाहें इन रिश्तों का उपयोग कर सकते हैं, अपने सुख, मनोरंजन और वासना की पूर्ति के लिए। लेकिन वे यह नहीं समझते कि यह केवल कुछ मिनटों की खुशी होती है और इसके पीछे इंसान के सर्वनाश की कहानी छिपी होती है।हिंदू धर्म में स्त्री को देवी का दर्जा दिया गया है और पराई स्त्री को माँ, बहन, बेटी के समान मानने की शिक्षा दी गई है।

श्रीमद्भागवत में भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं:

"जो पुरुष किसी दूसरी स्त्री की ओर कामभावना से देखता है, वह अपने ही विनाश का द्वार खोलता है।

"रामचरितमानस में तुलसीदासजी ने कहा:

❝पतिप्रणचक पर पति करई। नरक हेतु यह तनु धरई॥❞

अर्थ: जो पराई स्त्री के साथ पति समान व्यवहार करता है (अर्थात् संबंध बनाता है), वह नरक का भागी होता है। ऐसे लोग शरीर पाकर भी केवल नरक के लिए ही जन्म लेते हैं।

Illicit Sex करने वाले के साथ क्या परिणाम होता है:

गहन पाप और रौरव नरक की प्राप्ति होती है।

जो व्यक्ति परस्त्री गमन करता है, उसे मृत्यु के बाद रौरव नरक प्राप्त होता है, जो कि सबसे भीषण नरकों में एक है, यहाँ आत्मा को कल्पों तक पीड़ा सहनी पड़ सकती है। 

  ●पुण्य का सर्वनाश हो जाता है।

जो पुण्य अर्जित किए हुए होते हैं, वे एक ही गलत संबंध से भस्म हो जाते हैं। ऐसा व्यक्ति के द्वारा जीवन में की गई सभी धार्मिक क्रियाएँ व्यर्थ हो जाती हैं।

●जन्म-जन्मांतर तक परिणाम भुगतना पड़ता है।

हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार ऐसा व्यक्ति कई जन्मों तक नीच योनि में जन्म लेता है, जैसे कुत्ता, गधा, या भूतप्रेत बनकर।

इतिहास साक्षी है कि रावण एक महान विद्वान, तपस्वी और शिवभक्त था और उसके पास अपार बल और बुद्धि थी, लेकिन एक भूल, परस्त्री गमन की इच्छा ने उसका उसके वंश सहित सर्वनाश कर डाला। रावण न केवल मारा गया, बल्कि उसका पूरा परिवार, पुत्र, भाई, और मित्र सब नष्ट हो गए।

हमें यह विचार करना चाहिए कि प्राण भले ही चले जाएं, परंतु हम अपने मन, वचन और कर्म से कभी किसी दूसरी स्त्री/पुरुष की ओर कामभावना से ना देखें और न ही कोई अवैध संबंध बनाएं।

Illicit Sex व्यक्ति को धर्म से भ्रष्ट बना देता है। यह क्षणिक सुख, दीर्घकालिक संताप देता है। हमें चाहिए कि हम अपने जीवन को धर्म, सत्य, और मर्यादा की राह पर चलाएं।____________________________________________

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