राहुल शर्मा, एक ऐसा लड़का जिसका जीवन किताबों और सपनों के इर्द-गिर्द घूमता था। गाँव के छोटे से स्कूल से उसकी पढ़ाई शुरू हुई थी। स्कूल से कॉलेज और फिर कॉलेज से डिग्री कॉलेज। डिग्री कॉलेज में राहुल कंप्युटर साइंस से बी.टेक कर रहा था
राहुल अपने माँ-बाप का इकलौता बेटा था, जिसके सिर पर हमेशा एक ही सपना था और वो सपना था इंजीनियर बनना।
स्कूल में वो टॉपर था, कॉलेज में भी उसने अपनी मेहनत से सबको प्रभावित किया। दसवीं क्लास में उसने कॉलेज को टॉप किया था और इनाम में उसे 5000 रूपए का चेक मिला था
कंप्यूटर साइंस में बी.टेक. की डिग्री हासिल करने के बाद, उसे दिल्ली की एक बड़ी कंपनी में नौकरी मिल गई।
राहुल का जीवन सीधा-सादा था। न कोई शौक, न कोई बुरी आदत।
उसने ना कभी सिगरेट छुई थी, ना शराब को हाथ लगाया था। इंटरनेट के बारे में दोस्तों की बातें सुनकर वो समझ गया था कि कुछ चीजें "गलत" हैं।
उसने कभी गंदी फिल्में नहीं देखीं थी। हस्तमैथुन? ये शब्द तक उसके लिए अजनबी था। उसने कभी अपने आप को चेक नहीं किया था।
उसे लगता था कि ये सब "पाप" है, और वो अपनी वर्जिनिटी को बनाए रखना चाहता था।
राहुल का चेहरा साधारण था, लेकिन उसकी आँखों में एक ईमानदारी थी। लेकिन पढाई के चक्कर मे उसने कभी अपने स्वास्थ्य का ध्यान नहीं रखा था।
उसका कद लंबा था, हल्की-सी दाढ़ी, वो ऐसा लड़का था जिसे देखकर लोग कहते, "ये बिल्कुल शरीफ लड़का है।"
नौकरी लगने के बाद राहुल की माँ को उसकी शादी की चिंता सताने लगी थी।
एक दिन माँ ने कहा, "बेटा, अब तू सेटल हो गया है। अब शादी कर ले।" राहुल ने बिना सवाल किए हामी भर दी। माँ ने रिश्ता ढूंढा और नेहा नाम की लड़की से उसकी सगाई तय हो गई।
नेहा एकदम अलग थी। दिल्ली की रहने वाली, मॉडर्न, खूबसूरत और आत्मविश्वास से भरी और सेक्सी।
उसकी आँखें ऐसी थीं कि किसी का भी दिल धड़क जाए। गोरा रंग, लंबे काले बाल, और एक ऐसी मुस्कान जो सामने वाले को बेकरार कर दे।
नेहा फिटनेस फ्रीक थी योगा, जिम, और डाइट का पूरा ध्यान रखती थी। उसका फिगर ऐसा था कि लोग उसे दोबारा देखने को मजबूर हो जाएं।
नेहा अपने स्टाइलिश कपड़ों और बोल्ड अंदाज के लिए जानी जाती थी।
शादी की रस्में धूमधाम से हुईं। राहुल थोड़ा शर्माया हुआ था, लेकिन नेहा की मुस्कान उसे हिम्मत दे रही थी।
शादी के बाद, सुहागरात की बारी आई, राहुल के दिल में एक अजीब-सी घबराहट हो रही थी क्युकी उसने सुहागरात के बारे में सिर्फ फिल्मों में सुना था कि फूलों से सजा बिस्तर, हल्की-सी रोशनी, और प्यार भरी बातें। बस।
लेकिन असल में क्या करना है, उसे इससे डर लग रहा था। उसे आपने जीवन में इसका एहसास पहली बार होना था।
सुहागरात का कमरा फूलों से सजा था। गुलाब की पंखुड़ियाँ बिस्तर पर बिखरी हुई थीं, और हल्की-सी अगरबत्ती की खुशबू हवा में फैली हुई थी।
कमरे की रोशनी मद्धम थी, जैसे किसी रोमांटिक फिल्म का सेट हो। राहुल का दिल जोर-जोर से धड़क रहा था।
नेहा अपनी दुल्हन के लहंगे में थी। लाल रंग का भारी-भरकम लहंगा, जिसके सुनहरे कारीगरी ने उसे और भी खूबसूरत बना दिया था।
उसका घूंघट हल्का-सा चेहरे पर था, और उसकी बड़ी-बड़ी आँखें राहुल को देख रही थीं। नेहा का गोरा रंग, लंबे काले बाल, और वो मुस्कान ऐसी लग रही थी कि कोई भी मर्द उसे देखकर आपा खो दे।
उसका फिगर लहंगे में और भी उभर रहा था पतली कमर, और ऐसी अदाएँ जो किसी को भी दीवाना बना दें।
राहुल बिस्तर के एक कोने पर बैठा गया, उँगलियों को आपस में मिलकर राहुल ने नेहा से कहा, “आप बहुत सुंदर लग रही हो।”
नेहा ने शरारती मुस्कान के साथ कहा, “सच? फिर इतने दूर क्यों बैठे हो, मिस्टर इंजीनियर?” वो धीरे-धीरे हल्का सा राहुल के पास आई और उसके बगल में बैठ गई।
उसने अपना घूंघट थोड़ा ऊपर उठाया, और उसका चेहरा साफ दिखने लगा।
राहुल का गला सूख गया। उसने कहा, “वो... मैं... बस... थोड़ा...”
नेहा मुस्कराने लगी और बोली “अरे, इतना शर्मा क्यों रहे हो?.......मैं तुम्हारी बीवी हूँ।” उसने राहुल का हाथ पकड़ा और उसे अपने पास खींच लिया।
उसका स्पर्श सेक्सी था, उसके स्पर्श से राहुल के शरीर बिजली सी दौड़ गई।
नेहा धीरे से अपने होंठ राहुल के होंठो के पास आगे किए। उसकी साँसें राहुल के चेहरे पर पड़ रही थीं।
“राहुल, क्या तुम इन हसीन लम्हों का एहसास नहीं लोगे? आज हमारी सुहागरात है। जानते हो ना सुहागरात पर क्या होता है?” नेहा ने धीमी आवाज में पूछा, उसकी आँखों में एक चमक और मन मे एक चाह थी।
“हाँ.... हाँ.....मैं......मैं....” राहुल हकलाने लगा।
नेहा ने अपने लहंगे का पल्लू थोड़ा नीचे सरकाया, जिससे उसका शरीर और गहरी नेकलाइन दिखने लगी। उसने राहुल का हाथ पकड़ा और उसे अपने कमर पर रखा। राहुल का हाथ काँप रहा था। उसने नेहा को छुआ, उसका दिमाग खाली होता जा रहा था। उसे समझ नहीं आ रहा था कि अब क्या करना है।
“राहुल, रिलैक्स करो,” नेहा ने धीरे से कहा और उसने धीरे से राहुल के होंठो को अपने होंठो से पकड़ लिया। राहुल को उसके होंठ बहुत कोमल लगे। उसके शरीर में बिजली सी दोड़ गयी और उसका दिल और तेजी से धड़कने लगा।
नेहा ने राहुल की शर्ट के बटन खोलने शुरू किए। राहुल ने घबराकर उसका हाथ पकड़ लिया।
“नेहा... रुको... मुझे... थोड़ा टाइम चाहिए,” उसने डरते हुए कहा।
नेहा चौंकी, लेकिन उसने मुस्कुराकर बात को हल्का करने की कोशिश की।
“अरे, कोई बात नहीं। पहली बार है ना, थोड़ा नर्वस होना तो बनता है।” उसने राहुल के सीने पर हाथ फेरा।
राहुल कुछ परेशान सा लग रहा था।
"हम धीरे धीरे शुरू करते है" नेहा ने धीरे-धीरे अपने लहंगे का ब्लाउज उतारना शुरू किया। उसका गोरा बदन चाँदनी की तरह चमक रहा था। उसने राहुल को अपने और करीब खींचा लिया।
“राहुल, अब थोड़ा रिलेक्स फील कर रहे हो ना? तुम इतने मत घबराओ .... बस...मेरा साथ देते जाओ...." नेहा ने धीमी, सेक्सी आवाज में कहा।
उसने फिर से राहुल के होंठों पर अपने होंठ रखे, और उसके होंठ चूमने शुरू किए । राहुल ने आखें बंद कर ली। राहुल की धड़कने और तेजी से धड़कने लगी। राहुल के माथे पर एक अजीब सी चिंता साफ़ झलक रही थी।
नेहा ने के राहुल के सीने पर किस किया, और धीरे-धीरे उसकी पैंट की तरफ हाथ बढ़ाया।
नेहा का हाथ जैसे ही राहुल की पैंट की ओर बढ़ा, राहुल ने घबराहट में उसका हाथ रोक लिया। उसका चेहरा लाल हो गया, और उसकी साँसें तेज चल रही थीं। “नेहा... रुको... मैं...” उसकी आवाज काँप रही थी।
कहानी जारी है........
Author's Note – "Silent Desires"
नमस्ते दोस्तों,
"Silent Desires" एक 18+ कहानी है, जो सिर्फ एक कल्पना है, लेकिन ये हमें यह एहसास जरूर दिलाती है कि ज़िंदगी में कुछ भी हो सकता है। हमें हर हाल में अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखना चाहिए, यही सबसे ज़रूरी है।
मैं खुद को कोई बड़ा लेखक नहीं मानता... बस अपनी भावनाओं को शब्दों में ढालने की कोशिश करता हूं। हो सकता है कि मेरी यह कहानी आपकी उम्मीदों पर पूरी तरह खरी न उतरे , इसके लिए मैं दिल से माफी चाहता हूं।
आप सभी से विनम्र अनुरोध है कि अगर आपको मेरी कहानी में कुछ अच्छा लगे, तो कृपया इसे रेट करें। आपकी एक रेटिंग मेरे लिए एक बड़ी प्रेरणा होगी , ये मेरे लिए आपके द्वारा दिया गया सबसे अनमोल तोहफ़ा होगा।
अगर संभव हो तो मुझे follow भी करें , ताकि मैं आपके साथ जुड़ा रहूं और आगे और बेहतर लिख सकूं।
अगर आपको कहानी में कोई कमी महसूस हो या आपके पास कोई सुझाव हो, तो कमेंट में जरूर बताएं। आपकी राय मेरे लिए बहुत मायने रखती है।
आपका समर्थन ही मेरी सबसे बड़ी ताकत है।
अपना कीमती समय देने के लिए दिल से धन्यवाद।