बालों के लिए राम-बाण
भारती व सुनीता मैदान में सैर कर रहे है ।भारती,सुनीता व आस -पास की महिलाओं के साथ शाम को सैर करने जाती थी । इसी समय खिल - खिला कर हँसती , अपना सुख-दुख साझा करती । और हाँ, थोड़ी चुगलियाँ भी कर लेती ।
मानो सबको यहाँ आकर फिर बच्चे बनाने का मौका मिलता।
इस समय का सब सुबह से इंतज़ार करती थी।
कुछ समय में ना घर व बच्चों की चिंता।
बच्चे भी आँखों के सामने खेलते रहते ।तो ये सब मस्त रहते।
भारती - अरे, सुनीता तुम्हारे बाल तो दिया के होने के बाद कितने पतले हो गये थे आज बहुत घने, लम्बे लग रहे है। बताओ, हमें भी कौन सा महँगा ब्रांड का कमाल है ये ? अरे, कुछ खास नहीं ।
सुनीता - मैने बहुत मंहगे तेल व शैम्पू का इस्तेमाल किया पर कुछ खास बदलाव नहीं हुआ। जब तक इस्तेमाल करती तब तक ठीक ।
फिर आखिर में दादी के नुस्खे ही काम आए ।
अरे, सुनीता बता भी अब पहेली मत सुझाओ।
सब खिल -खिलाकर हँसने लगे ।
सुनीता - अरे बताती हूँ । अब सुनो ।
जो तुम्हे सामान चाहिए वो यही मैदान में मिल जाएगा। और हाँ, एक लोहे की कड़ाई तो होगी ही घर पे।
भारती - सुन जल्दी बता । और हाँ
जिसके लिए चाहिए ये-
भृंगराज - ये एक औषधि है।इसका तेल व पाउडर बालों की जड़ों को मज़बूत करता है और बालों की नयी कोशिकाएँ को पोषण देता है ।और समय से पहले सफेद होने से भी रोकता है । फिर से रूसी की समस्या को भी दूर करता है ।
भृंगराज नये बालों को उगाने में भी लाभदायक है । इसके एंटी- फंगल गुण से रूसी से भी छुटकारा मिलता है ।
अब बनाती हूँ, दूसरा
2) इसके लिए चाहिए - गुड़हल के फूल व पत्ते ।
गुडहल के फूल बालों के लिए बहुत लाभदायक है । यह बालों को झड़ने से रोकते है।
और इससे बालों में एक चमक भी आती है ।
इसमें विटामिन व एंटी -आक्सींड़ेटस होते है जो बालों को झड़़ने से रोकते है।
इसका प्राकृतिक तेल बालों को पोषण देता है और चमकदार बनाता है ।
इसके एंटी-फंगल गुण से स्कैल्प से रूसी से भी छुटकारा देता है।
इसमें एंटी -आक्सींड़ेटस गुण स्कैल्प से सूजन व खुजली कम करता है ।
तीसरा है, अमरूद के पत्ते ।
3) अमरूद के पत्ते में विटामिन -सी होता है । ये कोलेजन को बढ़ाता है।इससे बाल घने व लम्बे होते है। ये खुजली से भी छुटकारा देता है।
ये बालों से चिप-चिपापन से भी छुटकारा देता है।
अब इनको- एक - दो चमच्च भृंगराज का पाउडर, 4-5 गुड़हल के फूल व पत्ते,5-6 अमरूद के पत्ते को लोहे की कड़ाई को एक रात पहले भिगो कर रख दे। अगली सुबह 1 गिलास पानी को 10-15 मिनट तक धीमी आंच पर उबालो और ठंडा होने के बाद छानकर घोल को
लगाए। 10 -15 मिनट बाद शैम्पू से धो ले ।
इसे हफ्ते में 2 बार लगाए।
और हाँ, किसी दिन समय ना हो तो केवल भृंगराज पाउडर को पानी में मिलाए।
10 -15 मिनट लोहे की कड़ाई में उबाले और ठंडा होने के बाद लगाए।
और यदि आपको रूसी है तो अरंडी का तेल ( castor )की 2 बूंद तेल मिला ले । (पानी के घोल में)
सुनीता अब हम तुम्हे लगा ने के बाद बताते है।
सब हँसने लगे।
जैसी लगी आपको ये कहानी?