Ishq da Mara - 81 in Hindi Love Stories by shama parveen books and stories PDF | इश्क दा मारा - 81

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इश्क दा मारा - 81

राधा गुस्से में पायल फेंक कर बाहर चली जाती है। रानी ये देख कर चौक जाती है और राधा के पीछे पीछे जाती है और बोलती है, "क्या हुआ तुम गुस्सा क्यों हो गई हो ????

राधा कुछ भी नहीं बोलती है, बस चलती रहती है और धुले हुए कपड़े की बाल्टी छत पर ले जाने लगती है।

तब रानी बोलती है, "क्या हुआ कुछ तो बोलो"।

तब राधा बोलती है, "मुझे तुमसे कोई बात नहीं करनी है और तुम जाओ यहां से और गलती हो गई की मैने तुम्हारी पायल ले ली, अब आइंदा ऐसी गलती नहीं होगी"।

तब रानी बोलती है, "सॉरी माफ कर दो "।

तब राधा बोलती है, "मुझे तुमसे कोई बात नहीं करनी है, तुम जाओ यहां से"।

तभी यश छत पर आता है और बोलता है, "क्या हुआ रानी ????

तब रानी बोलती है, "कुछ नहीं वो दीदी मुझसे गुस्सा हो गई है तो इन्हें मानने के लिए आई हूं "।

उसके बाद यश बोलता है, "क्यों गुस्सा हो गई है ????

ये सुनते ही राधा कपड़े की बाल्टी वही पर छोड़ कर छत से नीचे उतर जाती है।

तब राधा बोलती है, "अब मुझे मनाना पड़ेगा इन्हें"।

उसके बाद वो भी नीचे उतर जाती है।

उधर गीतिका सबके साथ नाश्ता कर रही होती है।

तब गीतिका की बुआ जी बोलती है, "मीरा आज तुम्हे गीतिका के साथ रहना होगा क्योंकि हम तुम्हारे ससुराल जा रहे हैं, तुम्हारे जेठ को देखने की उनकी तबीयत कैसी है "।

तब मीरा बोलती है, "तो क्या आप सब जा रहे हैं "।

तब उसकी मां बोलती है, "हा.... और तुम गीतिका का ख्याल रखना"।

उधर यूवी बंटी से बोलता है, "देख मैं अकेला शहर जाऊंगा तुझे जाने की कोई जरूरत नहीं है"।

तब बंटी बोलता है, "ऐसे कैसे जरूरत होती है, मैं तुझे अकेला नहीं छोड़ सकता हूं "।

तब यूवी बोलता है, "और मैं गीतिका को अकेला नहीं छोड़ सकता हूं, देख मुझे सिर्फ तुझ पर और भाई पर ही भरोसा है तभी उसे तुम दोनों के भरोसे छोड़ कर जा रहा यू"।

तब बंटी बोलता है, "तेरा बच्चा अकेला नहीं है उसके पास उसकी फैमिली है "।

तब यूवी बोलता है, "मुझे किसी पर भी भरोसा नहीं है समझा, और जितना बोला है उतना ही सुन, बस दो दिन की बात है "।

तब बंटी बोलता है, "और तेरा बच्चा तुझे जाने देगी दो दिन के लिए "।

तब यूवी बोलता है, "मैं उसे मना लूंगा "।

दोपहर होती है.........

यूवी गीतिका को कॉल करता है और बोलता है, "क्या कर रहा है मेरा बच्चा "।

तब गीतिका बोलती है, "आपको याद"।

तब यूवी बोलता है, "याद करने की क्या जरूरत है आ जाओ मेरे पास "।

तब गीतिका बोलती है, "कहा आऊ आपसे मिलने, और वैसे भी घर में कोई भी नहीं है मेरे और मीरा के अलावा, तो उसे छोड़ कर कैसे आऊ " 

तब यूवी बोलता है, "ये तो और भी अच्छी बात है कि घर में कोई भी नहीं है, अब तुम्हे आने में कोई परेशानी भी नहीं होगी"।

तब गीतिका बोलती है, "मैं नहीं आ रही मीरा को छोड़ कर, वो क्या सोचेगी मेरे बारे में की मैं उसे अकेला छोड़ कर चली गई "।

तब यूवी बोलता है, "कोई कुछ भी नहीं सोचेगा, तुम बस चुप चाप पीछे के रास्ते में मिलो मैं आ रहा हूं "।

तब गीतिका बोलती है, "आप गुंडे हैं तो क्या मतलब है कि मेरे साथ गुंडा गर्दी करेंगे "।

तब यूवी बोलता है, "हा....... और अब ज्यादा मत बोलो और चुप चाप आओ "।

तब गीतिका बोलती है, "मगर......

तभी यूवी उसकी बातों को बीच में काटते हुए बोलता है,"अब अगर मगर करने की जरूरत नहीं है चुप चाप आओ"।

गीतिका मुंह बना कर मीरा के पास जाती है और बोलती है, "मुझे यूवी बुला रहे हैं "।

तब मीरा बोलती है, "हा तो जाओ"।

तब गीतिका बोलती है, "तुम्हे बुरा नहीं लगेगा "।

तब मीरा बोलती है, "नहीं जाओ"।

ये सुनते ही गीतिका खुश हो जाती है और मीरा के गले लग जाती है और थैंक्स बोलती है।

थोड़ी देर बाद गीतिका घर के पीछे आ कर खड़ी हो जाती है और यूवी का इंतजार कर रही होती है।

तभी यूवी कार ले कर आता है और गीतिका उसमें बैठ कर चली जाती है।

गीतिका बोलती है, "आज आप मुझे कहा ले कर जा रहे हैं ?????

तब यूवी बोलता है, "तुम्हे कहा जाना है ?????

तब गीतिका बोलती है, "जहां आप ले कर जाए "।

तब यूवी बोलता है, "सॉरी बच्चा आज मैं तुझे कहीं पर भी नहीं ले कर जा पाऊंगा, वो मुझे कुछ जरूरी बात करनी थी तुमसे तभी तुम्हे बुलाया है"।

तब गीतिका बोलती है, "क्या हुआ यूवी आप इतने परेशान क्यों लग रहे हैं कोई प्रॉब्लम है क्या "।

तब यूवी बोलता है, "बच्चा मुझे किसी जरूरी काम से शहर जाना है "।

ये सुनते ही गीतिका यूवी की तरफ देखने लगती है और बोलती है, "शहर मगर क्यों ?????

तब यूवी बोलता है, "बोला तो बच्चा की कुछ जरूरी काम है "।

तब गीतिका बोलती है, "अच्छा ठीक है तो फिर मैं भी आपके साथ जाऊंगी"।

तब यूवी बोलता है, "बच्चा ऐसा नहीं हो सकता है "।

तब गीतिका बोलती है, "क्यों नहीं हो सकता है, नहीं नहीं मैं यहां पर अकेली नहीं रहूंगी, अगर वो दोबारा आ गया और मुझे ले गया तो"।

तब यूवी बोलता है, "तुम्हे कोई के कर नहीं जाएगा, भाई और बंटी यही पर ही है वो तुम्हारा ख्याल रखेंगे "।

तब गीतिका बोलती है, "आपका ये काम क्या मुझ से ज्यादा जरूरी है ?????

उसके बाद यूवी गीतिका की आंखों में देखने लगता है और बोलता है, "बच्चा समझो न, बस दो ही दिनों की बात तो है, मैं दो दिन में वापस आ जाऊंगा"।

ये सुनते ही गीतिका रोने लगती है और बोलती है, "कार रोकिए.................