Doodh ka Karj - 4 in Hindi Fiction Stories by S Sinha books and stories PDF | दूध का क़र्ज़ - 4

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दूध का क़र्ज़ - 4

भाग -4    दूध का क़र्ज़ 


नोट - अभी तक आपने पढ़ा कि अमेरिका में तनूजा और कृष की नजदीकियां बढ़ीं और तनूजा प्रेग्नेंट हुई  . वह कृष के बच्चे की माँ बनने वाली थी  . कृष ने उसे कहा कि अभी हमें बच्चा नहीं चाहिए और तुम एबॉर्शन करा लो जिसे सुन कर तनु को बहुत दुःख हुआ  . इसी बीच अचानक एक दिन एक अमेरिकी महिला क्रिस्टीना उसके घर आ कर बताती है कि वह भी कृष के बच्चे की माँ बनने वाली है  . अब आगे पढ़ें … 

“ मैं समझ गयी   . अब रोने से क्या फायदा ? अबॉर्शन  करा लो और उसे भूल जाओ    . क्योंकि मैं उसे यूं ही नहीं छोड़ने जा रही हूँ   . उसे खींच कर अदालत ले जाऊंगी   . यहाँ कोर्ट कचहरी इतना महंगा है कि उसे कंगाल कर दूँगी और उसकी सारी हेंकड़ी निकाल दूँगी   . “ 


“  क्या यह आपका आखिरी फैसला है ? आप  उस पर मुकदमा करेंगी ? “


“ श्योर , ही डिजर्व्स पनिशमेंट  . शायद तुम्हें पता न हो तुम्हारे आने के बाद भी वह मुझसे संपर्क में है   .  मैं अमेरिकन नागरिक हूँ और वह मुझसे शादी कर जल्द ही ग्रीन कार्ड बनवाना चाहता है  .  मुझे उसकी हरकतों से शक हुआ तो मैंने भी उसकी जासूसी की   .  तब मुझे पता चला कि तुम्हारे साथ भी उसका चक्कर चल रहा है  .  उसने हम दोनों को धोखा दिया है  .  उसे सजा मिलनी चाहिए  . तुम्हें  मेरी सलाह है कि तुम अबॉर्शन करा के  उस से मुक्ति पा लो  .  वैसे आगे तुम्हारी मर्जी  .  “


कुछ देर तनु को मौन देख कर क्रिस्टीना  बोली “ अच्छा , अब मैं चलती हूँ  .  टेक  केयर  .  “ 


क्रिस्टीना के जाने के कुछ देर बाद तनु धीरे धीरे उठी  .  उसने अपने सामान पैक किये  .  फिर उसने एक पेपर पर कृष के नाम पत्र लिखा “ तुम्हारी एक्स आयी थी  .  वह भी तुम्हारे बच्चे की माँ बनने वाली है  .  मुबारक हो तुम दो दो बच्चों के बाप बनने जा रहे हो  .  वैसे मैंने फैसला किया है कि अब तुम्हारे साथ मेरा कोई संबंध नहीं रहेगा  .  मैं हमेशा के लिए जा रही हूँ  .  मेरे बच्चे की तुम्हें  चिंता करने की  जरूरत नहीं है  .  बेहतर है तुम मुझसे सीनियर एक्स के पास जाओ , वही तुम्हारा सही इलाज करेगी  .  “ 


तनु एक नए अपार्टमेंट कॉम्प्लेक्स  के लीज ऑफिस में बात कर वहां शिफ्ट कर गयी  .  उधर ऑफिस से आने के बाद घर में कृष ने सन्नाटा देखा  .  तनु के वार्डरोब खुले और खाली थे  .  तभी उसकी नजर साइड टेबल पर रखे लिफाफे पर पड़ी  .  उसने लिफाफे से पत्र निकाल कर पढ़ा  .  पत्र पढ़ने के बाद वह गंभीर हो गया  .  वह जानता था कि तनु उस से बहुत नाराज थी पर इतनी जल्दी इतना बोल्ड स्टेप वह लेगी , इस बात का अंदाजा उसे नहीं था  .  


उसने तनु को फोन कर के कहा “ ऐसा  तुमने क्यों  किया ? मैं कुछ न कुछ उपाय निकाल कर सब ठीक कर देता  .  “

“ एनफ कृष    .  कितनों को बेवक़ूफ़ बनाओगे और कब तक  ?  यू आर अ ब्लडी चीट  .  अब तुमसे मेरा कोई नाता नहीं रहा और आगे मुझे फोन करने की कोशिश नहीं करना  .  “ 


“ और मेरा बच्चा ? “ 


“ तुम किस किस के  बच्चे को अपनाओगे , मेरा या अपने एक्स का ? और किस से शादी करोगे मुझ से या क्रिस्टीना से ?  “ 


“ मैं सब सुलझा लूँगा  .  “ 


 “ मैं अपनी समस्या खुद सुलझा लूंगी  और क्रिस्टीना तुम्हारी समस्या सुलझा देगी  .  तुम जाओ भाड़ में  .  “ 


बोल कर तनु ने उसका फोन काट कर उसका नंबर ब्लॉक कर दिया  .


उस दिन के बाद कृष ऑफिस में जब भी मिलता और कुछ बात करना चाहता तनु बोलती “ प्लीज लीव मी अलोन  . आई हेट यू  . अगर तुम मुझे तंग करोगे तो मुझे मैनेजमेंट और पुलिस में कंप्लेंट  करना होगा  . इसलिए बेहतर है मुझसे दूर रहो  . और एक बात और , तुम्हें मुझे लिखित देना होगा कि मेरे बच्चे पर तुम्हारा कोई अधिकार नहीं होगा .  “ 


अमेरिका के वाशिंगटन प्रान्त में सिएटल माइक्रोसॉफ्ट का हेड ऑफिस है  . कुछ दिनों के बाद ऑफिस द्वारा तनु को प्रमोशन के साथ वहां जाने का अवसर मिला  . 


  तनु ने जब अपने माता पिता को कृष से ब्रेकअप की बात कही  तब उसकी माँ ने कहा “ ये तो होना ही था   . हमें शुरू से ही इसी बात का डर था पर तुमने हमारा कहा नहीं माना  . “ 


“ आपलोग कुछ दिनों के लिए यहाँ आएं  . मैंने  आपलोगों के वीजा के लिए अपॉइंटमेंट ले लिया  है  . इसके जरूरी पेपर भी मैंने कुरियर कर दिया है  . वीजा मिल जाये तब मैं टिकट भेज दूँगी  . “ 


दूसरी तरफ क्रिस्टीना ने कृष को लीगल नोटिस भेजा  . कृष उस से मिलने गया  . वह बोली “ अब अपना फाइनल निर्णय बताओ  . तुम तनु या मेरे साथ रहना चाहते हो और किस के बच्चे को अपनाओगे  ? “


“ तनु ने मुझसे पहले ही लिखवा लिया है कि उस के बच्चे पर मेरा कोई हक़ नहीं होगा . “


“ अच्छा है , बला खुद ब खुद टल गयी  .  अब बोलो तुम मुझसे शादी करोगे या जेल जाना चाहते हो . अगर जेल नहीं भी जाना पड़े तब भी तुम्हें मुझे कंपेनसेशन और बच्चे का खर्च देना होगा . अगर मेरे साथ रहोगे तब तुम्हें  ग्रीन कार्ड और सिटीजनशिप जल्द मिल जाएगा  . तुम्हारा भला ही होगा .   “ 


“ और तुमने जो नोटिस भेजी है उसका क्या होगा ? “


“हाँ  मैंने भेजी है तो मैं उसे विथड्रॉ भी कर सकती हूँ . “


उधर तनु सिएटल आ गयी और उसके कुछ सप्ताह बाद उसके माता पिता भी अमेरिका पहुंचे  . उसकी माँ ने उसे समझाते हुए कहा “ अभी भी वक़्त है , तुम अबॉरशन करा लो फिर नए सिरे से जिंदगी शुरू कर सकती हो . “ 

पर तनु ने उनकी बात नहीं मानी और समय पर उसने एक बच्ची को जन्म दिया , उसका नाम अनुपमा  रखा . बेटी को वह अनु बोला करती थी . मैटर्निटी लीव के बाद तनु ने ऑफिस जाना शुरू किया . उसके माता पिता कुछ महीने बाद इंडिया लौट आये . तनु दिन भर अपनी बेटी को डे केयर में रखा करती और ऑफिस से लौटते समय उसे पिक कर लेती . 


तनु के सीनियर मैनेजर मैक का गर्लफ्रेंड के साथ ब्रेकअप हो गया था . वह एक अमेरिकी था और अंदर अंदर तनु को चाहने लगा था . वह अक्सर लंच के समय ऑफिस के कैफेटेरिया में तनु के टेबल पर आ जाता था . फिर वह तनु के घर भी आने जाने लगा तनु भी उसकी तरफ आकर्षित हुई . तब तक अनु दो साल की हो गयी थी . मैक ने एक दिन उसे प्रपोज किया पर शर्त यह थी कि वह बेटी को कुछ दिनों के लिए इंडिया अपने करीबी संबंधी के यहाँ भेज दे . उसने कहा “ अभी कुछ दिन हमलोग फ्री  हो कर बिताएं फिर बाद में तुम्हारी बेटी को भी बुला लेंगे . “ 


तनु सोच में पड़ गयी . उसे खामोश देख कर माइक बोला “ क्या सोच रही हो . अभी दो तीन साल तक मैं अपना बच्चा भी नहीं चाहता हूँ . बाद में बेटी जो बाई बर्थ अमेरिकी नागरिक  है , आसानी से  यहाँ आ जाएगी . “ 


तनु ने उस से कुछ समय माँगा . कुछ दिनों के बाद एक बार जब तनु अपने मम्मी पापा से वीडियो चैट कर रही थी उसका डोर बेल बजा . उसने दरवाजा खोला तो सामने मैक खड़ा था . मैक बिना पूर्व सूचना के आया था . उस  ने हाय डार्लिंग कहा और वह सीधे सोफे पर जा बैठा और तनु भी उसके पास जा बैठी . यह तनु के मम्मी पापा देख रहे थे . मैक ने उन्हें भी हाय मिस्टर एंड मिसेज सिन्हा  कहा . फिर तनु ने मम्मी पापा को ‘ मैं बाद में बात करती हूँ . ‘ कह कर फोन रख दिया . 


मैक के जाने के बाद जब तनु ने मम्मी पापा को फोन किया तब मम्मी ने पूछा “ वह गोरा कौन था ? “


“ वह मेरा बॉस मैक था . “


“  सिर्फ बॉस ही था या कुछ और भी , साफ साफ बताओ . तुम्हारे घर क्यों आया था ? “ 


मम्मी के बार बार पूछने पर तनु ने मैक और उसके द्वारा दिए गए शादी के प्रस्ताव की बात बता दिया . 


“ तब तुमने क्या सोचा है ? “


“ मैंने उस से सोचने के लिए कुछ समय माँगा है  . वैसे ठीक से  सोचो तो मैक बुरा नहीं  है . उस से मुझे एक लाभ है कि जल्द ही मुझे अमेरिकी नागरिकता मिल जाएगी .  “


‘ पता नहीं अमेरिका जा कर तुम क्या क्या गुल खिलाने वाली है ? और तेरी बेटी कहाँ जाएगी ? “


“ मैंने और मैक ने सोचा है कि कुछ दिनों के लिए वह नाना नानी के साथ रहेगी . हमने उसके लिए OCI कार्ड बनवा दिया है ताकि उसे इंडिया आने जाने में कोई रुकावट नहीं हो  . हमलोग सैटल कर जायेंगे तब उसे यहाँ बुला लेंगे . प्लीज मम्मी कुछ दिनों की बात है . “


क्रमशः   शेष अंतिम भाग 5 में