पिछले एपिसोड में आपने पढ़ा कि कैसे अनिकेत अपनी बात को घुमाते हुए खुद सुहानी को वाशरुम लेकर जाता है ......... अब आगे
अनिकेत, सुहानी को वाशरुम में ले जाकर पूछता है," सुहानी क्या बात है तुम अचानक से घर जाने की बात क्यों कर रही हो तुम्हें अच्छा नहीं लग रहा यहां" सुहानी, अनिकेत की बात को बस सुनती जा रही थी कुछ बोल नहीं रही थी , अनिकेत भी सुहानी की चुप्पी से इरिटेट हो गया इसीलिए वो थोड़ा तेज होकर अपनी बात को दोहराता है , जिससे सुहानी डर जाती है और धीरे से अपनी प्राब्लम के बारे में उसे बताते हुए रोने लगती है , अनिकेत उसकी बात सुन थोड़ा परेशान जरूर हो जाता है पर सुहानी को रोता देख धीरे से कहता है," तुम रो क्यों रही हो देखो ये प्राब्लम तो सब लड़कियों को होती है इसमें रोने जैसी कोई बात नहीं है रूको मैं तान्या को बुलाता हूं वो तुम्हारी हेल्प कर देगी फिर हम घर चलेंगे ओके " सुहानी भी अपना सिर हां में हिला देती है , अनिकेत वाशरूम से निकलकर तान्या को आवाज देता है जिससे तान्या जल्दी से वाशरूम के पास आकर अनिकेत से प्रश्न करती है," व्हाट हैपेन इज एवरीथिंग ओके ( क्या हुआ सब ठीक तो है ना )
अनिकेत वाशरूम की तरफ इशारा करते हुए कहता है," आप मेरी वाइफ की हेल्प कर देंगी प्लीज़" अरे सर इसमें प्लीज़ की क्या जरूरत है डोंट वरी ( चिन्ता मत करिए) आप लिविंग एरिया में चलिए मैं आपकी वाइफ को लेकर आती हूं
अनिकेत भी तान्या की बात सुन रिलैक्स हो लिविंग एरिया की तरफ कदम बढ़ा देता है और तान्या वाशरुम के अन्दर जाकर सुहानी की हेल्प करती है और फिर बाहर आ जाती है थोड़ी देर बाद सुहानी भी वाशरुम से बाहर आती है और वो दोनों भी लिविंग एरिया की तरफ बढ़ जाती हैं
लिविंग एरिया में अनिकेत और मिस्टर तेजवान बातें करने में मग्न थे पर बीच बीच में अनिकेत , सुहानी के लिए परेशान हो रहा था कि तभी उसे सुहानी और तान्या आते हुए दिखाई पड़ती हैं अनिकेत से जब रहा नहीं जाता तो वो सुहानी से पूछ लेता है," तुम ठीक हो ? सुहानी भी हां में जवाब दे देती है
अनिकेत - " अंकल हम फिर आएंगे आज सुहानी की तबियत नहीं सही लग रही है और देखिए ना काफी टाइम भी हो गया है " ठीक है बेटा जल्दी ही आना और वैसे अब तो आपने हमें अंकल कह दिया है और हमने आपको बेटा रिश्ता भी तो डबल हो गया, " जी अंकल जरूर
अनिकेत - तान्या जी फिर कभी हम आपको समय देंगे और आपसे से बहुत सारी कविताएं सुनेंगे तान्या - जी जरूर ,,,,,,,, फिर दोनों अपनी कार के पास खड़े हो जाते हैं अनिकेत चाभी से कार ऑन कर कार में बैठ जाता है पर वो ये भूल गया था कि आज वो पहली बार किसी ऐसी लड़की के साथ आया है जिसे कार का डोर ओपेन करना नहीं आता है , अनिकेत कार के अन्दर बैठा सुहानी का वेट कर रहा था , जब सुहानी कार के अन्दर नहीं बैठती तब वो बाहर निकल कर उससे वजह पूछता है," क्या हुआ तुम चल क्यों नहीं रहीं अभी तो कह रही थीं घर चलना है अब क्या हुआ चलो अन्दर बैठो वैसे भी टाइम बहुत हो गया है ग्यारह बज रहा है , इतना कहकर अनिकेत अपनी ड्राइविंग सीट की तरफ बढ़ा ही था कि उसे सुहानी की आवाज सुनाई देती है,
सुहानी - वो हमें दरवाजा खोलना नहीं आता, अनिकेत अपना सिर पकड़ कर खड़ा हो जाता है और एकाएक उसके मुंह से एक शब्द निकलता है ," दरवाजा ! ओह ! माई गॉड सच में मैं कितना भी एडजस्ट करूं पर मुझे कम ही लगता है हर बार" सुहानी उसकी ये बात सुन लेती है पर उसे कुछ खास फर्क नहीं पड़ता क्योंकि उसे अनिकेत की बात समझ ही नहीं आती , अनिकेत परेशान सा आगे बढ़ कार का डोर ओपेन कर देता है और जब तक सुहानी कार के अन्दर ठीक से बैठ नहीं जाती वो वहीं खड़ा रहता है और जब वो बैठ जाती है तब डोर को लॉक कर अपनी ड्राइविंग सीट पर बैठ जाता है और कार स्टार्ट कर देता है थोड़ी देर बाद अनिकेत कार को एक शॉप के आगे लाकर खड़ा कर देता है और सुहानी से कहता है," मैं अभी आ रहा हूं डरना नहीं" इतना कह खुद कार से बाहर निकलकर शॉप पर कुछ सामान लेने चला जाता है फिर वापस आकर कार में बैठ घर के लिए निकल जाता है कुछ देर बाद ही कार ठाकुर हवेली के सामने खड़ी थी जब अनिकेत हॉर्न देता है तब सिक्योरिटी गार्ड गेट खोल देते हैं , दरसअल रात ज्यादा होने की वजह से दोनों सिक्योरिटी गार्ड की आंख लग गई थी कार के अन्दर आने के बाद अनिकेत अपनी तरफ का डोर ओपेन कर बाहर आकर सुहानी की तरफ का डोर ओपेन करता है , दोनों घर के अन्दर एंटर करते हैं घर में सभी सो चुके थे , तभी अनिकेत, सुहानी को उसके कमरे में भेज खुद दादा जी के कमरे में चला जाता है पर रात ज्यादा होने की वजह से अखण्ड प्रताप भी सो चुके थे , आज अनिकेत थोड़ा गुस्से में था और अपने दादाजी से शिकायत करने गया था कि आखिर उन्होंने एक ऐसी लड़की से उसकी शादी कैसे करवा दी जिसे वाकई कुछ नहीं आता है और उसकी उम्र कम होने की वजह से उसे सिखाना भी कितना मुश्किल है जहां वाइफ हसबैंड के हर काम करती है और उसका ख्याल रखती है वहां उन दोनों के केस में तो इसका अपोजिट था इसी सोच के साथ अनिकेत वापस अपने कमरे की तरफ बढ़ जाता है पर उससे पहले वो ठान लेता है कि कल दादू से बात कर सुहानी को उसके घर भेज देगा कमरे में आकर उसकी नजर बेड के पास खड़ी सुहानी पर पड़ती है अनिकेत इसे नजरंदाज कर चेंजिंग एरिया की तरफ बढ़ जाता है लेकिन जब वो वापस आता है तब भी सुहानी वैसे ही खड़ी थी उसे ऐसे खड़ा देख अनिकेत सुहानी से पूछ लेता है," आज ऐसे ही खड़ी रहना है या फिर सोना भी है देखो मेरा मूड बिल्कुल भी अच्छा नहीं है इसलिए चुपचाप सो जाओ जो भी बात हो अब कल कहना " इतना कह अनिकेत आकर बेड के एक साइड लेट जाता है............देखिए आप लोग प्लीज फ़ॉलो एंड कमेंट जरुर करें,, आप लोगों के कमेंट ना आने की वजह से मैं एपिसोड अपलोड नहीं करती ,, और प्लीज फ़ॉलो
आखिर सुहानी सोना क्यों नहीं चाहती क्या चल रहा है उसके दिमाग में, और अनिकेत क्या बात करेगा अपने दादू से क्या वो वाकई अब सुहानी को उसके घर भेज देगा, देखते हैं नेक्स्ट पार्ट में...........