Ishq da Mara - 58 in Hindi Love Stories by shama parveen books and stories PDF | इश्क दा मारा - 58

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इश्क दा मारा - 58

यूवी की बाते सुन कर गीतिका चुप हो जाती है और कुछ भी नहीं बोलती है।

तब यूवी बोलता है, "क्या हुआ अब चुप क्यों हो"।

तब गीतिका बोलती है, "क्यों... मुझे कुछ बोलना था क्या ??????

तब यूवी बोलता है, "क्यों तड़पा रही हो मुझे इतना"।

तब गीतिका बोलती है, "मैने तो कुछ भी नहीं किया, मैं तो बस बैठी हुई हु"।

तब यूवी गुस्से में बोलता है, "हा तो ठीक है, तुम बैठो आराम से मैं जा रहा हूं, रानी के पास"।

उसके बाद यूवी खड़ा हो जाता है। तभी गीतिका भी खड़ी हो जाती है और बोलती है, "गुस्सा क्यों हो रहे हो, एक तो आपसे मिलने के लिए इतना बहाना बना कर आई हूं, और आप जा रहे हों "।

तभी यूवी गीतिका को देखने लगता है।

तब गीतिका बोलती है, "ऐसे क्यों देख रहे हो मुझे "।

तब यूवी बोलता है, "मैं तुम से आप तक का सफर देख रहा हूं"।

तब गीतिका बोलती है, "आप क्या बोल रहे मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा है"।

तभी यूवी मुस्कुराने लगता है और बोलता है, "मगर मुझे सब समझ आ रहा है "।

उसके बाद वो जाने लगता है। तभी गीतिका उसका हाथ पकड़ लेती है और उसे देखती रहती है।

तब यूवी बोलता है, "हाथ छोड़ो मेरा"।

तब गीतिका बोलती है, "मैं नहीं छोड़ूंगी"।

तब यूवी बोलता है, "तुम पागल हो गई हो, ये क्या बदतमीजी कर रही हों"।

तब गीतिका बोलती है, "बतमीजी में कर रही हु या आप कर रहे है "।

तब यूवी बोलता है, "अरे वाह एक तो तुम मुझे तड़पा रही हो, और उल्टा मुझे ही बोल रही हो , एक तो मेरे सवाल का जवाब भी नहीं दे रही हो"। 

तब गीतिका बोलती है, "पहले आप कुछ बोलेंगे तभी तो मैं कुछ बोलूंगी ना "।

तब यूवी गीतिका को देखने लगता है और बोलता है, "मुझे जो बोलना था, मैं वो बोल चुका हूं "।

तब गीतिका गुस्से में बोलती है, "क्या बोला है आपने बताना जरा "।

तब यूवी बोलता है, "यही की मैं तुमसे प्यार करता हूं" ।

तब गीतिका बोलती है, "प्यार का इजहार कोई इस तरह करता है, गुंडा गर्दी करने और प्यार करने में बहुत फर्क होता है"।

तब यूवी बोलता है, "तुम क्या बोलना चाह रही हो, अच्छे से बोलो "।

तब गीतिका बोलती है, "फिल्में नहीं देखते क्या ???

तब यूवी बोलता है, "नहीं.....

तब गीतिका गुस्से में देखने लगती है और बोलती है, "ऐसे किसी को परपोज थोड़े ही करते हैं, जैसे आपने किया है "।

यूवी गीतिका की तरफ देखने लगता है और बोलता है, "तो कैसे करते हैं परपोज ?????

तब गीतिका बोलती है, "घुटने के बल बैठ कर , हाथ में गुलाब का फूल ले कर लड़की को I Love You बोलते हैं "।

ये सुनते ही यूवी गीतिका की आंखों में देखने लगता है। तब गीतिका बोलती है, "क्या हुआ?????

तब यूवी बोलता है, "तुम तो बहुत ही फिल्मी हो, अच्छा ठीक है कोई बात नहीं, अब तुम से प्यार किया है तो तुम्हारी बाते भी माननी पड़ेगी "।

उसके बाद यूवी गीतिका के सामने घुटने के बल बैठता है और शर्ट की जेब से गुलाब का फूल निकालता है और उसे गीतिका को देते हुए उसे I Love You बोलता है।

ये सब देख कर गीतिका शॉक्ड हो जाती है उसे समझ में ही नहीं आता है कि ये सब हकीकत है या वो सिर्फ सपना देख रही है।

तब यूवी बोलता है, "क्या हुआ कहा खो गई, ये लो गुलाब"।

उसके बाद गीतिका यूवी के हाथों से गुलाब ले लेती है और उसे I Love You tooo बोलती है और यूवी का हाथ पकड़ कर उसे उठाती है।

सभी लोग ये सब देख रहे होते हैं।

तभी यूवी उठ कर गीतिका से बोलता है, "तुम सच में मुझ से प्यार करती हो"।

उसके बाद गीतिका यूवी के गले लग जाती है और बोलती है, "I Love You, I Love You I Love You........