Ishq da Mara - 55 in Hindi Love Stories by shama parveen books and stories PDF | इश्क दा मारा - 55

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इश्क दा मारा - 55

यूवी वहां से जा रहा होता है। तभी गीतिका पीछे से आवाज देती है, "सुनो.........

तो यूवी पीछे मूड कर देखता है।

तब गीतिका बोलती है, "यहां आओ"।

उसके बाद यूवी उसके पास आता है और बोलती है, "तुम रो रहे हो ?????

तब यूवी बोलता है, "नहीं...... तो "।

तब गीतिका बोलती है, "तो फिर तुम्हारी आंखों में ये आंसू कैसे"।

तब यूवी बोलता है, "पानी है आंसू नहीं "।

तब गीतिका बोलती है, "ये रानी कौन है ?????

ये सुनते ही यूवी गीतिका की तरफ देखने लगता है और बोलता है, "तुम क्या करोगी जान कर "।

तब गीतिका बोलती है, "जो पूछा है वही बताओ और हा सच सच बताना, झूठ मत बोलना"।

तब यूवी बोलता है, "मेरी भाभी की बहन है "।

तब गीतिका बोलती है, "तुम्हे अच्छी लगती है वो"।

तब यूवी बोलता है, "मुझे तुम्हारे अलावा कोई भी अच्छी नहीं लगती है"।

तब गीतिका बोलती है, "तो फिर तुम्हारा दोस्त उसका नाम क्यों ले रहा था "।

तब यूवी बोलता है, "वो पागल है, कुछ भी बोलता रहता है " ।

तब गीतिका बोलती है, "तुम सच में मुझ से प्यार करते हो"।

तब यूवी बोलता है, "तुम्हे शक है ?????

तब गीतिका बोलती है, "हा......

तब यूवी बोलता है, "तो मैं ऐसा क्या करु कि तुम्हे यकीन हो कि मैं तुम से सच में प्यार करता हूं, प्लीज अब ये चांद तारे तोड़ के लाने मत बोल देना, क्योंकि मैं ये नहीं कर सकता हूं "।

ये सुनते ही गीतिका की आंखों में आंसू आ जाते हैं।

तब यूवी बोलता है, "अब तुम क्यों रो रही हो"।

तब गीतिका बोलती है, "यकीन नहीं हो रहा है कि कोई मुझ से भी प्यार कर सकता है"।

तब यूवी बोलता है, "अच्छा तो बताओ मैं क्या करु तुम्हे यकीन दिलाने के लिए "।

तब गीतिका बोलती है, "तुम सच में मुझ से प्यार करते हो ना, मजाक तो नहीं कर रहे हो ना "।

तब यूवी बोलता है, "अब मजाक मजाक में इतनी रात को इस हालत में तुम्हारे पास आऊंगा क्या, और बताया तो था कि मैं लड़कियों से दूर रहता हूं, मगर पता नहीं तुम्हारी और क्यों खींचा आता हूं "।

तब गीतिका बोलती है, "मुझे यकीन नहीं हो रहा है"।

तब यूवी बोलता है, "काफी टाईम हो गया है और तुम्हारी तबियत भी ठीक नहीं है, ऐसा करो जा कर सो जाओ, सुबह बात करते है"।

तब गीतिका बोलती है, "सुबह क्यों ????

तब यूवी बोलता है, "सुबह होने वाली है और अगर कोई उठ गया और उसने हमे देख लिया तो, मुझे अपनी नहीं तुम्हारी फिक्र है, तो जाओ अब "।

तब गीतिका बोलती है, "किसी और को टाईम दे रखा है मिलने का, जो मुझ से दूर जा रहे हों "।

तब यूवी बोलता है, "गीतिका ये गांव है और यहां पर लोग जल्दी उठ जाते है, शहर वालो की तरह देर से नहीं उठते हैं और मैं तुम्हारी भलाई के लिए बोल रहा हूं, और आया तो हु तुम से मिलने "।

तब गीतिका बोलती है, "मगर मैने तो बात की ही नहीं है अभी "।

तब यूवी बोलता है, "अब सुबह करना, चलो जाओ वरना कोई देख लेगा"।

तब गीतिका बोलती है, "रात में तो बात कर नहीं पा रहे हो, सुबह कहा मिलोगे "।

तब यूवी बोलता है, "बता दूंगा, मगर पहले ये तो बताओ, की मुझ से प्यार करती हो या नहीं "।

तब गीतिका गुस्से में बोलती है, "वो मैं अब कल ही बताऊंगी "।

ये बोल कर वो गुस्से में चली जाती है।

उधर गीतिका की मॉम उसके भाई को MLA बनाने की पूरी तैयारी कर लेती है।

उधर राजीव की मॉम उस पर चिल्लाती है, "राजीव तुम्हे एक छोटा सा काम बोला था और तुम से वो भी नहीं हुआ ????

तब राजीव बोलता है, "कौन सा काम मॉम ?????

तब राजीव की मॉम बोलती है, "मैने तुम्हे बोला था कि पता करो कि वो गीतिका कहा है, क्योंकि उसका मिलना बहुत जरूरी हो गया है अब "।

तब राजीव बोलता है, "मगर क्यों ????

तब राजीव की मॉम बोलती है, "क्योंकि मिनिस्टर साहब और उनकी बीवी को पर लग गए हैं और मैं ये पर काटना चाहती हूं"।

तब राजीव बोलता है, "मैने उसे बहुत ढूंढा, मगर वो मुझे नहीं मिली, पूरा शहर छान मार लिया है, मगर उसका कही पता नहीं है "।

तब राजीव की मॉम बोलती है, "और मैने विदेशों में भी पता लगवा लिया है, मगर वो वहां पर भी नहीं है, तो फिर उसे कहा पर छुपा कर रखा है उसके मां बाप ने "।

तब MLA साहब बोलते हैं, "जहां तक मैं गीतिका की मॉम को जानता हूं, वो अपने घर तो नहीं भेज सकती है उसे, और गीतिका की मॉम उसे उसके बाप के यहां पर भी नहीं भेज सकती है "।

तब राजीव बोलता है, "जब हमने इतना पता लगा लिया है तो थोड़ा और सही, और हा मुझे तो लग रहा है कि वो उसी लड़के के साथ भागी है "।

तब राजीव की मॉम बोलती है, "किस लड़के के साथ "।

तब राजीव बोलता है, "जिसने उसे बचाया था"।

तब राजीव की मॉम चिल्ला कर बोलती है, "तो तुमने वहां पर पता क्यों नहीं लगवाया, पागल लड़के "।

तब MLA साहब बोलते हैं, "जल्दी करो, हमारे पास ज्यादा टाइम नहीं है "।

तब राजीव बोलता है, "अच्छा ठीक है मैं पता लगवाता हूं ..............