कबीर की बात सुन कर आलिया समझ जाती है कि उसे वो नौकरी नहीं मिलेगी, तब आलिया बोलती है, "कोई बात नहीं सर इट्स ओके, आप सॉरी मत बोलिए"।
ये बोल कर आलिया केबिन से बाहर जा रही होती है। तभी कबीर शेखावत बोलता है, "ओह हेलो ms आलिया आप कहा जा रही हैं ?????
तब आलिया दुखी होकर धीरे से बोलती है, "अपने घर "।
कबीर शेखावत बोलता, "मगर आप घर क्यों जा रही हैं" ।
तब आलिया बोलती है, "अभी तो आपने कहा कि मुझे ये जॉब नहीं मिली, तो इसलिए मैं जा रही हूं "।
तब कबीर शेखावत बोलता है, "मगर मैने ये कब कहा ????
तब आलिया बोलती है, "अभी तो आपने कहा iam sorry "।
तब कबीर शेखावत बोलता है, "हा मैने सॉरी कहा, मगर मैने ये तो नहीं कहा ना कि आपको ये जॉब नहीं मिली"।
तब आलिया बोलती है, "तो सॉरी का क्या मतलब है "।
तब कबीर शेखावत हंसने लगता है और बोलता है, "तुम लड़कियां भी ना बड़ी अजीब होती हो, बाते पूरी सुने बिना ही अंदाजा लगा लेती हो, वो मैने सॉरी इसलिए कहा था कि मैने आपका एक हफ्ता वेस्ट कर दिया था, क्योंकि आप बहुत ही अच्छा काम करती हो और पूरी ईमानदारी के साथ करती हो, और मुझे आपका काम बहुत अच्छा लगा, तो अगेन सॉरी आपका एक हफ्ता वेस्ट करने के लिए, मगर आप परेशान मत हो, में आपको आपकी पूरी सैलरी दूंगा, मगर सच में आप बहुत अच्छा काम करती हो, और जब से आप आई हो, मेरा काम और अच्छे से हो रहा है "।
ये सुनते ही आलिया खुश हो जाती है और बोलती है, "प्लीज सर आप इतना सॉरी मत कहिए मुझे बहुत ही बुरा लग रहा है "।
तब कबीर शेखावत बोलता है, "अब आप लग जाए काम पर "।
उसके बाद आलिया काम पर लग जाती है।
उधर आर्यन ऑफिस में काम कर रहा होता है। तभी वहां पर माया आ जाती है और उसके कैबिन में चली जाती है। माया को देख कर आर्यन गुस्सा हो जाता है और बोलता है, "तुम क्या कर रही हो यहां पर ???
तब माया बोलती है, "स्वीट हार्ट तुम एक हफ्ते से क्लब नहीं आए थे, मैने तुम्हे एक हफ्ते से देखा नहीं था, तो मुझे तुम्हारी फिक्र हो रही थी "।
तब आर्यन बोलता है, "बकवास बंद करो अपनी और निकलो यहां से "।
तब माया बोलती है, "तुम इतना गुस्सा क्यों हो रहे हो स्वीट हार्ट"।
उसके बाद वो वहां सोफे पर बैठ जाती हैं। ये देख कर आर्यन को बहुत ही गुस्सा आता है और वो उठ कर उसके पास जाता है और उसका हाथ पकड़ कर उसे निकाल रहा होता है।
तभी वहां पर आर्यन के डैड आ जाते हैं और वो आर्यन को माया का हाथ पकड़ते हुए देख लेते हैं और गुस्से में बोलते हैं, "ओह तो इस वजह से तुम्हारा काम में मन नहीं लग रहा है, और तुम दिन ब दिन मेरा बिजनेस डूबा रहे हो"।
तभी आर्यन जल्दी से माया का हाथ छोड़ देता है और बोलता है, "डैड आप जैसा समझ रहे हैं वैसा कुछ भी नहीं है, मैने इसे यहां पर नहीं बुलाया है, ये खुद आई है यहां पर, और मैं तो इसे निकाल रहा था यहां से "।
तभी माया बोलती है, "स्वीट हार्ट तुम डैड के सामने झूठ क्यों बोल रहे हो, तुमने ही तो मुझे बुलाया था यहां पर, और मेरा हाथ पकड़ कर मेरे साथ...........
तभी आर्यन चिल्लाता है, "बकवास बंद करो अपनी, डैड ये झूठ बोल रही है, ऐसा कुछ भी नहीं है, मैं तो बस अपना काम कर रहा था"।
तभी आर्यन के डैड गुस्से में बोलते हैं, "आर्यन ये क्या तुम्हे रोमांस करने की जगह नजर आ रही है, क्यों तुम मेरा नाम मिट्टी में मिलाना चाहते हो "।
तभी माया बोलती है, "डैड मैं भी कब से इसे ये समझा रही हूं कि ये रोमांस करने की जगह नहीं है, तुम काम पर ध्यान दो, मगर ये मेरी बात मान ही नहीं रहा है "।
आर्यन का चेहरा और आंखे गुस्से से लाल हो जाते हैं और वो माया की तरफ बढ़ता है और उसका गला दबाने लगता है और बोलता है, "बहुत कर ली तुमने बकवास और बहुत सुन लिया मैने, अब मैं तुम्हे जिंदा नहीं छोडूंगा"।
तभी आर्यन के डैड आर्यन को हटाते हैं और खींच कर थप्पड़ मारते हैं और बोलते हैं, "चलो निकलो मेरे ऑफिस से और आइंदा यहां पर कभी भी मत आना समझे "।
तब आर्यन चिल्ला कर बोलता है, "डैड आप मुझे क्यों मार रहे हैं, मेरी गलती क्या है मैने कुछ भी नहीं किया है और ये लड़की झूठ बोल रही है "।
बाप बेटों की लड़ाई देख माया चुपके से वहां से चली जाती है।
तब आर्यन के डैड बोलते हैं, "आवाज नीचे, अब तुम मेरे ऑफिस में चिल्लाओगे"।
तब आर्यन बोलता है, "तो फिर आप बिना गलती के मुझे मार क्यों रहे हैं और मुझ पर चिल्ला क्यों रहे हैं "।
तब आर्यन के डैड बोलते हैं, "सबसे बड़ी गलती तो मैने तुम्हे पैदा करके की है "।
तभी वहां पर अरुण आ जाता है और बोलता है, "क्या हुआ है आप दोनों लड़ क्यों रहे हो ????
तब आर्यन के डैड अरुण से बोलते हैं, "अरुण तुम ले कर जाओ इसे यहां से, मुझे इसकी शक्ल भी नहीं देखनी है"।
तब आर्यन बोलता है, "आप मुझे बार बार धमकी क्या देते रहते हैं, कभी घर से निकालने की कभी ऑफिस से निकालने, समझते क्या है आप खुद को "।
तब अरुण बोलता है, "यार तू ये कैसे बात कर रहा है अपने डैड से "।
तब आर्यन बोलता है, "यार ये कोई डैड नहीं है मेरे क्योंकि बोलने से कोई डैड नहीं हो जाता है, हर बात बस ताने और धमकी, इसके अलावा इन्हें कुछ आता ही नहीं है "।
तब आर्यन के डैड बोलते हैं, "सुन रहे हो ना इसकी बाते "।
तब अरुण आर्यन से बोलता है, "तू चल मेरे साथ अभी तेरा दिमाग ठीक नहीं है"।
तब आर्यन बोलता है, "मेरा दिमाग ठीक है इनका दिमाग खराब हो गया है"।
तब अरुण बोलता है, "तू चल यहां से "।
उसने बाद अरुण आर्यन को ले कर चला जाता है वहां से "।
शाम होती है...........
आर्यन सारा दिन क्लब में अरुण के साथ होता है और सारा दिन शराब पीता रहता है।
अरुण आर्यन से बोलता है, "बस कर यार अब कितना पियेगा, चल घर"।
तब आर्यन बोलता है, "कौन सा घर ???? मेरा तो कोई घर ही नहीं है ........
तब अरुण बोलता है, "यार बस कर अब, क्यों इतना गुस्सा कर रहा है"।
तब आर्यन बोलता है, "मुझे नहीं जाना अपने बाप के घर "।
तब अरुण बोलता है, "अच्छा ठीक है तुझे अपने बाप के घर नहीं जाना है तो कोई बात नहीं, तू मेरे घर चल "।
तब आर्यन बोलता है, "नहीं मुझे किसी के घर नहीं जाना, मैं यही पर ही रहूंगा "।
तब अरुण बोलता है, "यार क्यों बच्चों की तरह जिद कर रहा है, मान जा ना बात चल ना, देख इतना पियेगा तो मर जाएगा "।
तब आर्यन बोलता है, "तुझे मेरी इतनी फिक्र क्यों हो रही है तू बीवी थोड़े ही है मेरी, जो मेरे मरने के बाद तू विधवा हो जाएगा "।
ये बोल कर आर्यन हंसने लगता है"।
तब अरुण जबरदस्ती आर्यन का हाथ पकड़ता है और उसे ले कर जाता है "।
उधर आलिया घर पहुंच जाती है और जा कर बता देती है कि उसको नौकरी मिल गई है। ये सुनते ही सब खुश हो जाते हैं।
सुबह होती है...........
आर्यन की मॉम आर्यन का नंबर लगाती है मगर उसका नम्बर बंद आता है। तब आर्यन की मॉम उसके डैड से बोलती है, "आर्यन रात से घर नहीं आया है और उसका नम्बर भी नहीं लग रहा है, मुझे बहुत घबराहट हो रही है.............