Devil I Hate You - 31 in Hindi Love Stories by aruhi books and stories PDF | Devil I Hate You - 31

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Devil I Hate You - 31

की तभी दुसरा वाला ,,,,,,अपनी हंसी रोकते हुए,,,,,,,अरे यार वह काम करो ,,,,,,, जिसके लिए हमने,,,,,इसे यहां लेकर आए हैं

जिसकी बात सुन ,,,, तिसरा वाला,,,,, हा,,,, यार,,,,यह कहे,,,,,,,,,,,वह अपना कैमरा निकाल लेता है
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Aab aage _________________


जिससे पहले लड़का, तो ,,,,,,,,,,उन दोनों लड़कों को देखते हुए,,,,,,,,तो बोलो यहां प्रोग्राम,,,,,पहले कौन स्टार्ट करेगा ,,,,,,,,,

जिससे वह दोनों; साथ में,,,,,,,,,,,,पहले तू करेगा ,,,,,,,,क्योंकि तेरे दुश्मनी ,,,,,,ज्यादा है इससे

और वही आर्य जो अब भी ,,,,,,, उसी तरह बिल्कुल शांति से बैठ,,,,,,,उन तीनों को घूर रही थी,,,,,,,,,,उसे देख कर कोई भी नहीं कह सकता था,,,, ,,, की उसके मन में,,, इस वक्त, क्या चल रहा होगा

की तभी पहले वाला लड़का ,,,,,,आगे पढ़ते हुए,,,,,,,,तो बोलो कहां से शुरुआत करते है,,,,,,,इसकी जैकेट से ,,,,या फिर पेन्ट से

;उसकी बात सुन उन दोनों में से एक दोस्त ,,,,,,,,,,,अरे इसका तो मुझे सब पर्ट अच्छा लग रहा है,,,,,,जहां मरजी से स्टार्ट कर ,,,,,यह कहे ,,,,,,,वह आर्य को ऊपर से नीचे देखते हुए ,,,,,,,,,,,,,,और एक बात कहु,,,,,,,,,,इसे देखकर मेरा दिल कर रहा है ,,,,,,कि मैं आज इससे अपनी आग बुझा लू

जिससे सुन पहले वाला आदमी ,,,,,पीछे मोड गुस्से से ,,,,,उसे घुरते हुए,,,,,अबे साले,,,,,,,बकवास बंद कर ,,,,,,,,,ऐसी बातें मेरे सामने मत कर,,,,,,क्योंकि मैने भी बहुत मुश्किल से खुद को रोका है,,,,,,,,हम इसकी सिर्फ नेग्ड वीडियो बना,,,,,,इसकी वीडियो वायरल कर देंगे ,,,,,,,,,बस इससे आगे कोई कुछ नहीं सोचेगा,,,,,,यह कह,,,वह आर्य की तरफ देखते हुए,,,,,,, आब पता चलेगा ,,,,,,कि हमसे पंगा लेने का,,,,अंजाम क्या होता है

उसकी बात सुन, ,,,,वही लड़का हां हां मुझे पता है ,,,,,,मैं तो सिर्फ कह रहा,,,, एनिवे हमने उस लड़की का भी यही हाल किया है ,,,,,,,तो हम प्लान कैसे चेंज कर सकते हैं,,,,,,,,और फिर तीसरे आदमी की तरफ देखते हुए,,,,,,और तू तो अपना कैमरा ठीक कर,,,,,वीडियो सही से आनी चाहिए

और फिर पहले वाला लडका,,,,,,,,सही कहा तूने,,,,,, चल आपना कैमरा सही से पकड़,,,,,यह कहे वह मुड ,,,,,,आर्य की तरफ अपने कदम बढ़ा,,,,,,अपना हाथ आगे की तरफ बढ़ाने लगता है ,,,,,,

की तभी वहां कुछ ऐसा होता है जिससे उन दोनों की आंखें बड़ी हो जाती है

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और वहीं साईना अभी-अभी शावर ले सिर्फ टावर में कमरे में आती है ,,,,,,,,और फिर चारों तरफ देखती है,,,,,,,,तो उसे कमरे में उसके सिवा कोई नहीं था

जिससे वहां कबड की तरफ जा अपने कपड़े लेने लगती है ,,,,,,,कि तभी उसे एहसास होता है,,,,,कि कोई उसके पीछे हैं ,,,,,,

जिसे महसूस कर साईना के रोंगटे खड़े हो जाते हैं ,,,,,,,क्योंकि उसे पता चल गया था,,,,,,,कि उसके पीछे कोई और नहीं आदित्य ही होगा ,,,,,,,जिससे वह और भी ज्यादा डर गई थी,,,,,,,वह इतनी डर गई थी ,,,,,कि उसे हिल तक नहीं जा रहा था ,,,,,वह उसी तरह स्टैचू बने खड़ी रहती है

की तबी उसे अपने गर्दन पर ,,,,,गर्भ होंठ महसूस होते हैं,,,,,,,,,जिसे महसूस कर,,,,,,वह कांपने लगती है,,,

जिससे उसे तो हिम्मत नहीं हो रही थी,,,,,,,,,,,कि वह पीछे मुड आदित्य का सामना कर सके,,,,,,,,,,क्योंकि उसे आदित्य से बहुत डर लगता था,,,,,,,,क्योंकि उसने आदित्य का असली रूप देख लिया था,,,,,कि वह कितना खतरनाक है, ,,,,,, जिससे उसे आदित्य से बहुत डर लगता था

और वही आदित्य,,,,,,,जो अभी-अभी बालकनी से फोन पर ,,,,,,,किसी से बात कर ,,,,,,,,कमरे में आ रहा था ,,,,,,,,,उसकी नजर जब साईना पर पड़ती है

जो इस वक्त वाइट टावर में बहुत ही ज्यादा खूबसूरत लग रही थी,,,,,,,,,उसक उस टावल में झलकता,,,,,गोरे कंधे,,,,,,,,,,उसके लंबी टांगे,,,,,,,,आदित्य को,,अपनी तरफ,,,,आकर्षित कर रहे, ,,

जिससे आदित्य अपनी कदम साईना की तरफ बढा देता है , ,,,,, और उसके कंधों पर अपने होठ रख,,,,,,,उसे चूमने लगता है

की तभी उसे एहसास होता है ,,,,,,कि साईना कांप रही है ,,,,,,,,,जिससे आदित्य एक झटके में साईना को पलट; देखता है ,,,,,, तो,,,,,जो अपनी पलके नीचे कर ,,,,,कांप रही थी

उसे तरह देख आदित्य उससे थोड़ा दूर हो बेड पर जाकर बैठ जाता है ,,,,,,,,और वहीं से साईना को देखने लगता है ,,,,,,,,और वहीं साईना को जैसे थोड़ी राहत मिली हो,,आदित्य को खुद से दूर जाता देख ,,,,,,,,जिससे वहां दोबारा पीछे बढ़ जल्दी-जल्दी ,,,,कपड़े ले वहां,,,,,,से दोबारा वोशरुम की तरफ जाने लगती है

तभी उसे अपने कानों में आदित्य की आवाज सुनाई देती है ,,,,,रुको और इधर आओ ,,,,,,जिसे सुन साईना घबरा जाती है,,,,,,,,,, लेकिन वह अदित्या की तरफ,,,नहीं जाती

और वहीं आदित्य ,,,, साईना को अपनी तरफ ना आता देख ,,,,,,,,तुमने सुना नहीं,,,,,मैंने कहा,,,,,इधर आओ

आदित्य की इतनी खतरनाक आवाज सुन ,,,,, साईना डर से कांपने लगती है,,,,,,,और फिर अपनी हिम्मत जुट्टा,,,,,,,,अपने धीमी कदमों से ,,,,आदित्य की तरफ जाने लगती है

वह बहुत ही धीमी कदमों से अदित्या की तरफ जा रही थी,,,,,,,,,जिससे आदित्य गुस्से से ,, साईना को घुरने लगता है ,,,,,,,जिसे देख साईना और डर जाती है ,,,,,,,और फिर अपने रफ्तार तेज कर देती है

और आदित्य के पास पहुंच,,,,,,,उससे थोड़ी- दुरी बना खड़ी हो जाती है ,,,,,,,उसे इतना दूर देख आदित्य,,,,,,,अपना हाथ बढा साईना का हाथ पकड़ ,,,,,,,अपनी तरफ खींच लेता है,,,,,,,,जिससे चीन सीधा आदित्य के गोद में गिरती है

आज के लिए बस इतना

अरे यार आज तो जाते-जाते मुझे रिव्यूज देते जाना,,,,,,,कुछ अपनी लेखक की मेहनत के बारे में सोचो,,,, ☺
मेरे प्यारे रीडर जो भी यह नॉर्मल पढ़ रहा हो और अगर अच्छा लग रहा हो तो प्लीज मुझे फॉलो जरूर करें और अपना रिस्पांस भी जरूर करें ताकि मुझे भी पता चले कि आप सबको यह नॉवेल अच्छी लग रही है