जो कुछ देर पहले उसी ने फाड़ दिए थे,,, लेकिन उसे एक भी पेज नहीं मिलता,,,,,, जिससे वह पागलों की तरह ,,,,,अपने बाल पकड़ ,,,,,एक चीख के साथ ,,,,,, रोते हुए,,,,,,,, अब में क्या करूं
और वह वहां बैठे जोर-जोर से रो रही थी ,,,,,उसे समझ नहीं आ रहा था,,,,,,, की वह आब,,,,इतने पैसे का इंतजाम ,,,,,करे तो करें कहां से ,,,,,,कितने मुश्किल से कुछ ही पैसे मिले थे,,,,वह भी उसने गवा दिए,,,,,और साथ में आयुष का नंबर भी
वही लोग खड़े हो,,,,,रूही को रोता हुआ तमाशा देख रहे थे ,,,,,
और फिर रुही उन लोगों को देख,,,,,,,अपने आंसुओं को पूछ ,,,,,,,नहीं नहीं,,,,,तुझे अपनी मां को बचाना होगा,,,,,उसके लिए तुझे जो करना पड़े वह करेंगी,,,,,यह सोच,,,रूही दोबारा हॉस्पिटल की तरफ भागने लगती है
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अब आगे_________________
लगभग 3 घंटे बाद आरुषि हॉस्पिटल में पैसा जमा कर ,,,,,,,,सीधा अपनी मां से मिलने जाती है ,,,,,,,,,की तभी वहां डॉक्टर आरुषि को देख ,,,,,,,,,आप इतनी देर बाद आए ,,,,,, खैर छोड़ो,,,,,,,मुझे आपसे आपकी मां की तबीयत के बारे में बात करनी है,,,,,,,,यह बोल डॉक्टर ,,,,,,,,रुही को अपनी केबिन में आने को कहती है
केबिन के अंदर डॉक्टर ,,,,,जैसे-जैसे रुही को उसकी मां की कंडीशन बता रही थी,,,,,,,रोहि की आंखों से आंसू बहते जा रहे थे
जिसे देख डॉक्टर,,,,,,,देखिए मैं पूरा यकीन से कहती हूँ,,,,,,,,कि आपकी मां ठीक हो जाएंगी ,,,,,,,लेकिन अगर उनका इलाज टाइम पर हुआ तो
क्योंकि उन्हें इस वक्त इलाज की शाखत जरूरत है ,,,,,,,,,,और अच्छी डाइट की भी,,,,,,, और सबसे बड़ी बात,,,,,,उन्हें अस्पताल में एडमिन कराना ,,,,बहुत जरूरी है,,,,,,और फिर वह डॉक्टर रोहि से थोड़ी देर और बात करती है,,,,,,,रूही डॉक्टर से बात करने के ,,,,,,,,बाद वहां से सीधा अपने मां के पास चली जाती है,,,,,,और फिर वह उन्हीं के पास बैठ ,,,,,अपनी मां को देखते हुए
माँ आप बिल्कुल ठीक हो जाओगी,,,,,,मैं आपको ठीक करने के लिए कुछ भी करूंगी ,,,,,,किसी भी हद तक जाऊंगी
क्योंकि एक आप ही,,,,,आखिरी इंसान हो,,,,,,जो मेरी जीने की वजह है,,,,,,जिसके लिए मैं जीना चाहती हूं,,,,,,मैं अपने डैड को तो खो दिया ,,,,,,
लेकिन मैं मां को नहीं खो सकती,,,,,,मुझे उसके लिए कुछ भी करना होगा,,,,,,,,,,मैंने वादा किया था ना,,,कि मैं हमेशा आपके साथ रहूंगी ,,,,,,तो में सच में आपके साथ रहूंगी ,,,,,,,,और फिर यह कहते हुए ,,,,,उसकी आंखों में आंसू आ जाते हैं
और फिर वह अपने आंसुओं को पूछ,,,,,,,उसके रूम से निकल जाती है ,,,,,,वह इस वक्त सड़क पर चल रही थी,,,,,,क्योंकि उसने ठान लिया था ,,,,,,,,,कि उसे 2 दिन के अंदर अंदर कोई ना कोई ;जॉब ढूंढने ही होगी ,,,,,,चाहे वह किसी की मेड बनने का ही ,,,,,,क्यों ना हो ,,,,,,,,यह सोचते हुए ,,,,,, की आज चाहे कुछ भी हो जाए,,, ,वह जोब ढूंढ कर रहेगी
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और वहीं दूसरी तरफ एक जंगल में एक लड़की जमीन पर पड़ी थी ,,,,,जिसके हाथ पैर बंधे हुए थे,,,,,और गुस्से से अपने सामने खड़े ,,,,,उन तीन लड़कों को घूर रही थी
उसकी आंखें इस वक्त काफी डरावनी लग रही थी ,,,,,,,,लेकिन उन लड़कों को कोई फर्क नहीं पड़ा था
लेकिन फिर भी उन लड़कों को ,,,,,,,,उस लड़की की आंखों से अजीब सी फील हो रहा था ,,,,,,,,
इसलिए वह लड़के गुस्से से ,,,,,,,,,,उस लड़की को,,,,,,,,आर्य अपनी आंखें नीचे करो ,,,,,,,,हां यह लड़की कोई और नहीं,,,,,,,,आर्य थी जिसे ,,,,,,उन तीनों लड़के ने सबक सिखाने के लिए जंगल लेकर आए थे
उन लड़कों की बात सुन आर्य,,,,,,आब भी,,,,,,,अपने नजर नीचे नहीं करते ,,,,,,,,,जिसे देख वह लड़का,,,,,,,आर्य के पास जा ,,,,,उसका मुंह पकड़ दबाते हुए ,,,,,,,,,तुझे क्या लगा ,,,,,,,तू हमें ऐसे घुलेगी और हम डर जाएंगे
और फिर कापनी का नाटक करने लगते हैं,,,,,,,,जिसे देख ,,,,,,वहा खड़े बाकी दो लड़के,,,,,,,, भी जोर-जोर से हंसने लगते हैं,,,,,,,,जैसे वह आर्य का मजाक उड़ा रहे हो
की तभी दुसरा वाला ,,,,,,अपनी हंसी रोकते हुए,,,,,,,अरे यार वह काम करो ,,,,,,, जिसके लिए हमने,,,,,इसे यहां लेकर आए हैं
जिसकी बात सुन ,,,, तिसरा वाला,,,,, हा,,,, यार,,,,यह कहे,,,,,,,,,,,वह अपना कैमरा निकाल लेता है
क्या करेंगे यह सब लड़कियों उसे लड़की के साथ और कौन है यह लड़की और रुही क्या अपनी मां को बचा पाएगी जाने के लिए पढ़ते रहे डेविल आई हेट यू
मेरे प्यारे रीडर जो भी यह नॉर्मल पढ़ रहा हो और अगर अच्छा लग रहा हो तो प्लीज मुझे फॉलो जरूर करें और अपना रिस्पांस भी जरूर करें ताकि मुझे भी पता चले कि आप सबको यह नॉवेल अच्छी लग रही है