payal The ghost girl in Hindi Horror Stories by Rakesh books and stories PDF | पायल एक चुड़ैल

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पायल एक चुड़ैल

बहुत समय पहले की बात है, पहाड़ियों के बीच बसा एक छोटा सा गाँव था जिसका नाम था ‘मालतीनगर ‘।  गाँव की आबादी कम थी, पर लोग खुश और संतुष्ट थे।लेकिन इस गाँव के बाहर एक ऐसा स्थान था जिसे सुनकर ही लोगों की रूह काँप जाती थी। गाँव के बाहर, घने जंगल के बीच एक पुरानी, टूटी-फूटी हवेली थी। यह हवेली इतनी पुरानी थी कि उसकी दीवारें जगह-जगह से टूटी हुई थीं और उस पर काई जम चुकी थी। हवेली को ऊँचे पेड़ों का घना घेरा छुपाए रहता था। वहां का माहौल रीढ़ की हड्डी तक सिहरन पैदा कर देता था।गाँव के बुजुर्गों के अनुसार, हवेली में एक समय की सुंदर युवती, अब चुड़ैल बनकर रहती थी। उसके पास इतनी शक्तियाँ थीं कि वह अपनी इच्छा से किसी भी रूप में बदल सकती थी। लोगों का मानना था कि वह रात के समय हवेली से बाहर निकलती और जंगल में घूमती थी।उस हवेली का नाम सुनते ही लोगों के चेहरे की रंगत बदल जाती थी, और वहाँ जाने की बात तो दूर, उसकी ओर देखने से भी लोग घबराते थे। बच्चे उस हवेली के बारे में कहानियाँ सुनकर डरते और रात को अकेले कहीं जाने से डरते थे। हवेली के आसपास का वातावरण हमेशा रहस्यमयी और डरावना रहता था। हवेली के पास कोई भी जीव-जन्तु भी नहीं दिखते थे, जैसे कि वहाँ जीवन पूरी तरह से समाप्त हो चुका हो।एक बार, गाँव में एक अजनबी आया। वह देखने में एक साधारण यात्री लगता था, लेकिन उसकी आँखों में एक अजीब सी चमक थी। उसका नाम “आर्यन ” था। आर्यन  के बारे में गाँव के लोग ज्यादा कुछ नहीं जानते थे, लेकिन वह बहुत ही साहसी और निर्भीक दिखाई देता था। उसने गाँव के कुछ लोगों से उस पुरानी हवेली के बारे में सुना और उसमें कुछ ऐसा था जो उसे उस ओर खींच रहा था। वह जानना चाहता था कि आखिर इस हवेली में ऐसा क्या है, जिसे सुनकर लोग काँप जाते हैं।एक दिन आर्यन  ने गाँव के मुखिया से मुलाकात की और उनसे उस हवेली के बारे में विस्तार से पूछा। मुखिया ने उसे बताया कि कई साल पहले, गाँव के कुछ लोगों ने उस हवेली में जाने की कोशिश की थी, लेकिन वे वापस नहीं लौटे। गाँव में यह बात फैल गई कि हवेली में जाने वाले लोग कभी वापस नहीं आते। इस घटना के बाद, किसी ने भी वहाँ जाने की हिम्मत नहीं की।लेकिन आर्यन  इन कहानियों से डरा नहीं। उसे यह बातें किसी पुराने किस्से की तरह लग रही थीं, जिनमें सच्चाई कम और अफवाहें ज्यादा होती हैं। उसने मुखिया से कहा, “मैं इस रहस्य का पर्दाफाश करना चाहता हूँ। अगर यह चुड़ैल सच में है, तो मैं देखना चाहता हूँ कि वह क्या है और अगर यह सिर्फ एक अफवाह है, तो मैं इस डर को हमेशा के लिए मिटा देना चाहता हूँ।”मुखिया ने आर्यन  को समझाने की कोशिश की कि वह अपने फैसले पर पुनर्विचार करे, लेकिन आर्यन  अपने इरादे में दृढ़ था। उसने ठान लिया कि वह हवेली जाएगा और वहाँ छुपे रहस्य को सुलझाएगा। गाँव के लोग उसे रोकने की कोशिश करते रहे, लेकिन आर्यन  अपने निर्णय पर अडिग था।अगली सुबह, सूरज की पहली किरण के साथ ही आर्यन  ने हवेली की ओर अपना सफर शुरू किया। गाँव के लोग दूर खड़े होकर उसे जाते हुए देख रहे थे। सबकी आँखों में चिंता और भय स्पष्ट दिखाई दे रहा था। हवेली की ओर जाते हुए आर्यन  ने महसूस किया कि जैसे-जैसे वह हवेली के करीब जा रहा था, वातावरण में एक अजीब सी घुटन बढ़ती जा रही थी। पेड़ों के पत्ते हवा में सरसराहट कर रहे थे, लेकिन वह कोई सामान्य आवाज़ नहीं थी। उसमें कुछ अजीब था, जैसे कोई उनसे कुछ कहने की कोशिश कर रहा हो।आर्यन  की आँखों में जिज्ञासा और साहस की एक अनोखी चमक थी। डर को नजरअंदाज करते हुए, उसने तय किया कि वह इस रहस्य से पर्दा उठाकर ही रहेगा। हवेली के मुख्य द्वार पर एक पुराना ताला लगा हुआ था, जो शायद सालों से नहीं खुला था। आर्यन  ने अपने साथ लाए औजारों से ताला तोड़ने की कोशिश की, लेकिन ताला इतना मजबूत था कि वह आसानी से नहीं टूट रहा था। थोड़ी देर की कोशिश के बाद आखिरकार ताला टूट गया, और आर्यन  ने भारी लकड़ी के दरवाजे को धकेला।दरवाजा खुलते ही, एक ठंडी हवा का झोंका आर्यन  के चेहरे पर पड़ा। अंदर का दृश्य बेहद डरावना था। चारों ओर धूल और मकड़ी के जाले थे। फर्श पर बिखरे हुए पुराने कागज़ और टूटी-फूटी चीज़ें दिखाई दे रही थीं। हवेली के अंदर एक अजीब सी गंध फैली हुई थी, जो साँस लेते ही गले में चुभन पैदा कर रही थी। लेकिन आर्यन  ने अपने डर को काबू में रखा और हवेली के अंदर कदम रखा।आर्यन  ने जैसे ही अंदर कदम रखा, उसे महसूस हुआ कि हवेली की हर दीवार के पीछे एक अदृश्य नजर उसे घूर रही थी। कभी-कभी उसे ऐसा महसूस होता कि कोई उसके पास से गुजर गया हो, लेकिन जब वह पीछे मुड़कर देखता, तो वहाँ कुछ नहीं होता। हवेली के अंदर एक बड़ी सीढ़ी थी, जो ऊपर की ओर जा रही थी। आर्यन  ने तय किया कि वह ऊपर जाकर देखेगा कि वहाँ क्या है।जैसे ही वह सीढ़ियाँ चढ़ने लगा, सीढ़ियाँ चरमराने लगीं, मानो वे बहुत पुरानी और कमजोर हो चुकी हों। सीढ़ियों का हर कदम एक नई सिहरन पैदा कर रहा था। जब वह ऊपर पहुँचा, तो उसने देखा कि वहाँ एक बड़ा हॉल था, जिसमें एक पुरानी झूला कुर्सी थी। कुर्सी हिल रही थी, लेकिन वहाँ कोई नहीं था। आर्यन  ने ध्यान से चारों ओर देखा, लेकिन उसे कुछ भी अजीब नजर नहीं आया।तभी अचानक, आर्यन  को एक दरवाजा दिखाई दिया जो हल्का सा खुला हुआ था। दरवाजे के पीछे से हल्की रोशनी आ रही थी, जो कि इस अंधेरी हवेली में काफी असामान्य थी। आर्यन  ने धीरे-धीरे उस दरवाजे की ओर कदम बढ़ाए, उसके हर कदम के साथ उसके दिल की धड़कनें तेज हो रही थीं। जब उसने दरवाजे के पास पहुँचकर उसे खोला, तो उसके सामने का दृश्य देखकर वह चौंक गया।आर्यन  के सामने का दृश्य उसकी उम्मीदों से परे था। दरवाजा खुलते ही उसे एक छोटा कमरा दिखाई दिया, जो बाकी हवेली की तुलना में साफ-सुथरा और व्यवस्थित था। कमरे के बीचोंबीच एक पुराना लकड़ी का बिस्तर था, जिस पर सिलवटों से भरी एक चादर पड़ी थी। बिस्तर के पास ही एक छोटी सी मेज थी, जिस पर एक तेल का दीया जल रहा था। दीये की रोशनी में आर्यन  ने कमरे के एक कोने में एक पुरानी तस्वीर देखी। उसने धीरे-धीरे उस तस्वीर की ओर कदम बढ़ाए और देखा कि वह तस्वीर किसी युवती की थी, जिसकी आँखों में एक अजीब सी उदासी थी। तस्वीर के नीचे लिखा था, “पायल ।”तभी, आर्यन  को कमरे के एक कोने से किसी के सिसकने की आवाज़ आई। उसने ध्यान से उस दिशा में देखा, लेकिन वहाँ कोई दिखाई नहीं दे रहा था। आर्यन  का दिल तेजी से धड़कने लगा, लेकिन उसने अपने भय को काबू में रखते हुए आवाज़ की दिशा में कदम बढ़ाए। कमरे के एक कोने में एक पुराना अलमारी था, जो थोड़ी खुली हुई थी। आर्यन  ने धीरे से अलमारी का दरवाजा खोला, और उसे अंदर एक पुराना डायरी दिखाई दी। उसने डायरी को उठाया और उसे पढ़ने लगा।डायरी में लिखा था:“आज मैं बहुत अकेली हूँ। गाँव के लोग मुझसे डरते हैं, लेकिन वे नहीं जानते कि मेरे अंदर का दर्द क्या है। मैंने कभी किसी को नुकसान नहीं पहुँचाया, लेकिन फिर भी लोग मुझे चुड़ैल समझते हैं। मैंने अपने जीवन का अधिकांश हिस्सा इस दर्द के साथ बिताया है कि मैं यहाँ किसी की नहीं हूँ। जब उन्होंने मुझे गाँव से बाहर निकाला, तब मैंने सोचा कि शायद जंगल में मुझे शांति मिलेगी, लेकिन यहाँ भी मुझे सिर्फ तन्हाई और डर का सामना करना पड़ा।”आर्यन  ने जैसे-जैसे डायरी के पन्ने पलटे, उसे पायल  के जीवन के कई पहलू जानने को मिले। पायल  ने अपनी डायरी में बताया था कि कैसे वह एक समय में गाँव की सबसे सुंदर और बुद्धिमान युवती थी। वह जड़ी-बूटियों की जानकार थी और लोगों की बीमारियों का इलाज करती थी। लेकिन उसकी यह जानकारी और उसकी सुंदरता लोगों के लिए जलन का कारण बन गई। धीरे-धीरे लोगों ने उसके खिलाफ अफवाहें फैलानी शुरू कर दीं। उन्हें लगा कि उसकी जड़ी-बूटियों की जानकारी असल में काले जादू का हिस्सा है।डायरी में आगे लिखा था:“मुझे याद है उस दिन को, जब गाँव के लोग अचानक मेरे घर के बाहर इकट्ठा हो गए थे। उनके हाथों में मशालें थीं, और उनकी आँखों में गुस्सा और डर। उन्होंने मुझे चुड़ैल कहा और मुझसे कहा कि मैं तुरंत गाँव छोड़ दूँ। मैंने उनसे विनती की, लेकिन कोई नहीं सुना। वे चिल्ला रहे थे, और मेरे घर को जलाने की धमकी दे रहे थे। मुझे मजबूर होकर गाँव छोड़ना पड़ा। मैंने जंगल में शरण ली, लेकिन मैं हमेशा अपने गाँव की याद में जीती रही।”आर्यन  को अब समझ में आने लगा था कि पायल  कौन थी और वह हवेली क्यों इतनी रहस्यमयी थी। पायल  एक निर्दोष औरत थी जिसे लोगों की अज्ञानता और डर ने चुड़ैल बना दिया था। वह किसी को नुकसान नहीं पहुँचाना चाहती थी, लेकिन उसकी तन्हाई और दर्द ने उसे एक ऐसा रास्ता दिखाया जहाँ से वापस लौटना मुश्किल था।आर्यन  ने डायरी को बंद किया और उसे वापस अलमारी में रख दिया। उसे समझ नहीं आ रहा था कि अब वह क्या करे। उसने सोचा कि पायल  की आत्मा शायद अभी भी इस हवेली में भटक रही है, और उसे शांति की जरूरत है। आर्यन  ने मन ही मन ठान लिया कि वह इस रहस्य को सुलझाकर रहेगा और पायल  की आत्मा को मुक्ति दिलाएगा।आर्यन  ने कमरे से बाहर निकलने का निर्णय लिया, लेकिन जैसे ही वह दरवाजे की ओर बढ़ा, कमरे में एक ठंडी हवा का झोंका आया और दरवाजा अपने आप बंद हो गया। आर्यन  ने दरवाजा खोलने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं खुला। अब कमरे का माहौल और भी डरावना हो गया था। दीये की लौ तेज़ी से जलने लगी और फिर अचानक बुझ गई। कमरे में घोर अंधकार छा गया।आर्यन  ने अपने आप को शांत रखने की कोशिश की, लेकिन उसकी धड़कनें तेज़ हो गई थीं। उसे महसूस हुआ कि कमरे में कोई और भी है। उसने अपने चारों ओर देखा, लेकिन कुछ दिखाई नहीं दिया। तभी, आर्यन  को महसूस हुआ कि उसके पीछे कोई खड़ा है। उसने धीरे-धीरे मुड़कर देखा और उसकी आँखें फैल गईं। उसके सामने एक धुंधली आकृति खड़ी थी, जो धीरे-धीरे साफ होती जा रही थी। वह आकृति एक औरत की थी, जिसकी आँखें लाल थीं और उसके चेहरे पर गहरा दुख था।आर्यन  समझ गया कि यह पायल  की आत्मा है। वह एक शब्द भी नहीं बोल पा रहा था। पायल  की आत्मा ने धीरे-धीरे अपनी बात शुरू की, “मैं पायल  हूँ, जिसे लोगों ने चुड़ैल कहकर इस जंगल में अकेला छोड़ दिया। मैंने कभी किसी का बुरा नहीं चाहा, लेकिन मेरी तन्हाई ने मुझे यहाँ बाँध दिया है।”आर्यन  ने डरते हुए पूछा, “तुम्हें यहाँ से मुक्ति कैसे मिल सकती है?”पायल  की आत्मा ने धीरे से कहा, “जब तक मेरी कहानी पूरी दुनिया के सामने नहीं आएगी, मुझे शांति नहीं मिलेगी। मैं चाहती हूँ कि लोग जानें कि मैं कौन थी और मुझे क्यों चुड़ैल बना दिया गया।”आर्यन  ने यह वादा किया कि वह पायल  की कहानी सबको बताएगा और उसके साथ हुए अन्याय को दुनिया के सामने लाएगा। पायल  की आत्मा ने आर्यन  को धन्यवाद कहा और धीरे-धीरे उसकी आकृति फीकी पड़ने लगी। जैसे ही वह पूरी तरह से गायब हो गई, कमरे का दरवाजा अपने आप खुल गया और दीये की लौ फिर से जल उठी।आर्यन  ने कमरे से बाहर निकलकर हवेली को छोड़ने का फैसला किया। वह जल्दी से हवेली से बाहर निकला और गाँव की ओर चल पड़ा। अब वह जानता था कि उसकी यात्रा का असली उद्देश्य क्या था। उसे पायल  की कहानी को सबके सामने लाना था, ताकि उसकी आत्मा को शांति मिल सके।जब आर्यन  गाँव में वापस पहुँचा, तो उसने गाँव के मुखिया और बाकी लोगों को पायल  की पूरी कहानी बताई। गाँव के लोग पायल  की दुर्दशा को सुनकर हैरान रह गए। उन्हें एहसास हुआ कि उन्होंने एक निर्दोष औरत के साथ कितना अन्याय किया था। आर्यन  ने सभी से आग्रह किया कि वे पायल  की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करें और उसकी याद में एक स्मारक बनाएं।गाँव के लोग आर्यन  के सुझाव को मान गए और पायल  की स्मृति में एक मंदिर का निर्माण किया। उन्होंने इस बात की प्रतिज्ञा की कि वे अब कभी भी किसी के साथ ऐसा अन्याय नहीं करेंगे। गाँव के तीन दोस्तों, राकेश , माही , और अमित , ने हवेली में कदम रखा। उन्हें आर्यन  की कहानी याद थी, जो उसने पायल  की आत्मा के बारे में बताई थी। लेकिन उनकी जिज्ञासा इतनी अधिक थी कि उन्होंने अपने डर पर काबू पा लिया और अंदर जाने का निर्णय लिया। हवेली के अंदर का वातावरण वैसा ही रहस्यमयी और डरावना था जैसा उन्होंने सुना था। दीवारों पर लटके पुराने चित्र और मकड़ी के जाले हर जगह बिखरे हुए थे।राकेश , जो तीनों में सबसे साहसी था, सबसे आगे चल रहा था। उसके पीछे माही  और अमित  थे। तीनों के दिलों की धड़कनें तेज़ हो रही थीं, लेकिन वे एक-दूसरे को हिम्मत दे रहे थे। हवेली के अंदर का हर कोना अंधेरे से भरा हुआ था, और हर कदम के साथ उन्हें ऐसा महसूस हो रहा था कि कोई उन्हें देख रहा है। वे धीरे-धीरे उस कमरे की ओर बढ़े, जहाँ आर्यन  ने पायल  की आत्मा को देखा था।जैसे ही वे उस कमरे के पास पहुँचे, दरवाजा अचानक खुद-ब-खुद खुल गया। तीनों बच्चों के चेहरे पर भय की परछाई छा गई, लेकिन फिर भी वे अंदर चले गए। कमरे के अंदर का दृश्य बदल चुका था। अब वहाँ न तो कोई दीया जल रहा था और न ही कोई बिस्तर था। कमरे में एक घोर अंधेरा छाया हुआ था, लेकिन बच्चों ने अपने हाथों में टॉर्च रखी थी, जिससे वे आगे का रास्ता देख पा रहे थे।माही  ने धीरे से पूछा, “क्या तुम दोनों को यहाँ कुछ अजीब महसूस हो रहा है?”राकेश  ने जवाब दिया, “हाँ, लेकिन हमें डरने की ज़रूरत नहीं है। हम यहाँ सिर्फ जानने आए हैं कि आर्यन  की कहानी में कितनी सच्चाई है।”अमित , जो अब तक चुप था, बोला, “मुझे नहीं लगता कि हमें यहाँ और रुकना चाहिए। चलो वापस चलें।”लेकिन राकेश  ने उसे रोकते हुए कहा, “नहीं, हम यहाँ तक आए हैं, तो अब सच जानकर ही लौटेंगे।”अचानक, कमरे की हवा ठंडी हो गई और एक हल्की सी सिसकने की आवाज़ चारों ओर गूंजने लगी। बच्चों ने चारों ओर देखा, लेकिन कुछ भी दिखाई नहीं दिया। तभी, कमरे के कोने में एक धुंधली आकृति उभरने लगी। यह वही आकृति थी जिसे आर्यन  ने देखा था—पायल  की आत्मा। उसकी लाल आँखें और उदास चेहरा बच्चों को देख रहा था।तीनों बच्चे सहमे हुए थे, लेकिन राकेश  ने हिम्मत करते हुए पूछा, “क्या तुम पायल  हो?”आत्मा ने धीरे-धीरे सिर हिलाया और कहा, “हाँ, मैं पायल  हूँ। मुझे इस जगह से मुक्त कर दो। मैं नहीं चाहती कि कोई और मेरी तरह तन्हा और दुखी हो।”माही  ने धीरे से पूछा, “हम तुम्हारी कैसे मदद कर सकते हैं?”पायल  की आत्मा ने कहा, “यह जगह मेरे दुख और तन्हाई का प्रतीक है। अगर तुम मेरी आत्मा को शांति देना चाहते हो, तो इस हवेली को पूरी तरह से मिटा दो, ताकि कोई और यहाँ आकर मेरी तरह तड़पता न रहे।”तीनों बच्चे कुछ समय के लिए चुप हो गए। वे समझ गए कि पायल  की आत्मा की मुक्ति के लिए उन्हें इस हवेली को नष्ट करना होगा। लेकिन यह काम आसान नहीं था। वे जानते थे कि उन्हें गाँव वालों की मदद लेनी होगी।तीनों बच्चे हवेली से बाहर निकल आए और तेजी से गाँव की ओर दौड़े। वे सीधे गाँव के मुखिया के पास गए और उन्हें सारी बातें बताईं। मुखिया ने उनकी बात ध्यान से सुनी और समझ गए कि पायल  की आत्मा को मुक्ति देने का यही सही समय है। उन्होंने पूरे गाँव को इकट्ठा किया और सबको बच्चों की बात बताई।गाँव के लोग, जो अब तक इस हवेली से डरते थे, बच्चों की हिम्मत और पायल  की आत्मा की सच्चाई जानकर हैरान रह गए। सबने मिलकर यह निर्णय लिया कि वे इस हवेली को नष्ट करेंगे और पायल  की आत्मा को शांति दिलाएंगे।अगले दिन, सूरज निकलने से पहले ही गाँव के लोग अपने औजारों के साथ हवेली की ओर चल पड़े। राकेश , माही , और अमित  भी उनके साथ थे। गाँव के लोगों ने मिलकर हवेली को तोड़ना शुरू किया। जैसे-जैसे हवेली की दीवारें गिरती गईं, वैसे-वैसे हवा में एक सुकून भरी शांति फैलती गई। पायल  की आत्मा, जो हवेली के ऊपर मंडरा रही थी, धीरे-धीरे गायब होने लगी। हवेली के पूरी तरह नष्ट होते ही, पायल  की आत्मा ने अंतिम बार गाँव वालों को धन्यवाद कहा और फिर हमेशा के लिए चली गई।गाँव के लोग उस जगह पर एक छोटा सा मंदिर बनाकर, पायल  की याद में प्रार्थना करने लगे। उन्होंने इस घटना से सीखा कि किसी के बारे में बिना जाने उसे गलत ठहराना कितना गलत हो सकता है। पायल  की कहानी अब एक सीख बन चुकी थी, और गाँव के लोग इस बात की प्रतिज्ञा कर चुके थे कि वे अब किसी के साथ अन्याय नहीं करेंगे।राकेश , माही , और अमित  ने अपने इस साहसिक अनुभव से बहुत कुछ सीखा। वे जानते थे कि उनकी हिम्मत और सच्चाई ने पायल  की आत्मा को मुक्ति दिलाई थी। अब वे अपने गाँव में सबसे साहसी और समझदार बच्चों के रूप में जाने जाते थे। उनकी कहानी गाँव के हर बच्चे के लिए एक प्रेरणा बन गई थी, जो उन्हें सिखाती थी कि सच्चाई और हिम्मत से हर डर पर काबू पाया जा सकता है।हवेली के अंदर जैसे ही राकेश  की आवाज़ गूंजी, चारों ओर सन्नाटा छा गया। माही  और अमित  ने एक-दूसरे की ओर देखा, उनके चेहरों पर चिंता और भय स्पष्ट था। हवेली के गहरे अंधकार में खड़े होकर उन्हें ऐसा महसूस हो रहा था कि किसी ने उनकी बात सुनी है, लेकिन जवाब में कुछ भी सुनाई नहीं दे रहा था।कुछ क्षणों के बाद, हवा में अचानक से एक हल्की सी सिसकी गूंज उठी। आवाज़ इतनी धीमी थी कि अगर ध्यान से ना सुना जाता, तो वह हवा की सरसराहट के साथ मिल जाती। लेकिन यह आवाज़ स्पष्ट थी और बच्चों ने उसे स्पष्ट रूप से सुना। अब उनके पास केवल एक ही विकल्प था—इस आवाज़ का पीछा करना। “हमें उस तरफ से आवाज़ आई है,” माही  ने इशारा करते हुए कहा।सभी ने बिना किसी और सवाल के उस दिशा में चलना शुरू कर दिया। उनके कदम धीरे-धीरे बढ़ रहे थे, लेकिन दिल की धड़कनें तेज हो रही थीं। हर एक कदम के साथ अंधेरा और गहरा होता जा रहा था, और हवा में एक अजीब सी ठंडक घुली हुई थी।जैसे ही वे हवेली के अंदर और गहरे जाने लगे, उन्हें एक पुराने, भारी दरवाजे का सामना करना पड़ा। यह दरवाजा आधा खुला था, और उसके पीछे से वही सिसकियां आ रही थीं जो उन्होंने पहले सुनी थीं। दरवाजे के पास पहुंचते ही राकेश  ने हल्के से उसे धकेला। दरवाजा चरमराने की आवाज़ के साथ खुल गया और उनके सामने एक कमरा प्रकट हुआ। कमरे के अंदर की स्थिति बाकि हवेली की तरह ही थी—पुरानी, धूल-धूसरित और मकड़ी के जालों से भरी।कमरे के बीचों-बीच, धूल भरे फर्श पर एक सफेद कपड़े में लिपटी आकृति बैठी थी। उसकी पीठ दरवाजे की ओर थी और उसकी सिसकियां लगातार जारी थीं। तीनों बच्चे सहमे हुए थे, लेकिन अब वे पीछे हटने का सोच भी नहीं सकते थे।अमित  ने धीरे से पूछा, “तुम…तुम कौन हो?”आकृति ने धीरे-धीरे अपनी सिर उठाई और मुड़कर बच्चों की ओर देखा। उसके चेहरे पर गहरा दुख और अकेलापन था, और उसकी आँखों में आंसू थे। बच्चों ने एक पल के लिए सांस रोक ली—वह चेहरा पायल  का था, वही पायल  जिसकी कहानी उन्होंने सुनी थी, वही पायल  जिसकी आत्मा को आर्यन  ने मुक्ति दिलाने का वादा किया था।“तुम्हें डरने की ज़रूरत नहीं है,” पायल  ने धीमी आवाज़ में कहा। “मैं वो नहीं हूँ जो लोग समझते हैं। मैं बस एक साधारण इंसान थी, जिसे इस दुनिया ने समझने से इंकार कर दिया।”माही  ने हिम्मत जुटाते हुए कहा, “हम तुम्हारी मदद करना चाहते हैं। हम जानते हैं कि तुमने कुछ भी गलत नहीं किया।”पायल  की आँखों में एक चमक उभरी, “क्या तुम सच में मेरी मदद कर सकते हो? वर्षों से मैं इस हवेली में फंसी हुई हूँ। लोग मुझे चुड़ैल समझते हैं, लेकिन मैं सिर्फ अपने गांव के लोगों से प्यार करना चाहती थी।”राकेश  ने पायल  की बात ध्यान से सुनी और कहा, “हमें बताओ कि हम तुम्हारी आत्मा को शांति कैसे दे सकते हैं।”पायल  ने धीरे-धीरे अपनी कहानी को आगे बढ़ाया। उसने बताया कि कैसे उसकी बहन, जो कि उससे बड़ी थी, ने उसे चुड़ैल घोषित करवा दिया था। उसकी बहन को अपनी सुंदरता और उसके ज्ञान से ईर्ष्या थी। उसने गाँव के लोगों को यह यकीन दिला दिया कि पायल  के पास काले जादू की शक्तियाँ हैं। और जब गाँव के लोगों ने उसकी बहन की बात मानी, तो उन्होंने पायल  को जंगल में भेज दिया, जहाँ उसने अपना शेष जीवन बिताया।“मैंने कभी किसी को नुकसान नहीं पहुँचाया,” पायल  ने रोते हुए कहा। “लेकिन मेरी बहन ने मुझसे सब कुछ छीन लिया। अब मेरी आत्मा को तभी शांति मिलेगी जब लोग सच्चाई जानेंगे।”माही  ने राकेश  और अमित  की ओर देखा और फिर पायल  से कहा, “हम तुम्हारी कहानी सभी को बताएंगे। हम गाँव वालों से सच्चाई उजागर करेंगे। और तब तुम मुक्त हो जाओगी।”पायल  ने मुस्कुराते हुए कहा, “धन्यवाद। जब लोग मेरी कहानी जानेंगे और मेरी बहन की सच्चाई सामने आएगी, तभी मेरी आत्मा को शांति मिलेगी।”तीनों बच्चे पायल  को आश्वासन देकर हवेली से बाहर निकले। वे जानते थे कि अब उन्हें पायल  की कहानी सभी को बतानी होगी, ताकि उसकी आत्मा को शांति मिल सके। उन्होंने सबसे पहले गाँव के मुखिया से मिलकर सारी कहानी बताई।मुखिया ने बच्चों की बात ध्यान से सुनी और गाँव वालों को इकट्ठा करके पायल  की सच्चाई बताई। गाँव के लोग पायल  की कहानी सुनकर हैरान रह गए और उन्होंने अपने किए पर पछतावा किया।आखिरकार, गाँव वालों ने मिलकर एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें पायल  की सच्चाई सबके सामने रखी गई। पायल  की बहन को भी बुलाया गया और उसकी सच्चाई उजागर की गई। जब यह सब हुआ, तो हवेली के ऊपर मंडराती पायल  की आत्मा धीरे-धीरे अदृश्य हो गई, और हवेली का डरावना वातावरण भी खत्म हो गया।गाँव के लोगों ने मिलकर पायल  की याद में एक मंदिर बनवाया और उसकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। हवेली को भी पूरी तरह से मिटा दिया गया ताकि उस जगह से पायल  की दर्दनाक यादें भी समाप्त हो सकें।अब, मालतीनगर  को नया नाम ‘मालदीप ’ दिया गया, और यहाँ के लोग पहले से ज्यादा खुशहाल और शांतिपूर्ण जीवन जीने लगे। उन्होंने यह सीख लिया कि किसी भी इंसान को उसके कामों से नहीं, बल्कि उसकी नीयत से परखा जाना चाहिए।राकेश , माही , और अमित  की बहादुरी ने गाँव को एक नया जीवन दिया और उन्होंने साबित किया कि सचाई और हिम्मत के साथ हर डर को दूर किया जा सकता है।End 🥰