Shoharat ka Ghamand - 98 in Hindi Moral Stories by shama parveen books and stories PDF | शोहरत का घमंड - 98

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शोहरत का घमंड - 98

तब ईशा बोलती है, "वैसे भी हम स्कूल से दोपहर में आ जाते है और स्कूल से आने के बाद हम फ्री ही रहते हैं"।

तब मीनू बोलती है, "मगर इस तरह के आलीशान घर में रह कर हम, रेहड़ी लगाएंगे तो कैसा लगेगा "।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "हम इस घर में नही रहेंगे "।

शाम हो जाती है.........

आलिया सड़क के किनारे बैठी रहती है। आर्यन और अरुण वहा से जा रहे होते हैं तभी अरुण की नज़र आलिया पर जाती है और वो बोलता है, "आर्यन आलिया यहां पर क्यो बैठी हुई है ????

तब आर्यन बोलता है, "तुझे क्या अब हर जगह आलिया ही नज़र आ रही है क्या "।

तब अरुण बोलता है, "भाई मै मजाक नही कर रहा हूं, देख उधर "।

तब आर्यन देखता है कि आलिया सड़क के किनारे बैठी रहती है।

तब आर्यन बोलता है, "ये यहां पर क्या कर रही है"।

तब अरुण बोलता है, "ये तो तुझे पता होना चाहिए न, तेरी बीवी है"।

उसके बाद आर्यन अपनी कार उधर ले कर जाता हैं और रोक कर आलिया के पास जाता हैं और बोलता है, "तुम क्या कर रही हो यहां पर ??????

तब आलिया बोलती है, "तुम से कोई मतलब "।

तब आर्यन बोलता है, "मतलब है तभी बोल रहा हूं, बीवी हो तुम मेरी"।

तब आलिया बोलती हैं, "बस नाम की "।

तब आर्यन बोलता है, "बकवास बंद करो "।

तब आलिया बोलती है, "वैसे तुम यहां पर क्या कर रहे हो"।

तब आर्यन बोलता है, "मेरा छोड़ो अपना बताओ की तुम यहां पर क्या कर रही हो"।

तब आलिया बोलती है, "मै कही पर भी आ जा सकती हूं, अपनी मर्जी से "।

तब आर्यन बोलता है, "तुम पहले कही पर भी आ जा सकती थी, अपनी मर्जी से, मगर अब तुम अपनी मर्जी से कही पर भी नही आ जा सकती, अब तुम वही जाओगी जहा मै बोलूंगा "।

तब आलिया बोलती है, "मैं गुलाम नही हु तुम्हारी "।

तब अरुण बोलता है, "ये क्या सड़क पर तुम दोनों ने लड़ना झगड़ना शुरू कर दिया है"।

तब आर्यन बोलता है, "चलो आलिया यहां से "।

तब आलिया बोलती है, "मुझे जब आना होगा मैं आ जाऊंगी"।

तब आर्यन बोलता है, "अपने मजनू का इंतजार कर रही हो"।

तब आलिया बोलती है, "हा कर रही हू उसका इंतजार"।

उसके बाद आर्यन आलिया का हाथ पकड़ता है और उसे जबरदस्ती कार में बैठा देता है और बोलता है, "मेरे सामने ज्यादा जबान चलाया मत करो और जो मै बोलू सुन लिया करो"।

उसके बाद आर्यन आलिया को ले कर वहा से चला जाता हैं।

उधर आलिया की मम्मी आलिया के पापा से बोलती है, "वो एक औरत यहां पर काम करने आती है मेने उससे बात की थी अभी कमरे की तो उसने बोला है कि हमारे यहां पर एक कमरा खाली है, मगर छोटा है, तो मेने बोल दिया कि जैसा भी है मुझे दिखा दो, तो उसने कहा की कल दिखा देगी "।

तब आलिया के पापा बोलते हैं, "अब जैसा भी हो हमे वही पर जाना है, हमे यहां पर नही रहना है "।

आलिया कमरे मे जा कर बैठ जाती है। तब आर्यन उसके पास आता है और बोलता है, "तुम अरुण के सामने किस तरह जबान चला रही थी, तुम्हे मेरी इज्जत की कोई परवाह है या नहीं "।

तब आलिया बोलती है, "मुझे तुम्हारी इज्जत की कोई परवाह नही है, और मै एक बार नही बार बार तुम्हारे साथ ऐसा ही करूंगी "।

तब आर्यन बोलता है, "तुम्हारी प्रॉब्लम क्या है, एक तो तुम्हे मेने उस छोटे से घर से ला कर इतने बड़े महल में रखा, उसके बाद भी ये सब कर रही हो तुम "।

तब आलिया बोलती है, "मुझे तुखरे इस महल की कोई जरुरत नही है, मैं अपने छोटे से घर में ही खुश हूं "।

तब आर्यन बोलता है, "मुझे भी जिंदगी भर तुम्हारे साथ नही रहना है, बस एक महीना केसे न केसे करके बिता लो, उसके बाद तुम्हे जहा जाना है जाना, जो करना है करना, क्योंकि एक महीने बाद मै तुम्हे तलाक दे दूंगा............