Saat fere Hum tere - 28 in Hindi Love Stories by RACHNA ROY books and stories PDF | सात फेरे हम तेरे - भाग 28

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सात फेरे हम तेरे - भाग 28

ये क्या सब कहां गए? मेरी आंख लग गई थी प्लीज़ मुझे काॅफी पिला दो।।
नैना आकर काॅफी देने लगी।
विक्की ने कहा अरे तुम माया दी कहा है?, नैना ने कहा वो अभी आ रही है।
तुम सो रहे थे तो नहीं बताया वो बैंक से फोन आया था तो अतुल के साथ गई है।
विक्की उठते हुए कहा ओह थैंक यू।वाह काॅफी अच्छा बना है और तुमसे बात नहीं हो पा रही है। आज सुबह तुमने मेरा माथा छू कर देखा था ना ? क्यों। नैना ने कहा अरे बाबा वो तो कोई तकलीफ़ में था तो मैं बस।।
विक्की ने कहा हां वही तो जो तुम निलेश के लिए करती थी वो क्या मेरे लिए भी। नैना उठते हुए कहा मुझे किचन में जाना है कह कर चली गई।
विक्की ने कहा हां जबाव तो देना होगा।

विक्की ने मन में सोचा कि नैना जब तक तुम हां नहीं कहोगी मैं नहीं जाऊंगा।

फिर सभी दोपहर को खाना खाने बैठ गए।
विक्की ने कहा रात का डिनर तो बाहर और मुवी भी।

माया ने कहा जुग जुग जियो मेरे भाई कितना सोचते हो हमारे लिए।

अतुल ने कहा वाह पुलाव बहुत अच्छा बना है। माया ने कहा हां आज सारा खाना तो नैना ने बनाया है।
फिर सभी खाना खा कर बैठ गए कुछ देर।
अतुल ने कहा हमें पांच बजे तक निकलना होगा।

यहां के रावे मोती माॅल में जायेंगे। बहुत ही खूबसूरत है।
फिर सभी कुछ देर आराम करने लगे। विक्की अतुल बिमल बात करने लगे।


फिर सभी समय से तैयार हो गए।
विक्की ने एक कैब बुक कर दिया।
फिर सभी समय से निकल गए।
विक्की ने कहा ये मोती माॅल के क्या कहने।।


अतुल ने कहा हां हम कभी कभी आते थे।
फिर सभी टिकट बुक करने के बाद हाॅल के अन्दर पहुंच गए।
फिर सभी एक साथ बैठ गए।

बिमल अतुल और विक्की एक साथ बैठ गए। उसके बाद माया और नैना बैठ गए।
विक्की ने पहले ही शैन्कस् आॅडर कर दिया था।

फिर सभी बैठ कर फ़िल्म इन्जाय करने लगे।
मुवी का नाम था मेरे यार की शादी है।
नैना और माया मुवी के कुछ सीन देख कर इमोशनल हो गई।

विक्की ने कहा अरे बाबा ये कौन रो रहा है ऐसे।।लोग तो मुवी नहीं देखेंगे बल्कि तुमको देखेंगे।

नैना ने कहा हां मजाक उड़ाया मत करो। क्या करूं आंसु आ जाते हैं।

विक्की ने कहा ओह माई गॉड।
फिर इनटरवेल हो गया। विक्की ने जो आॅडर किया था वो सब आ गया। माया ने कहा अरे भाई कितना कुछ ले लिया। विक्की ने कहा अरे दीदी मजा आता है ना।कोक के साथ पपकोर्न और समोसे का मजा कुछ और है।

फिर सभी खाने लगे। माया ने कहा पता है नैना को कोक और पपकोर्न बहुत पसंद हैं। नैना ने कहा क्या दीदी सब बताना जरूरी है क्या?

विक्की ने धीरे से कहा हां मुझे तो सब पता है।

फिर मुवी शुरू हो गया।
फिर सभी मुवी देखने लगें। क्योंकि सबको मुवी के लास्ट का इंतजार था कि आखिर क्या होने वाला है?
बिमल ने कहा मुवी के बाद कौन से होटल में जाएंगे?
विक्की ने कहा ओह दोस्त डोन्ट वरी । होटल रोयल किल्फ ।।।

माया ने कहा अरे वाह भाई जिंदगी में इतने शानदार होटल में जाऊंगी ऐसा नहीं सोचा था।

विक्की ने कहा अरे दीदी इसकी रिव्यू बहुत अच्छा है।

फिर मुवी खत्म हो गई।
विक्की ने कहा वाह हैप्पी एनडिग।

अतुल ने कहा हां अब चलते हैं मेरे पेट में चुहे दौड़ रहें हैं।

बिमल ने कहा अरे वाह जिंदगी में पहली बार खाएगा।
अतुल ने कहा देखा विक्की कैसे बोला बिमल।।
विक्की ने कहा अरे छोड़ ना यार ये सब तो चलता रहता है।।
अभी एक कैब बुक करें।
फिर कुछ देर बाद एक कैब आ गया।
हंसी मज़ाक करते हुए सब बैठ गए। बातों बातों में विक्रम सिंह शेखावत नैना के बगल में ही बैठ गया। और फिर जब गाड़ी चलने लगी तो ये एहसास हुआ। नैना खुद को सम्हाल कर थोड़ा सा और खिड़की के पास जाकर बैठ गई और बाहर देखने लगीं। और बिचारा विक्रम सिंह शेखावत एक आर्मी ऑफिसर होकर अपना जीभ काट दिया। ये देख दोनों दोस्त उसको छेड़ने लगें।
माया ने हंस कर कहा अरे बाबा भगवान जो चाहते हैं वहीं होता है।

फिर हंसी मज़ाक करते हुए ये लोग होटल पहुंच गए। जहां पर विक्की ने पहले से ही टेबल बुक करवा दिया था। ये बड़े, बड़े इमारतों पर और फिर कांच लगी खिड़कियां और दरवाजे बहुत ही मन मोह लिया था।
सब लोग जाने लगें तो वहां पर बहुत ही अच्छे से स्वागत फुलों से हुआं।
बिमल ने कहा क्या बात है आज भगवान मेहरबान हो गया है। जैसे ही दोनों एक साथ जाने लगें तो फुलों की बरसात दोनों पर हो गई।
नैना को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि क्या हो रहा है।

फिर बुक किए हुए जगह पर जाकर सब बैठ गए।
माया ने कहा आज बहुत ही यादगार दिन हो गया।

फिर सभी एक दूसरे को देखने लगें। एक वेटर आ गया और फिर विक्की ने पहले कुछ स्टार्टर और सूप लाने को कहा।

फिर बहुत ही शानदार तरीके से सूप और स्टार्टर सर्व किया गया।
एक दम साफ़ सुथरी जगह लग रही थी।
फिर सब ने सूप और स्टार्टर खा लिया।
माया ने कहा भाई वेज़ खाना ही सर्व करवाना।

विक्की ने कहा हां दीदी मुझे भी वेज पसंद है।

कुछ देर बाद फिर डिनर सर्व हो गया। डिनर भी देखने लायक था एक दो सब्जी तो नहीं जैसे छप्पन भोग ही आ गया।
पनीर मलाई कढ़ी, गोभी मसाला, फ्राइड राइस, रूमाली रोटी,दम आलू पालक, कुछ भाजी, आलू की पुरी, नवरत्न कोरमा,वेज मिक्स, वेज़ कबाब,मलाई कढ़ी, दाल पनीर मलाई, पापड़।

माया ने कहा अरे बाबा ये क्या किया विक्की।
विक्की ने कहा अरे दीदी खाइए भी।
वेटर ने सबको सर्व कर दिया। अतुल और बिमल दोनों ही खाने के शौकीन थे इसलिए वो दोनों दबा कर खा रहे थे। नैना अपनी बड़ी बड़ी आंखों से ये सब देख रही थी। और खा भी रही थी। खाने का सिलसिला काफी देर तक चला।
फिर विक्की ने स्पेशल टूर्ट्री फुर्टी आइसक्रीम मंगवाया।
इतना बड़ा साइज का गिलास मैंने जिंदगी में नहीं देखा ये बात अतुल ने कहा।

विक्की ने कहा अरे बाबा मजा लो। नैना को आइसक्रीम बहुत ही पसंद आया।

सभी बहुत चाव से खाने लगे।
काफी देर तक सब खाना पीना खत्म हो गया।

कुछ देर बाद ही वेटर बिल देकर गया।

बिमल ने बिल देखते ही अपनी आंखें बड़ी कर दिया।
विक्की ने कहा अरे भाई तू भी ना।
माया ने कहा कितना हुआ।
बिमल ने कहा अरे दीदी तीस हजार रूपए।
माया ने कहा अरे बाबा ये क्या।
नैना ने कहा हां क्या जरूरत थी इतना खर्चा करने की।

विक्की ने कहा क्या करूं कोई सम्हालने वाली नहीं है ना।
माया ने कहा हां ठीक है क्यों ना तेरे लिए लड़की देखु।
विक्की ने कहा क्या मरवाना है क्या।
माया ने कहा क्यों तय हो गई क्या।


कमश: