अंत या फिर आरंभ - 2 Ankit द्वारा Thriller में हिंदी पीडीएफ

Ant ya fir Aarambh by Ankit in Hindi Novels
रात का समय था तेज हवाएं चल रही थी बहोत तेज बिजलियाँ कड़क रही थी और तेज बारिश से ऐसा लग रहा था जैसे मानो आज इंद्रदेव अपने रौद्र रूप में हों, इतनी तेज ब...