"एक जिंदगी - दो चाहतें" कहानी में विवाह के वास्तविक अर्थ और जीवनसाथी के चयन की महत्वपूर्णता पर चर्चा की गई है। लेखक विनीता राहुरीकर ने बताया है कि विवाह केवल शारीरिक एकता नहीं है, बल्कि यह मानसिक और बौद्धिक सामंजस्य की आवश्यकता भी रखता है। जब दो भिन्न व्यक्तित्व एक साथ बंधते हैं, तो टकराव अवश्यम्भावी होते हैं। परिवारों द्वारा तय की गई शादियों में अक्सर लड़का-लड़की एक-दूसरे को नहीं समझ पाते हैं, जिससे समझौते और असंतोष की स्थिति उत्पन्न होती है। व्यक्तिगत मानसिक स्तर के अनुसार साथी की आवश्यकता होती है, ताकि भावनाओं को साझा किया जा सके। लेखक ने यह भी बताया है कि शारीरिक सुख के साथ-साथ बौद्धिक सुख भी विवाह में महत्वपूर्ण है। कहानी का एक पात्र परम है, जिसका मन हमेशा एक तलाश में भटकता रहता है। वह महसूस करता है कि उसकी पत्नी वाणी उसके लिए एक गलत विकल्प है, जो उसकी आत्मीयता और खुशी को नहीं समझ पाती। परम को वाणी के साथ शादी करने की कोई खुशी नहीं है और वह अक्सर शहर की सड़कों पर घूमता रहता है, अपने दुःख को व्यक्त करने के लिए। कहानी इस बात पर जोर देती है कि विवाह में तालमेल और प्रेम का होना आवश्यक है, अन्यथा जीवन एक बोझ बन जाता है। भारतीय संस्कृति में तलाक को लेकर सामाजिक दबाव के कारण लोग रिश्तों को निभाते रहते हैं, जबकि अंदर से वे टूटते जाते हैं। एक जिंदगी - दो चाहतें - 11 by Dr Vinita Rahurikar in Hindi Motivational Stories 336 2k Downloads 8.5k Views Writen by Dr Vinita Rahurikar Category Motivational Stories Read Full Story Download on Mobile Description विवाह का मतलब सिर्फ दो जिस्मों का एक होना ही तो नहीं होता। दो मानसिक धरातलों का एक होना भी तो जरूरी है। दो बौद्धिक स्तरों का एक होना भी जरूरी है। जहाँ यह जरूरत पूरी नहीं होती वहाँ मन की नदी में तलाश की लहरें उठने लगती हैं। और कभी पार किनारे तरफ अगर नदी को अपनी तलाश पूरी होते हुए दिखे तो यह पूरे वेग से अपने किनारों को तोड़ देती है। Novels एक जिंदगी - दो चाहतें बचपन से ही भारतीय सेना के जवानों के लिए मेरे मन में बहुत आदर था। मेरे परिवार में कोई भी सेना में नहीं है। मैंने सिर्फ सिनेमा में सैनिकों के बहादुरी भर... More Likes This श्री बप्पा रावल श्रृंखला खण्ड-दो - षष्ठम अध्याय by The Bappa Rawal लड़का होना आसान नहीं होता - भाग 1 by parth Shukla टीपू सुल्तान - 2 by Sonu Rj जादुई मुंदरी - 1 by Darkness दस महाविद्या साधना - 1 by Darkness श्री गुरु नानक देव जी - 1 by Singh Pams शब्दों का बोझ - 1 by DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Fiction Stories Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Comedy stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Moral Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Hindi Crime Stories