पहली नज़रशहर की वही पुरानी, भीड़ से भरी सुबह। बस स्टॉप पर खड़े लोग ऑफिस और कॉलेज के टाइम में भाग रहे थे। Bikash अपनी कंधे पर बैग टाँगे, धीमे कदमों से कॉलेज की ओर बढ़ रहा था। मिडिल-क्लास घर, जिम्मेदारियाँ, और सपनों से भरा उसका मन—हर दिन एक जैसा लगता था।पर आज का दिन अलग होने वाला था…जहाँ किस्मत चुपके से दो दिलों की कहानी लिखने बैठी थी।लाइब्रेरी में पहली मुलाकातदोपहर की क्लास खत्म होने के बाद Bikash लाइब्रेरी में नोट्स बनाने पहुँचता है।कदमों से ज्यादा उसके दिल में शांति थी—किताबों के बीच उसे हमेशा दुनिया हल्की लगती थी।
मोहब्बत के वो दिन - 1
पहली नज़रशहर की वही पुरानी, भीड़ से भरी सुबह। बस स्टॉप पर खड़े लोग ऑफिस और कॉलेज के टाइम भाग रहे थे। Bikash अपनी कंधे पर बैग टाँगे, धीमे कदमों से कॉलेज की ओर बढ़ रहा था। मिडिल-क्लास घर, जिम्मेदारियाँ, और सपनों से भरा उसका मन—हर दिन एक जैसा लगता था।पर आज का दिन अलग होने वाला था…जहाँ किस्मत चुपके से दो दिलों की कहानी लिखने बैठी थी।लाइब्रेरी में पहली मुलाकातदोपहर की क्लास खत्म होने के बाद Bikash लाइब्रेरी में नोट्स बनाने पहुँचता है।कदमों से ज्यादा उसके दिल में शांति थी—किताबों के बीच उसे हमेशा दुनिया हल्की लगती थी।वो ...Read More
मोहब्बत के वो दिन - 2
सुबह का मौसम शांत था। आसमान हल्का धुंधला, हवा नम और ठंडी। कॉलेज की घंटी बजने में अभी कुछ था, कैंपस लगभग खाली। घास पर बुझे हुए पत्ते, फव्वारे के पास हल्की धूप — सब कुछ किसी कहानी के पहले पन्ने जैसा।Bikash अपनी बैग की स्ट्रैप ठीक करते हुए धीरे-धीरे कॉलेज की ओर चल रहा था। आज उसका मन अलग ही तरह का था। कल की मुलाकात ने दिल में कुछ ऐसा जगह बना दी थी कि रात को नींद भी पूरी नहीं आई।क्या Maina आज मिलेगी?क्या वो उसी तरह मुस्कुराएगी?या शायद उसे याद ही नहीं होगा…पर Bikash ने ...Read More
मोहब्बत के वो दिन - 3
कॉलेज का दिन हमेशा जैसा नहीं था। आज हल्की धूप थी, हवा में नमी कम और कैंपस में एक हलचल। Bikash जल्दी उठा, जल्दी तैयार हुआ और घर से निकलते समय कुछ अलग आत्मविश्वास महसूस कर रहा था।शायद वजह वही थी — Maina।रात तक उसके चेहरे और उसकी हँसी याद आते रहे।डायरी के सारे पन्ने उसका नाम बोलते रहे।Bikash को अब हर सुबह किसी उम्मीद से शुरू होती थी — आज वो मिलेगी।कैंपस में नई रौशनीकॉलेज पहुँचा तो देखा, Maina फव्वारे के पास बैठी हुई कुछ लिख रही थी।उसके बाल हवा में उड़ रहे थे, पैर हल्के-हल्के जमीन पर ...Read More