Rebirth in Novel Villanes

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“आलीज़ा, जल्दी चलो! मगरिब का वक़्त हो गया है।” ज़ायरा की आवाज़ फिर कमरे में गूंजी, लेकिन आलीज़ा को जैसे सुनाई ही नहीं दे रहा था। वो अपने बिस्तर पर अधलेटी, गहरी निगाहों से किताब के पन्नों में डूबी हुई थी — किताब का नाम था "The Burning Rose"। ये कोई मामूली नॉवेल नहीं थी। यह एक प्रसिद्ध फिक्शनल फ़ैंटेसी लव स्टोरी थी, जहाँ मासूम हीरोइन “लूसी” को हमेशा सताने वाली खलनायिका थी “एरिना वॉल्टन” — एक क्रूर, सुंदर लेकिन निर्दयी महिला। कहानी में विलेन था केलन ड्रेवॉन, जो दुनिया को अपने कब्ज़े में लेना चाहता था। लेकिन जाने क्यों, आलीज़ा का ध्यान लूसी पर नहीं, एरिना और केलन पर ज़्यादा टिकता।

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Rebirth in Novel Villanes - 1

एपिसोड 1: मौत के बाद की शुरुआत(कहानी: पुनर्जन्म, नई पहचान और अनचाहा प्यार)️1. आख़िरी साँझ“आलीज़ा, जल्दी चलो! मगरिब का हो गया है।”ज़ायरा की आवाज़ फिर कमरे में गूंजी, लेकिन आलीज़ा को जैसे सुनाई ही नहीं दे रहा था। वो अपने बिस्तर पर अधलेटी, गहरी निगाहों से किताब के पन्नों में डूबी हुई थी — किताब का नाम था"The Burning Rose"।ये कोई मामूली नॉवेल नहीं थी। यह एक प्रसिद्ध फिक्शनल फ़ैंटेसी लव स्टोरी थी, जहाँ मासूम हीरोइन “लूसी” को हमेशा सताने वाली खलनायिका थी “एरिना वॉल्टन” — एक क्रूर, सुंदर लेकिन निर्दयी महिला। कहानी में विलेन थाकेलन ड्रेवॉन, जो दुनिया ...Read More

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Rebirth in Novel Villanes - 2

6. आरोप और आग़ाज़कुछ ही दिन बाद, लूसी महल के खाने के दौरान बेहोश हो गई। ज़हर का शक — और उंगलियाँ सीधी एरिना पर उठीं।“उसे एरिना ही मारना चाहती थी!”“वो हमेशा से लूसी से जलती है।”एरिना चुप थी। न वो खुद को बचा सकती थी, न कुछ कह सकती थी — क्योंकि वो जानती थी, यही कहानी में लिखा था।लेकिन इस बार… सब कुछ वैसा नहीं हुआ।महल का दरवाज़ा खुला — औरकेलनअंदर आया।"अगर तुम लोग दोहराते रहोगे पुरानी कहानी, तो कभी सच्चाई नहीं देख पाओगे," उसने कहा। "मैं गवाही देता हूँ —इस बार एरिना ने कुछ नहीं किया।"सब ...Read More

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Rebirth in Novel Villanes - 3

एपिसोड 3: बेनाम एहसास(कहानी: जब दिल में पनपती है मोहब्बत, पर नाम उसका अब भी खलनायकीकथानक: एरिना (आलीज़ा) और के रिश्ते की पहली दरारें, लूसी की बदली हुई चालें, और एक छिपा हुआ सच — जिससे एरिना को शक होता है कि शायद इस दुनिया की "मूल कहानी" झूठी थी। 1. चुप्पियों के बीच उलझा दिलमहल की गलियों में ठंड कुछ ज़्यादा ही लगने लगी थी।एरिना अब रूटीन में ढल चुकी थी — सुबह घुड़सवारी, दिन दरबार की रस्में, शाम किताबों के बीच और रात… केलन की यादों के साथ।लेकिन एक बात अब उसे परेशान करने लगी थी — ...Read More