मंत्रों का गूंजता उच्चारण हो रहा था। आर्यन और अवंतिका एक-दूसरे को वरमाला पहना रहे थे। आर्यन, एक साधारण लेकिन आत्मसम्मान से भरा युवक, और अवंतिका, जो पैसे और रुतबे को ही सबसे बड़ा मानती थी, आज विवाह के बंधन में बंध रहे थे। लेकिन यह विवाह प्रेम का नहीं, बल्कि एक समझौते का प्रतीक था। अवंतिका के पिता ने आर्यन के सामने एक शर्त रखी। अवंतिका के पिता बोल रहे हैं, "अगर तुम मेरी बेटी से शादी करना चाहते हो, तो याद रखना – इस घर में तुम्हें सिर्फ एक पति नहीं, बल्कि मेरी बेटी के हर हुक्म का पालन करने वाला बनकर रहना होगा।" आर्यन बिना झिझक के बोल रहा है, "जी, पिताजी। मैं आपका वचन निभाऊँगा।"
जिसे समझा मामूली वह निकला करोड़पति - SEASON 1
मंत्रों का गूंजता उच्चारण हो रहा था। आर्यन और अवंतिका एक-दूसरे को वरमाला पहना रहे थे।आर्यन, एक साधारण लेकिन से भरा युवक, और अवंतिका, जो पैसे और रुतबे को ही सबसे बड़ा मानती थी, आज विवाह के बंधन में बंध रहे थे। लेकिन यह विवाह प्रेम का नहीं, बल्कि एक समझौते का प्रतीक था।अवंतिका के पिता ने आर्यन के सामने एक शर्त रखी।अवंतिका के पिता बोल रहे हैं, "अगर तुम मेरी बेटी से शादी करना चाहते हो, तो याद रखना – इस घर में तुम्हें सिर्फ एक पति नहीं, बल्कि मेरी बेटी के हर हुक्म का पालन करने वाला ...Read More
जिसे समझा मामूली वह निकला करोड़पति - SEASON - Part 2
नामांश जेल के अंदर बैठा था। उसकी आँखों में गुस्सा और बदले की आग साफ झलक रही थी।नामांश अपने खास आदमी, विक्रम, से फोन पर बात कर रहा था, "आर्यन ने मुझे जेल में डालकर बहुत बड़ी गलती की है। अब उसकी बर्बादी शुरू होगी।"विक्रम गंभीर स्वर में बोल रहा है, "बॉस, आपको बस हुक्म देना है। क्या करना है?"नामांश मुस्कुराते हुए बोल रहा है, "आर्यन की कंपनी की सबसे अहम फाइल्स चोरी करनी हैं। उन फाइलों में उसकी सारे प्रोजेक्ट्स की डिटेल्स हैं। अगर वो मेरे हाथ लग गईं, तो उसका पूरा बिजनेस खत्म हो जाएगा।"विक्रम सिर हिलाते ...Read More