प्यार की पहचान

(3)
  • 2k
  • 0
  • 522

अभिषेक एक मध्यमवर्गीय लड़का था और प्रिय एक business man (सुनील ठक्कर) की बेटी थी। कॉलेज के शुरुवाती दिनों मे दोनों अपने अपने समूह मे व्यस्त रहते थे। अभिषेक शुरू से ही हमेशा पढाई मे व्यस्त रहने वाला लड़का था। दोनों की पहली मुलाकात:- अभिषेक और प्रिय दोनों ही अपनी कॉलेज की आगे की पढाई के लिए एक ही कॉलेज मे पहुंचे हुए थे सोमवार का वह दिन था सप्ताह का वह पहला दिन और वह दोनों एक दूसरे से अंजान एक ही क्लास मे दाखिला लेने पहुंचे थे। अभिषेक अपने मित्रो के साथ सुबह से ही लाइन मे लगे हुए थे दाखिले के फॉर्म हेतु और वही दूसरे लाइन मे प्रिय अपने मित्रो के साथ लगी हुई थी। भीड़ होने के कारन प्रिय अपने ग्रुप से अलग हो चुकी थी और ज्यादा भीड़ होने के कारन उसे वापस कोई साथ नहीं ले रहा था। वहा प्रिय ने कई लोगो से मदत मांगी पर किसी ने प्रिय की मदत नहीं की तो आखिर हार कर वह अभिषेक के पास पहुंची।

1

प्यार की पहचान - 1

अभिषेक एक मध्यमवर्गीय लड़का था और प्रिय एक business man (सुनील ठक्कर) की बेटी थी। कॉलेज के शुरुवाती दिनों दोनों अपने अपने समूह मे व्यस्त रहते थे। अभिषेक शुरू से ही हमेशा पढाई मे व्यस्त रहने वाला लड़का था।दोनों की पहली मुलाकात:- अभिषेक और प्रिय दोनों ही अपनी कॉलेज की आगे की पढाई के लिए एक ही कॉलेज मे पहुंचे हुए थे सोमवार का वह दिन था सप्ताह का वह पहला दिन और वह दोनों एक दूसरे से अंजान एक ही क्लास मे दाखिला लेने पहुंचे थे। अभिषेक अपने मित्रो के साथ सुबह से ही लाइन मे लगे हुए ...Read More

2

प्यार की पहचान - 2

जल्द ही राहुल और अलोक जाकर वह चंदु काका से मिलते है और उन्हें पुरी बात समझाकर उनकी मदत है। पहले तो काका राजी नहीं होते और मदत के लिए साफ़ इंकार कर देते है। वह कहते है "नहीं अलोक और राहुल ऐसा नहीं हो सकता यह कॉलेज के नियमो के खिलाफ है मै ऐसे कोई भी जानकारी तुम्हारे साथ नहीं बाँट सकता "राहुल और अलोक ने वह काका को बहुत समझाने की कोशिश की और आखिर मे वह काका से कहते है "काका हम आपकी बात समझ रहे है परन्तु आप ही सोचिए यदि हमारे मन मे कुछ ...Read More