एक पतंग की तरह उड़ना सीखो,
जो उड़ती तो आजाद है,
लेकिन संस्कारों की डोरी साथ लेकर।

-दिनेश कुमार कीर

Hindi Thought by दिनेश कुमार कीर : 111928822

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