यदि किसी लड़के या लड़की ने विवाह से पूर्व किसी अन्य व्यक्ति के साथ प्रेम संबंध निभाया है, तो अक्सर उनके भावनात्मक अनुभव और मानसिक लगाव उस पुराने रिश्ते की छाया लिए रहते हैं। ऐसे व्यक्ति पूरी तरह से अपने होने वाले पति या पत्नी के प्रति समर्पित होने में असमर्थ हो सकते हैं, क्योंकि दिल का एक हिस्सा अभी भी पिछले प्रेम में बँधा होता है।
हालांकि, विवाह एक नई जिम्मेदारी और नया जीवन है, लेकिन पुराने प्रेम के अनुभव और आदतें अक्सर नए रिश्ते में भी प्रभावित करती हैं। यही कारण है कि विवाह से पूर्व प्रेम में रहे लोग अक्सर भावनात्मक रूप से पूरी तरह समर्पित नहीं हो पाते।
साथ ही, यह सोच आजकल समाज में भी देखने को मिलती है