मौहब्बत है तुमसे मोहब्बत को क्या सजा दू
गिरे है आंख से आंसू कहे और गिरा दू
दिल ये नादान था जो तुम पर आ गया
तुकड़े हुए हजार दिल के कहे तो दिखा दू
काटो की कलिया थी फूलो के तलबगार थे
भर दिये घर तेरा फूलो से बता और क्या दू
समुद्र की लहरे तुफानो का कहर है
तेरे डूबे जहाज को किनारे पर ला दूं