🌿 रिश्तों की अजीजत
फुरसत में याद करने वाले,
क्या जाने रिश्ते की अहमियत...
जो रिश्ते दिल से अज़ीज़ होते हैं,
वो तो गुमशुदा राहों पर भी,
अपने रास्ते को मोड़ देने आ ही जाते हैं।
वो कहते हैं - 'मसरूफ़ हैं हम',
हम सोच लेते हैं - 'ये भी एक वजह है'...
मगर असली रिश्ते वक़्त के मोहताज नहीं होते,
वो तो यादों की खामोशी में भी ज़िंदा रहते हैं,
और लम्हों के बोझ को हल्का कर देते हैं।
- Nensi Vithalani