मजबूत बनो"
यदि तुम हर परिस्थिति में खुद को सँभालना सीख जाओ,
तो यक़ीन मानो — पहाड़ की तरह अटल खड़े रह सकोगे।
कमज़ोर लोग डिप्रेशन और निराशा में बैठ जाते हैं,
सोचते हैं — "अब कुछ नहीं हो सकता।"
पर मज़बूत इंसान कभी हार नहीं मानता।
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"अगर यह रास्ता नहीं मिला तो दूसरा खोज लूँगा,
गिरा हूँ तो क्या हुआ, उठकर फिर चलूँगा।
पीछे नहीं हटूँगा, पहाड़ की तरह खड़ा रहूँगा।
और हार? नहीं… हार को तो हराऊँगा!"