आंखो मे छिपे दर्द,
आंखो में ही सिमट के रह जाएगे।
दिल मे दबे शब्द,
दिल में ही कहीं दफ्न हो जाएगे।
जीने में लगता हैं,
अब तो फिर से घुटन होगी।
दिल में कहीं फिर से,
एक अजीब सी चुभन होगी।
तुम मिलोगे या नहीं.......
लगता है आज फिर,
इसी उलझन में
ये आंखें नम होगी।
ये आंखे नम होगी...........