काहे का इतना घमंड करना
आखिर मैं राख ही है बनना
घमंड से दुनिया को जलाते हो
अंत मै खुद ही है एक दिन जल जाना
घमंड है रूप रंग का ये रंग रूप को
आखिर मैं है सफेद राख ही बनाना
ना कर पैसों का इतना घमंड
जाके देख श्मशान मै
एक दिन ये काल है सबको बुलाता
फिर ये पैसा भी न कम आता
- Sangeeta Khakhodiya