ऐ फूलों की रानी बहारों की मलिका
तेरा मुस्कुराना गजब हो गया
ऐ फूलों की रानी बहारों की मलिका
तेरा मुस्कुराना गजब हो गया
ना दिल होश में है ना हम होश में है
नज़र का मिलना गज़ब हो गया
तेरे हौंथ क्या है गुलाबी कंवल है
ये दो पत्तियाँ प्यार की इक ग़ज़ल है
वो नाज़ुक लबों से मोहब्बत की बातें
हमें सुनाना गज़ब हो गया
ऐ फूलों की रानी बहारो की मलिका
तेरा मुस्कुराना गजब हो गया
कभी खुल के मिलना कभी खुद झिझकना
कभी रास्तों पर बहना मचलना
ये पलकों की चिलमन उठाकर गिराना
गिराकर उठना गजब हो गया
ऐ फूलों की रानी बहारो की मलिका
तेरा मुस्कुराना गजब हो गया
फ़िज़ाओं में ठंडक घटा भर जवानी
तेरे गेसुओं की बड़ी मेहरबानी
हर इक पेच में सेंकडों मकादे हैं
तेरा लकड़हारा गजब हो गया
ऐ फूलों की रानी बहारो की मलिका
तेरा मुस्कुराना गजब हो गया
ना दिल होश में है ना हम होश में है
नज़र का मिलना गज़ब हो गया
💕
- Umakant