🌸 माँ से दूर रहकर…
चाय तो बनती है, पर स्वाद माँ की उँगली जैसा नहीं,
बिस्तर तो बिछता है, पर सुकून माँ की गोद जैसा नहीं।
भीड़ में भी तन्हा लगता है, जब माँ की आवाज़ सुनाई नहीं देती,
दुनिया से लड़ जाता हूँ मैं, पर माँ के आँसू से लड़ाई नहीं होती।
हर उस बच्चे के लिए ये गीत है,
जो माँ से दूर है — पर उसकी ममता अब भी उसकी धड़कनों में बसती है…
💔🎶
📌 “माँ तेरी ममता से दूर हूँ” – सुनिए और माँ को महसूस कीजिए...
https://youtu.be/cXAjJDmr8K4?si=l-QEUgH2aIyaVvQ8
और इस छोटे से चैनल Baagi Baani कि आवाज को सपोर्ट कीजिए।