तेरी आन, मेरी शान ,
करता है बच्चा बच्चा ऐलान ।
बस अब बहुत हुआ ,
आतंकवाद का हाहाकार ।
आतंकी का सर कुचलने को ,
निकले घर से सीना तान ।
इतिहास गवाह है जिसने भी ,
की आँखें टेढी तान ।
उसके ही घर मे घुसकर ,
किया है उसका लंका कांड ।
नहीं दूर वों दिन जब -
विश्व तिरंगा का परचम ,
फहरेगा आन बान और शान ।
गर्व से बोलो मेरा भारत महान ! जय हिन्द! .