निस्वार्थ प्रेम में खोकर मैनें
तुमको जीवन का गीत लिखा
तुमको अपना मनमीत लिखा
निस्वार्थ प्रेम में खोकर मैनें
तुमको न छूने की इच्छा
ना ही तुमको है पा लेना
तुमसे मिलकर जीना सीखा
तुमको जीवन का गीत लिखा
निस्वार्थ प्रेम में खोकर मैनें
आदर्श वाक्य ये जीवन का
तुममें है सिमटकर रह जाता
जब याद तुम्हारी आती है
अश्कों से दामन भर जाता
आठ प्रहर जो जीवन में
इस समय चक्र सा चलता है
खुद को अश्कों से भीगा लिया
तुमको जीवन का सार लिखा
निस्वार्थ प्रेम में खोकर मैनें। ।
मीरा सिंह
- Meera Singh