दिल के ज़ख़्म
दिल के ज़ख़्मों को छुपाना भी ज़रूरी है,
कुछ दर्द आँखों से बहाना भी ज़रूरी है।
वो जो रूठकर बैठे हैं, उन्हें मना लो,
रूठने वालों को मनाना भी ज़रूरी है।
ज़िन्दगी के सफ़र में तन्हा मत चलो,
किसी हमसफ़र को पाना भी ज़रूरी है।
कुछ ख़्वाब अधूरे ही अच्छे लगते हैं,
हर ख़्वाब को पूरा करना भी ज़रूरी है।
वक़्त के साथ बदलना भी सीख लो,
बदलते वक़्त को पहचानना भी ज़रूरी है।
ग़म के बादल छँट जाएँगे एक दिन,
उम्मीद का दिया जलाना भी ज़रूरी है।