भजो तुम प्रभु को भाई, करेंगे राम भलाई....
ज्ञानी अपने ज्ञान से , हरता सब अज्ञान।
मूरख ज्ञान बखारता, सबको इसका भान।।
सूर्य देव उत्तरायणे, मकर संक्रांति पर्व।
गंगा में स्नान करके, करें सनातन गर्व।।
ईश्वर की आराधना, भक्ति भाव का योग।
तिल के लड्डू हैं बना, खिचड़ी खाते लोग।।
पोंगल हो या लोहड़ी, मतलब तो बस एक।
मिल जुल खुशी मनाइए, सभी सनातन नेक।।
मनोज कुमार शुक्ल *मनोज*